दिव्यराष्ट्र, मुम्बई: मुफिन ग्रीन फाइनेंस लिमिटेड, जो इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) के लिए फाइनेंसिंग करती है, ने घोषणा की है कि इसका बोर्ड 30 जुलाई को निजी प्लेसमेंट के जरिए बिना सूचीबद्ध, सुरक्षित, गैर-परिवर्तनीय (नॉन कनवर्टेबल) डिबेंचर जारी करके फंड जुटाने पर विचार करेगा।
इससे पहले, कंपनी ने गैर-परिवर्तनीय(नॉन कनवर्टेबल) डिबेंचर आवंटित करने की घोषणा की थी, जिसमें कुल 22 करोड़ रुपये जुटाए गए थे।
कंपनी उत्तर भारत के 14 राज्यों में मौजूद है, जिसमें दो, तीन और चार पहिया ईवी के लिए फाइनेंसिंग विकल्प हैं। कंपनी का मानना है कि दक्षिण भारत के राज्यों में पहुंचने से उसे अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
मुफिन ग्रीन फाइनेंस लिमिटेड के सीईओ पंकज गुप्ता ने कहा, “”हम मानते हैं कि अब समय आ गया है कि सभी व्यावसायिक संस्थान जो पेट्रोल-डीजल वाले वाहन इस्तेमाल करते हैं, उन्हे अब ज़ीरो उत्सर्जन वाले वाहनों की ओर रुख करना चाहिए।”
कंपनी वर्तमान में ईवी इकोसिस्टम के हर पहलू में फाइनेंसिंग पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जिसमें दो और तीन पहिया वाहन, चार पहिया वाहन, फास्ट चार्जर, स्वैपेबल बैटरी और इसी तरह के उत्पाद शामिल हैं, ताकि देश में खुदरा और बेड़े दोनों ऑपरेटरों के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा दिया जा सके। मुफिन ने ब्लूस्मार्ट, बैटरी स्मार्ट, ऑल्ट मोबिलिटी, ओम, अल्टी ग्रीन, पियाजियो यात्री, मयूरी, सांथी, सिटीलाइफ, अर्जु और ईवी इकोसिस्टम के कई अन्य ड्राइवरों जैसी कंपनियों के साथ साझेदारी की है।
उन्होंने कहा, “हमें उम्मीद है कि एक बार ब्याज दर एकल अंकों में आने के बाद तीन पहिया ऑटो और चार पहिया वाहनों के लिए फंडिंग में बड़े पैमाने पर वृद्धि होगी।कंपनी चार पहिया लीजिंग का विस्तार करने की भी योजना बना रही है, लेकिन इस सेगमेंट में उधार लेने की लागत लगभग 11% है जो अधिक है। इस कीमत पर बड़े बैंकों से मुकाबला करना हमारे जैसे एनबीएफसी के लिए सबसे बड़ी चुनौती है।”