Home Mobile Industry डिजिटल क्रांति का नया दौर: बीएसएनएल 17 साल बाद मुनाफे में

डिजिटल क्रांति का नया दौर: बीएसएनएल 17 साल बाद मुनाफे में

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118 यूनिकॉर्न भारत की अर्थव्यवस्था को दे रहे रफ्तार

नई दिल्ली,, दिव्यराष्ट्र/ ईटी नाउ ग्लोबल बिजनेस समिट 2025 में केंद्रीय मंत्रियों ज्योतिरादित्य सिंधिया और मनसुख मंडाविया ने बताया कैसे डिजिटल इनोवेशन भारत को बना रहा वैश्विक आर्थिक ताकत
15 फरवरी 2025: टाइम्स ग्रुप ईटी नाउ ग्लोबल बिजनेस समिट 2025 में भारत के संचार और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने घोषणा की कि भारत, जो आज डिजिटल क्रांति में दुनिया का नेतृत्व कर रहा है, में बीएसएनएल ने 17 साल बाद 262 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है।
नई दिल्ली के ताज पैलेस में आयोजित उद्घाटन सत्र के दौरान ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया ने कहा कि आज डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर ने पारंपरिक (भौतिक) इंफ्रास्ट्रक्चर की जगह ले ली है और भारत दुनिया का सबसे उन्नत डिजिटल इकोसिस्टम बना चुका है। भारत अब वैश्विक डिजिटल लेनदेन का 46% संचालन करता है। इस बदलाव की एक बेहतरीन मिसाल बीएसएनएल है, जिसने 17 साल बाद पहली बार लाभ कमाया है।
सिंधिया ने आगे कहा कि नवाचार (इनोवेशन) किसी भी देश की प्रगति का आधार होता है और भारत में पूंजी, जो इनोवेशन की कुंजी है, अब एक साधारण संसाधन बन गई है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत में सरकार और निजी क्षेत्र के बीच का तालमेल दुनिया में कहीं और देखने को नहीं मिलता।
वहीं, भारत के श्रम और रोजगार, युवा मामले और खेल मंत्री मनसुख एल. मांडविया ने कहा कि ‘’भारत की आर्थिक तरक्की आत्मनिर्भर होनी चाहिए और इसकी जड़ें उसकी समृद्ध विरासत में होनी चाहिए।‘’ उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत को अपनी ऐतिहासिक विरासत और आधुनिक नवाचार को मिलाकर एक मजबूत और प्रतिस्पर्धी वैश्विक अर्थव्यवस्था बनानी होगी।
उद्यमिता की अहमियत समझाते हुए मांडविया ने कहा कि उद्यमिता एक कौशल है। यदि लोग आय अर्जित करेंगे, तभी वे रोजगार पैदा कर सकेंगे और कर (टैक्स) के माध्यम से देश की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में योगदान देंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत में आए बदलावों का उल्लेख करते हुए मांडविया ने बताया कि ‘स्टार्टअप इंडिया’ और ‘मेक इन इंडिया’ जैसी पहलों ने भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम को तेजी से बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि 10 साल पहले भारत में सिर्फ 4 यूनिकॉर्न थे, जबकि आज यह संख्या 118 हो चुकी है। यह इस बात का प्रमाण है कि यदि प्रतिभा और इनोवेशन को बढ़ावा दिया जाए, तो देश की अर्थव्यवस्था में बड़े बदलाव लाए जा सकते हैं। मांडविया ने आधुनिक अर्थव्यवस्था में इनोवेशन की अहमियत पर भी जोर दिया।
राष्ट्रमंडल की महासचिव पेट्रीसिया स्कॉटलैंड केसी ने भारत की तेज आर्थिक वृद्धि और वैश्विक अर्थव्यवस्था में उसकी बढ़ती भूमिका की सराहना की। उन्होंने यह भी माना कि डिजिटल इंडिया और मेक इन इंडिया जैसी पहलों ने भारत को इनोवेशन और मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में एक वैश्विक अग्रणी शक्ति के रूप में स्थापित करने में अहम योगदान दिया है।
स्कॉटलैंड ने कहा कि भारत की युवा और ऊर्जावान कार्यबल, जिसमें 1.4 अरब की आबादी में से 65% लोग 35 वर्ष से कम उम्र के हैं, एक विशाल प्रतिभा का भंडार है। उन्होंने एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) और ग्रीन एनर्जी में भारत की अग्रणी भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि 2030 तक एआई अर्थव्यवस्था वैश्विक अर्थव्यवस्था में 16 ट्रिलियन डॉलर जोड़ सकती है, और भारत की एआई में बढ़ती उपस्थिति इस परिवर्तन में अहम योगदान दे सकती है। इसके अलावा, उन्होंने जलवायु परिवर्तन से निपटने में भारत की भूमिका की भी तारीफ की, खासतौर पर अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा देने में अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन की सफलता को एक मिसाल बताया।
कैनवा के सह-संस्थापक और चीफ प्रॉडक्ट ऑफिसर कैमरन एडम्स ने भारत में कैनवा की सफलता पर बात करते हुए एआई और स्थानीयकरण (लोकलाइजेशन) की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि भारत कैनवा का चौथा सबसे बड़ा बाजार है और कंपनी यहां हिंदी भाषा की वेबसाइट और भारतीय यूजर्स के लिए एक दिन का सब्सक्रिप्शन मॉडल जैसी हाइपरलोकल सुविधाओं पर काम कर रही है।
ओईसीडी के मुख्य अर्थशास्त्री और जी20 वित्त उपाध्यक्ष अल्वारो एस. परेरा ने ईटी नाउ ग्लोबल बिजनेस समिट 2025 में कहा कि भारत एक वैश्विक आर्थिक महाशक्ति के रूप में उभर रहा है और शिक्षा, बुनियादी ढांचे और वित्तीय बाजारों में सुधार से इसकी विकास दर और तेज हो सकती है। उन्होंने भारत को “दुनिया का भविष्य” बताते हुए कहा कि इसकी तेज आर्थिक प्रगति से लाखों लोग गरीबी से बाहर आ सकते हैं और देश का मध्य वर्ग और अधिक मजबूत हो सकता है।
एगोडा के सीईओ ओमरी मोर्गनश्टर्न ने भारत में तेजी से बढ़ते पर्यटन उद्योग पर चर्चा करते हुए इसे “एक ऐसी महाशक्ति बताया, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।” उन्होंने कहा कि भारत की जीडीपी में तेजी और बुनियादी ढांचे के विस्तार से पर्यटन उद्योग में अप्रत्याशित उछाल आया है। उन्होंने बताया कि एगोडा इनबाउंड और आउटबाउंड दोनों तरह के पर्यटन पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, जिससे भारतीय यात्रियों को दुनिया भर के गंतव्यों से जोड़ने के साथ-साथ विदेशी पर्यटकों को भारत की ओर आकर्षित किया जा रहा है। उन्होंने इस वृद्धि का श्रेय भारत सरकार की नीतिगत पहलों को दिया और आध्यात्मिक पर्यटन को भारत के लिए एक खास अवसर बताया। उन्होंने कहा कि दक्षिण-पूर्व एशिया में हमारे ग्राहक आध्यात्मिक पर्यटन को काफी पसंद करते हैं, लेकिन सबसे बड़ी चुनौती पारंपरिक रूप से ऑफलाइन रहने वाले इस क्षेत्र को ऑनलाइन माध्यम से अधिक सुलभ बनाना है।
टाइम्स ग्रुप के ईटी नाउ ग्लोबल बिजनेस समिट 2025 की शुरुआत एक प्रभावशाली उद्घाटन सत्र के साथ हुई, जिसमें वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत की भूमिका पर महत्वपूर्ण चर्चाओं की नींव रखी गई। इसमें इनोवेशन, उद्यमिता और आत्मनिर्भरता में भारत की मजबूती को रेखांकित किया गया। शिखर सम्मेलन की थीम ‘इवॉल्व, इमर्ज, एक्सपैंड’ को केंद्र में रखते हुए ऐसी चर्चाओं की शुरुआत हुई, जो उद्योगों, अर्थव्यवस्थाओं और समाजों को नई दिशा देने में सहायक होंगी।

