पोलैंड के 12 सदस्यी दल ने की गंगा आरती
सनातन धर्म वसुधैव कुटुम्बकम् की अवधारणा को मानने वाला दुनिया का इकलौता धर्म है- पावेल कालिदास
ऋषिकेश। दिव्यराष्ट्र/ पूर्णानंद घाट, जानकीपुल में विश्व प्रसिद्ध प्रथम महिला गंगा आरती में भारती सनातन धर्म अपनाकर पोलैंड देश के पावेल क्वास्निविस्की से वने पावेल कालिदास पोलैंड देश के 12 सदस्यी दल लेकर महिला गंगा आरती में प्रतिभाग कर गंगा तट पर वैदिक पद्धति से यज्ञ कर गंगा आरती की।
पावेल कालिदास ने बताया भारत में आयुर्वेद और योग करने के लिए आया था, यहां भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म के बारे में जाना। कई साल तक सनातन धर्म और आयुर्वेद और योग के बारे स्टडी करने के बाद आखिरकार पावेल कालिदास ने सनातन धर्म में अपना लिया था।
पावेल कालिदास का कहना है कि पोलैंड देश वापस जाने के बाद वह वहां के लोगों को सनातन धर्म की महानता के बारे में बतारहे हैै। सनातन धर्म वसुधैव कुटुम्बकम् की अवधारणा को मानने वाला दुनिया का इकलौता धर्म है। सनातन धर्म लोकमंगल यानी लोक कल्याण की भी कामना करता है। सनातन धर्म की इन्हीं विशेषताओं के चलते दुनिया के तमाम देशों के अन्य धर्मों के अनुयाई भी समय-समय पर सनातन धर्म के प्रति आकर्षित होते रहे हैं। पावेल कालिदास बेंजामिन देश और दुनिया में सनातन धर्म का प्रचार प्रसार करेंगे।
ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट के अध्यक्ष हरिओम शर्मा ज्ञानी जी ने कहा कि भगवान विष्णु के वाहन गरुड़ के नाम से इंडोनेशिया में एयरलाइन है. दुनिया का सबसे बड़ा हिन्दू मंदिर अंकोरवाट, कंबोडिया में स्थित है। चीन में बौद्ध धर्म भारत से ही गया। मैक्सिको, दक्षिण अमेरिका में आज भी भारत में रहने वाले लोगों के जैसे ही लोग रहते हैं, वो भारत की संस्क्रति जैसी संस्कृति को मानते हैं। वियतनाम में भगवान विष्णु का प्राचीन मंदिर स्थित है। ।थाईलैंड में राष्ट्रीय ग्रंथ रामकीर्ति के नाम से रामायण है। वहां का राष्ट्रीय पक्षी हंस है, वहां के राजा के नाम के पहले रामाधिपति लगता है। साइबेरिया के लोग आज भी अग्नि एवं सूर्य की पूजा करते हैं, गंगाजल का भी वहां बहुत महत्व है।
मुख्य रूप से गंगा आरती में ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट के अध्यक्ष हरिओम शर्मा ज्ञानी , एस.आर. एस्ट्रो वर्ल्ड संस्थापक ज्योतिषाचार्य आचार्य सोनिया राज, ट्रस्ट की सदस्य डॉ. ज्योति शर्मा, पुष्पा शर्मा, प्रमिला, गायत्री देवी आदि ने गंगा आरती की।