दिव्यराष्ट्र, जयपुर: अपने के12 शैक्षणिक कार्यक्रम आयोजित करने के लिए मशहूर, ऑर्किड्स द इंटरनेशनल स्कूल अपने नेवता कैम्पस, जयपुर में शानदार एस्ट्रोनॉमी फेयर, ‘गो कॉस्मो, योर टिकट टु स्पेस’ के सीजन -2 की शुरुआत की घोषणा कर बेहद उत्साहित है। यह तीन दिवसीय अंतरिक्ष मेला आर्किड्स जयपुर में शुक्रवार, 26 जुलाई 2024 से शुरू होकर 28 जुलाई तक चलेगा। स्कूल भारत में साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथ्स (एसटीईएम) की शिक्षा में बदलाव लाने के अपने मिशन पर है। स्कूल का लक्ष्य छात्रों को अपने अनुभव से सीखने की शिक्षा देकर उनमें अंतरिक्ष विज्ञान के प्रति जुनून जगाना है। गो कॉस्मो अंतरिक्ष विज्ञान में गहरी दिलचस्पी रखने वालों का मनोरंजन करेगा। अंतरिक्ष मेले में इंटरएक्टिव गतिविधियों, शिक्षा सत्र के आयोजन के साथ छात्रों के लिए मनोरंजंक ढंग से सीखने के अवसर मिलेंगे।
बेंगलुरु, मुंबई, पुणे, हैदराबाद, कोलकाता, चेन्नई और गुरुग्राम में शानदार सफलता हासिल करने के बाद, गो कास्मो सीजन 2 को अब जयपुर में लाया गया है। इन शहरों में मेले ने 30 हजार से ज्यादा छात्रों को आकर्षित किया, और इन्होंने एस्ट्रोनॉमी के लिए अपने प्यार को जाहिर किया।
आस्था भारद्वाज, प्रिंसिपल, ऑर्किड्स द इंटरनेशनल स्कूल, नेवता कैम्पस के लिए अपने उत्साह को साझा करते हुए इस इवेंट के बहुआयामी नजरिए पर खासतौर से जोर दिया। रोमिता शर्मा ने कहा, “गो कॉस्मो एस्ट्रोनॉमी फेयर अपनी कई दिलचस्प गतिविधियों से युवा और प्रतिभाशाली छात्रों को आकर्षित करने के लिए तैयार है। इस मेले में आयोजित होने वाली गतिविधियों में एलियन एनकाउंटर, प्लैनटरी पोंडर, ग्रेविटेशनल जिम, कॉमेट क्राफ्टिंग, कॉस्मिक कोलाइडर, वर्चुअल वोएजर, स्टेलर स्पेक्टेकल, स्टार सीकर और स्पिनिंग स्पेसशिप वर्कशॉप शामिल हैं। इन शानदार अनुभवों का लक्ष्य बच्चों में अंतरिक्ष विज्ञान के रहस्यों के प्रति उत्सुकता जगाना और खगोल विज्ञान में दिलचस्पी रखने वाले लोगों की अगली पीढ़ी को प्रोत्साहित करना है। आलोचनात्मक सोच, समस्याओं को सुलझाने के कौशल और अंतरिक्ष अवधारणाओं की समझ को बढ़ावा देकर, हम अंतरिक्ष की नई और हैरतअंगेज खोज करने के लिए छात्रों को तैयार कर रहे हैं।’’
ऑर्किड्स द इंटरनेशल स्कूल में एकेडेमिक्स-स्टूडेंट्स वेलफेयर के वीपी हर्ष गुप्ता ने कहा, “गो कॉस्मो पारंपरिक शिक्षा की सीमाओं को लांघकर छात्रों को अपने अनुभव से सीखने का अवसर देता है। शिक्षा प्रदान का यह तरीका छात्रों में अंतरिक्ष विज्ञान के प्रति जुनून जगाता है। छात्रों को मनोरंजक और शिक्षाप्रद गतिविधियों में शामिल कर हमारा लक्ष्य वैज्ञानिकों और आविष्कारकों की अगली पीढ़ी को प्रोत्साहित करना है। इसमें कोई शक नहीं है कि विज्ञान के प्रति उत्साह अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत को विश्व के नेता के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा। हमारा लक्ष्य क्लासरूम टीचिंग से आगे बढ़ते हुए सीखने का माहौल बनाना है और छात्रों को बड़े सपने देखने और कुछ नया करने के लिए प्रोत्साहित करे।’
इन गतिविधियों में हर आयु समूह और रुचि का ध्यान रखा गया, ताकि सभी के लिये कुछ न कुछ मजेदार हो। भारत का पहला एस्ट्रोनॉमी फेयर, गो कॉस्मो ऑर्किड्स द इंटरनेशनल स्कूल के सेक्टर नेवता कैम्पस, जयपुर में 26 से 28 जुलाई को दोपहर 2 बजे से रात 10 बजे तक चलेगा।
एस्ट्रोनॉमी फेयर गो कॉस्मो में भाग लेने वाले सभी छात्रों को अलग-अलग गतिविधियों से जुड़ने का मौका मिलेगा। सभी गतिविधियों से छात्रों में आलोचनात्मक सोच, समस्याओं को सुलझाने के कौशल और अंतरिक्ष से संबंधित अवधारणाओं की गहरी समझ विकसित होगी। भागीदारों ने एलियन एनकाउंटर, प्लैनटरी पोंडर, ग्रेविटेशनल जिम, कॉमेट क्राफ्टिंग, कॉस्मिक कोलाइडर, वर्चुअल वॉयजर, स्टेलर स्पेक्टेकल, स्टार सीकर और स्पिनिंग स्पेसशिप वर्कशॉप आदि गतिविधियों का आनंद लिया।