जयपुर, दिव्यराष्ट्र/ इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग तथा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड डेटा साइंस विभाग द्वारा सी-डैक, मोहाली के सहयोग से और इलेक्ट्रॉनिक्स एंड आईसीटी अकादमी, भारत सरकार के तत्वावधान में 10 से 14 फरवरी 2025 तक “इंटरनेट ऑफ थिंग्स, एआई और इसके अनुप्रयोगों” विषय पर एक सप्ताह का फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम आयोजित किया गया।
इस कार्यक्रम में अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर के प्रमुख वक्ताओं ने अपने शोध व अनुभव साझा किए। वक्ताओं में डू-टन यूनिवर्सिटी वियतनाम, आईआईटी, एनआईटी, मणिपाल यूनिवर्सिटी, वनस्थली यूनिवर्सिटी और जयपी यूनिवर्सिटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के विशेषज्ञ शामिल थे। उन्होंने इंटरनेट ऑफ थिंग्स, कोबोटिक्स, इंटरनेट ऑफ मेडिकल थिंग्स और आईओटी में एआई की भूमिका पर चर्चा की। इसके अतिरिक्त, प्रतिभागियों को संबंधित तकनीकों पर व्यावहारिक सत्र भी प्रदान किए गए।
ईसीई विभागाध्यक्ष प्रो. संदीप व्यास और जेईसीआरसी फाउंडेशन की प्रो. मंजू व्यास ने इस एफडीपी को प्रेरित और सुगठित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस कार्यक्रम का सफल संचालन प्रो. रुचि शर्मा और सुश्री रितंभरा द्वारा किया गया।
एफडीपी में जयपुर के विभिन्न संस्थानों जैसे एसकेआईटी, मणिपाल यूनिवर्सिटी, आईआईआईटी कोटा, वीजीयू सहित कुल 45 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम ने शिक्षकों और शोधकर्ताओं को आईओटी और एआई के क्षेत्र में नवीनतम तकनीकों और अनुप्रयोगों की समझ विकसित करने का अवसर प्रदान किया।