Home समाज बाड़मेर में पद्मश्री मगराज जैन स्मृति व्याख्यान

बाड़मेर में पद्मश्री मगराज जैन स्मृति व्याख्यान

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आलोचनात्मक चेतना को बढ़ाने गुणवत्तापूर्ण कार्य जरूरी

जयपुर , दिव्यराष्ट्र/। सोसायटी टू अपलिफ्ट रूरल इकोनॉमी बाड़मेर की और से सोमवार को श्री सत्य साईं अंध एवं मूक बधिर विधालय बाड़मेर में पद्मश्री मगराज जैन की दसवीं पुण्यतिथि पर मूल्य आधारित सामाजिक विकास कार्यो के समक्ष चुनौतियों विषयक व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस अवसर पर ख्यातनाम सामाजिक कार्यकर्ता एवं गांधीवादी विचारक बिनोय आचार्य ने मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए कहा कि समाज, बाजार और संस्थाये जब अपने स्वधर्म को पहचानना और उसको अपनाना छोड देती है तब सामाजिक विकास के कार्यों के संकट सामने आने शुरू हो जाते है। स्वधर्म के छूटते ही सामाजिक विकास कार्यो में मूल्य एंवम सिद्धांत छूटते जाते है जिससे सामाजिक विकास के कार्यों का आधार कमजोर होता जाता है।
आचार्य ने कहा कि रेगिस्तान के इलाके में पद्मश्री मगराज जैन ने अस्सी वर्ष पूर्व सामाजिक विकास के कार्यो की यात्रा शुरू की थी उसके मूल में सामाजिक न्याय, गुणवत्तापूर्ण कार्य और निःस्वार्थ परिवर्तन कार्य और मानवता थी जिसके कारण उनके समक्ष आने वाली चुनौतियों का वो संसाधनों के अभाव में भी हमेशा मुकाबला करते रहे। जिसके कारण सीमावर्ती क्षेत्र में महिला सशक्तिकरण, पशुपालन, कृषि, हस्तशिल्प, युवाओं के रोजगार, अकाल राहत कार्य, थारपारकर नस्ल संरक्षण संवर्द्धन एवं शुष्क कृषि, वैकल्पिक चिकित्सा एवं जन संगठन के कार्यों से अनवरत रूप से इलाके में ताज़िन्दगी लगे रहे। उनके कार्य देश के लिए मिसाल बन गए है। सामाजिक न्याय के उनके कार्य देश के सामाजिक संगठनों के लोगों को आज भी रास्ता दिखाये है, लेकिन उनका कार्य मिशन और मूल्यों से भरा हुआ था।
प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत करते हुए संस्था की संयुक्त सचिव एवं कार्यक्रम संयोजक लता कच्छवाहा ने पद्मश्री मगराज जैन स्मृति समारोह एवं व्याख्यान माला की जानकारी दी। संस्था के सदस्य एवं पूर्व प्रशासनिक अधिकारी छगनलाल गोयल ने पद्मश्री मगराज जैन के कार्यों को महात्मा गांधी के रचनात्मक कार्यों से जोड़ते हुए उन्हे सत्य और नैतिकता के राह पर चलने वाला राही बताया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए शिक्षाविद डॉ. बी.डी. तातेड़ ने कहा कि पद्मश्री जैन ने तीन पीढियों केे साथ एक साथ काम किया है। जो उनके मूल्यो और दूरदृष्टि को बताता है कि कैसे हर वर्ग को जोड़कर सामुूहिकता के साथ विकास और बदलाव की मुहीम को तेज़ किया जा सकता है। पद्मश्री जेैन का कार्य आने वाली पिढियों के लिए शोध का विषय रहेगा।
इस अवसर पर बिनोय आचार्य को पद्मश्री मगराज जैन सम्मान 2024 से आन्नदराज जैन संस्था सचिव द्वारा नवाजा गया। कार्यक्रम के अंत में संस्था के कोषाध्यक्ष नरेंद्र तनसुखानी ने सभी का आभार व्यक्त किया और कार्यक्रम में संस्था सचिव आनंद राज जैन ने सभी का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन राजकीय महिला महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. मुकेश पचोरी द्वारा किया गया। पद्मश्री जैन की स्मृति में विद्यालय परिसर में अतिथियों द्वारा वृक्षारोपण किया गया।

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