परमार्थम इस वर्ष 100 से भी ज्यादा बच्चों को JEE व् NEET के लिए नि:शुल्क तैयारी करवायेगा। सस्था के संथापक डॉ संजय खंडेलवाल और अंकुश ताँबी ने बताया की प्रति वर्ष वह एक बच्चे पे 1.5 लाख रुपये खर्चा करते हैं । उसमे निशुल्क कोचिंग के साथ निशुल्क छात्रावास, भोजन, परिवहन व पुस्तकालय की सुविधा भी प्रधान करतें है। परमार्थम का बच्चों की कोचिंग के लिए टाई-अप रेजोनेंस के साथ है ।
इस वर्ष परमार्थम का सत्र 15 मई से शुरू होगा, जिसका एंट्रेंस एग्जाम 7th व् 10th मई को होगा। यह एंट्रेंस एग्जाम रेजोनेंस कोचिंग गोपालपुरा में होगा। 10th , 11th व 12th पास बच्चे, जिनकी परसेंटेज 80% से ज्यादा है, अगर वह बच्चे स्वयं को JEE व NEET परीक्षा पास करने के लायक समझते है तो वे परमार्थम संस्था से संपर्क करके इस सुविधा का लाभ उठा सकते है। परमार्थम को 9828068982, 6350695285 पे संपर्क कर सकते है।
इस वर्ष JEE का एग्जाम देकर 17 बच्चे JEE एडवांस के लिए क्वालीफाई किये है। NEET में भी इस वर्ष 10 से अधिक बच्चों के चयन होने का तय माना जा रहा है ।
परमार्थम पुरे राजस्थान में संस्कार केंद्रों के माध्यम से भी कच्ची बस्ती, स्लम बस्ती और झुग्गी झोपडी में रह रहे बच्चों को संस्कार, योग और कौशल विकास का प्रशिक्षण दे रहे हैं।
परमार्थम के कार्य में विस्तार करने के उदेश्य से, कुछ समय से परमार्थम नये कार्यक्रमों के द्वारा विधायर्थियों और नौकरीपेशा तनाव का शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पे होने वाले प्रभावों के बारे में जानकारी एकत्र कर रहा हैं । एक खुशहाल और तनाव मुक्त भारत के निर्माण में योगदान देने के धेय्य से, परमार्थम ने छात्रों, नौरकीपेशा लोगो और जीवन के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों के लिए माइंड मैनेजमेंट और Work Stress Management जैसे कार्यक्रमों को शामिल करने का निर्णय लिया है| इसकी मदद से सभी एक उद्देश्यपूर्ण, सफल और तनाव मुक्त प्रोफेशन, स्वस्थ शरीर और एक खुशहाल व्यक्तिगत जीवन जी सके।