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न्यूरोथैरेपी चिकित्सा बेरोज़गारी तथा बीमारी दोनों को मिटाने में कारगर – आचार्य लोकेश

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++न्यूरोथैरेपी चिकित्सा पद्धति वैश्विक स्तर पर लोकप्रिय हो रही है- डॉ राम गोपाल दीक्षित

++पंचायत स्तर तक न्यूरोथैरेपी केंद्र खोलने से होगा लोगों का भला – सांसद संध्या राय

+न्यूरोथैरेपी भारत की स्कूली शिक्षा का अंग बनना ज़रूरी – हिमांशु गुप्ता, सचिव सीबीएसई

नई दिल्ली , दिव्यराष्ट्र/आरोग्य पीठ द्वारा आयोजित न्यूरोथैरापी दिवस एवं दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए जैन आचार्य लोकेश ने कहा कि जब देश की आधी से अधिक आबादी ग़रीबी रेखा के नीचे जीवन व्यतीत कर रही हो तथा 70% आबादी ग्रामीण भारत में रहती हो ऐसे में महंगा उपचार सभी के लिये संभव नहीं है। न्यूरोथैरेपी बिना दवा, बिना मशीन के सरल, सफल, कम खर्च तथा निरापद होने के कारण लोगों के रोग उपचार तथा रोज़गार दोनों के लिए कारगर है। आचार्य लोकश ने न्यूरोथैरापी को देश विदेश में फैलाकर स्वस्थ भारत समृद्ध भारत योजना में योगदान देने के लिए रामगोपाल दीक्षित के प्रयासों की सराहना की।
सांसद एवं लोक सभा की पेनल ऑफ़ चेयर पर्सन सन्ध्या राय ने कहा कि पंचायत स्तर तक न्यूरोथैरेपी केंद्र खोलने से होगा लोगों का भला, इसके लिए लोगों को जागरूक करना बहुत ज़रूरी है आरोग्य पीठ द्वारा न्यूरोथैरेपी दिवस एवं सप्तम दीक्षांत समारोह के अवसर पर पूसा कैंपस में आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए उन्होंने कहा कि मैंने स्वयं आचार्य दीक्षित जी के यहाँ न्यूरोथैरेपी से ट्रीटमेंट लिया है जिसके बहुत सुखद परिणाम मुझे देखने को मिले, मुझे लगा कि यह ट्रीटमेंट तो मेरे संसदीय क्षेत्र में भी लोगों को मिलना चाहिए। उन्होने भिड़ मध्य प्रदेश के लोगों के लिए भी ट्रीटमेंट एवं ट्रेनिंग कैंप लगाने के लिए आचार्य से आग्रह किया।
इस अवसर पर आरोग्य पीठ के संस्थापक एवं न्यूरोथैरेपी विशेषज्ञ आचार्य रामगोपाल दीक्षित द्वारा लिखित पुस्तक पञ्चविधि निदान का अतिथियों द्वारा लोकार्पण भी किया गया।
कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि सीबीएसई के सचिव आईएएस हिमांशु गुप्ता ने कहा न्यूरोथैरेपी भारत की स्कूली शिक्षा का अंग बन सकती है इसमें बहुत कम खर्च में युवाओं को रोज़गार मिलने की असीम संभावनाएं हैं।उन्होंने कहा गत वर्ष दिल्ली के सरकारी विद्यालयों में आरोग्य पीठ ने हज़ारों छात्र छात्राओं को इसका प्रशिक्षण दिया।
पश्चिम बंगाल के रानाघाट के सांसद जगन्नाथ सरकार ने अपने संबोधन में कहा कि न्यूरोथैरेपी को सीजीएचएस तथा और इन्श्योरेन्स मैं भी लाने से सरकारी कर्मचारियों को अधिक लाभ मिल सकेगा। आरोग्य पीठ के प्रयास की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि एक प्राचीन विज्ञान को अनौपचारिक से अब ऑपचारिक विज्ञान के रूप में प्रस्तुत करना मानवता के लिए किया गया महान प्रयास है।
आरोग्य पीठ के संस्थापक आचार्य दीक्षित ने कहा कि हमें डॉ लाजपत राय मेहरा के सपनों का भारत बनाना है । आचार्य जी ने कहा डिस-ईज़ एवं डिस-ऑर्डर का कारण शरीर में अर्धनारीश्वर का डिस बैलेंस है इसी डिस-बैलेंस को डायग्नोज करने वाली पुस्तक “पञ्चविधि निदान” के संबंध में बोलते हुए कहा कि इस पुस्तक में निदान के पाँच प्रकार दर्शन, स्पर्शन, श्रवणन, घ्राणन एवं अनुमानन का वर्णन किया है।
आचार्य दीक्षित ने कहा वैलनेस न्यूरोथैरेपी में दुनिया की तीसरी बड़ी चिकित्सा पद्धति बनाने का सामर्थ्य हैं । एलोपैथ एवं होम्योपैथी के बाद यही विज्ञान दुनिया के आरोग्य का साधन बनेगा।
कार्यक्रम में पश्चिमी दिल्ली की सांसद कमलजीत सहरावत, राज्य सभा के निवर्तमान सांसद डॉक्टर अशोक बाजपेयी, दिल्ली के पूर्व मेयर आदेश गुप्ता, बीर टिकेंद्रजीत विश्वविद्यालय के प्रो. वाईसचांसलर डॉ जय प्रकाश शर्मा, प्रसिद्ध शिक्षाविद गोविन्दराम अग्रवाल एवं राजेन्द्र गोयल, सत्य प्रकाश, अभिषेक कृष्णा, कुलदीप चौहान, हितेंद्र कुमार, इन्जीनियर राजीव तिवारी कुसुम दीक्षित एवं प्रसिद्ध खिलाड़ी रवि कांत मिश्र सहित अनेक महानुभावों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया । देश भर से आए 208 छात्रों को दीक्षांत समारोह के अंतर्गत सर्टिफ़िकेट वितरित किए गए।

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