बीकानेर/दिव्यराष्ट्र। निम्स विश्वविद्यालय, जयपुर एवं बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के मध्य गुरुवार को एमओयू संपन्न हुआ। दोनों पक्षो ने आपसी सहयोग, संयुक्त कार्यक्रमों और शैक्षणिक विकास के असिमित अवसरों पर सहमति जताई हैं। दोनों विश्वविद्यालयों ने द्विपक्षीय संबंधों को और अधिक गहरा करने, जीवंत साझेदारी को मज़बूत करने तथा शिक्षा, कौशल विकास, गहन तकनीकी अनुसंधान एवं पारस्परिक हित के विभिन्न क्षेत्रों में जुड़ाव बढ़ाने के बारे में भी सार्थक बातचीत की।साथ ही दोनों ने उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मे सहयोग बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता की भी पुष्टि की।
इस अवसर पर बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अंबरीष शरण विद्यार्थी एवं निम्स विश्वविद्यालय के सलाहकार एवं पूर्व कुलपति प्रो.अमेरिका सिंह ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए एवं समझौता ज्ञापन एक दूसरे को हस्तांतरित किए। एमओयू के दौरान परीक्षा नियंत्रक डॉ.मुकेश जोशी, कुलपति के ओएसडी डॉ. धर्मेंद्र यादव, डीन अकादमिक अमित माथुर, डीन डॉ. अलका स्वामी, डीन डॉ. ममता शर्मा, डीन डॉ. रुमा भदौरिया, डीन अभिषेक पुरोहित, डीन कपिल पांडे, डॉ.अनु शर्मा, डॉ. हेम आहूजा, डॉ. गायत्री शर्मा, डॉ. दीपक बंसल, संजीत कुमार , उप पंजीयक परीक्षा जय भास्कर, डॉ. परबंत सिंह संधू, अमित सुधांशु, नीरज चौधरी, अक्षिता चौधरी, डॉ प्रीति पारीक, राम श्रवण, डॉ देवेंद्र तिवारी, साकेत जांगिड़, दिनेश कुमार सैन, संदीप कुमार, करतार सिंह सिद्धार्थ, निम्स के डॉ. गोविन्द उपाध्याय भी उपस्थित थे।
इस एमओयू के अंतर्गत विशिष्ट क्षेत्रों मे आपसी सहयोग, शोध-अनुसंधान, शैक्षणिक आदान-प्रदान, संयुक्त अकादमिक कार्यक्रम, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में शैक्षणिक अनुसंधान, संकाय आदान-प्रदान, पाठ्यक्रम विकास, अकादमिक सहयोग, छात्र और संकाय विनिमय कार्यक्रम, संयुक्त शोध – अनुसंधान, इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी अनुसंधान परियोजनाओं में आपसी सहयोग, विशेषज्ञता का आदान प्रदान, पाठ्यक्रम विकास, संयुक्त शैक्षणिक कार्यक्रम, तकनीकी सहयोग, विद्यार्थियों के उन्नयन के साझा प्रयास, शैक्षिक चर्चा-कार्यशालाओ,शैक्षणिक अनुसन्धान, अकादमिक कार्यक्रम, पाठ्यक्रम, प्रशिक्षण, अकादमिक परियोजनाए, विषय विशेषज्ञ व्याख्यान,संयुक्त छात्र कार्यक्रमों, सामजिक एवं सांस्कृतिक सहयोग, भारतीय ज्ञान परंपरा के साथ माननीय मूल्य का विकास सहित कई क्षेत्रों में दोनों ने आपसी सहयोग करने के लिए सहमति व्यक्त की हैं। इस एमओयू के माध्यम से दोनों विश्विद्यालयों ने सांझा प्रयास किया है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के मंशानुरूप दोनों पक्षो के सहयोग से विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को लाभान्वित किया जा सके।
सलाहकार निम्स एवं पूर्व कुलपति प्रोफेसर अमेरिका सिंह ने कहा कि राजस्थान भारत में उच्च शिक्षा के लिए एक बहुत तेजी से उभरता गंतव्य है और निम्स विश्वविद्यालय इस उच्च शिक्षा क्रांति में सबसे आगे है। इस एमओयू से हम अपने छात्रों और संकाय सदस्यों को अनुपम अवसर प्रदान करेंगे जिससे विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा में परिवर्तनकारी अकादमिक संभावनाएं प्राप्त होगी। यह एमओयू हमें रिसर्च और एक्सचेंज प्रोग्राम के माध्यम से मदद करेगा। विद्यार्थियों के लिए रिसर्च प्रोजेक्ट्स, को-डेवलपमेंट, शिक्षक, विद्यार्थी और शोधार्थियों के एक्सचेंज प्रोग्राम के साथ नवीतम कोर्सेज की संभावनाओं को तलाश करेगा।
कुलपति प्रोफेसर अंबरीष शरण विद्यार्थी ने कहा कि इस एमओयू से छात्रों और विश्वविद्यालय को नवाचार के बारे में जानकारी मिल सकेगी साथ ही शोध और अकादमिक उत्कृष्टता को बढ़ावा मिलेगा। यह एमओयू हमारी प्रतिब़द्धता और आपसी सहयोग को मजबूती प्रदान करेगा और छात्रों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा। आपसी ज्ञान और शोध को साझा करके हम विकास को बढ़ावा देंगे, हमें छात्रों को भविष्य की चुनौतियों का निवारण करने और अवसरों को पहचानने के लिए तैयार करना होगा। यह समझौता ज्ञापन छात्र विनिमय कार्यक्रमों के साथ-साथ संकाय विनिमय कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के अवसरों का मार्ग प्रशस्त करेगा।