ईटी नाउ ग्लोबल बिजनेस समिट के बारे में*
टाइम्स ग्रुप का ईटी नाउ ग्लोबल बिजनेस समिट एक प्रतिष्ठित मंच है, जिसने अब तक भारत और दुनिया भर की कई जानी-मानी हस्तियों को एक साथ लाने का काम किया है।

इस मंच पर अब तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, माइक्रोसॉफ्ट के दूरदर्शी बिल गेट्स, एयरबीएनबी के ब्रायन चेस्की, हफिंगटन पोस्ट मीडिया ग्रुप की एरियाना हफिंगटन, उबर के दारा खोसरोशाही, नेटफ्लिक्स के रीड हेस्टिंग्स, एप्पल के इनोवेटर स्टीव वोज्नियाक, प्रसिद्ध वेंचर कैपिटलिस्ट गाय कावासाकी, विश्व बैंक समूह की अंशुला कांत, मशहूर अभिनेता शाहरुख खान और नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री पॉल क्रुगमैन समेत कई प्रभावशाली हस्तियां शामिल हो चुकी हैं।

यह समिट हमेशा से ही नए विचारों और वैश्विक दृष्टिकोणों का केंद्र रहा है, जहां दुनिया के बेहतरीन दिमाग मिलकर व्यापार और इनोवेशन के भविष्य को आकार देने के लिए चर्चा करते हैं।

 

ईटी एज के बारे में*
ईटी एज, टाइम्स ग्रुप की एक पहल है और यह भारत की सबसे बड़ी कॉन्फ्रेंस और थॉट लीडरशिप कंपनी है। 2015 में स्थापना के बाद से, ईटी एज रणनीतिक रूप से तैयार किए गए विशेष सम्मेलनों और शिखर बैठकों के जरिए विभिन्न क्षेत्रों, उद्योगों और व्यवसायों को सशक्त बनाने के लिए काम कर रहा है। इसका उद्देश्य महत्वपूर्ण व्यावसायिक ज्ञान को साझा कर, नए विचारों और नेतृत्व क्षमता को बढ़ावा देना है।

ईटी नाउ ग्लोबल बिजनेस समिट, ईटी एज की प्रमुख बौद्धिक संपत्तियों में से एक है, जो समाज और व्यवसायों के बीच सहयोग को मजबूत करने के लिए दुनिया भर के प्रमुख नेताओं और दूरदर्शी व्यक्तियों को एक साथ लाने का प्रयास करता है। ईटी एज की अन्य प्रमुख कॉन्फ्रेंस में एसडीजी सस्टेनेबिलिटी डेवलपमेंट गोल्स समिट, सप्लाई चेन समिट, सीएक्स समिट और बेस्ट ब्रांड्स सीरीज शामिल हैं।

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