जयपुर, दिव्यराष्ट्र/ लक्ष्मणगढ़ स्थित मोदी विश्वविद्यालय द्वारा गुरुवार को जयपुर में पत्रकार वार्ता कर आयोजन कर विश्वविद्यालय ने शुरू होने वाले नये सत्र से संबधित जानकारी साझा की।
यह विश्वविद्यालय 265 एकड़ के विशाल कैम्पस में शिक्षा द्वारा नारी सशक्तिकरण के अभियान को सतत् आगे बढ़ा रहा है। राजस्थान सहित देशभर कि छात्राओं के लिए मोदी विश्वविद्यालय ने इस साल भी कुछ खास छात्रवृति की घोषणा की। इसके साथ ही शिक्षा के नये परिदृश्य और मोदी विश्वविद्यालय के वर्तमान परिपेक्ष्य को लेकर भी जानकारी दी गई।
इस अवसर पर मोदी विश्वविद्यालय के डीजीएम एडमिशन प्रबीण झा, डिप्टी डीन, ऑफिस ऑफ इंटरनेशनल रिलेशन हितेश जांगिड़ के साथ जन जनसंपर्क अधिकारी राजीव सिंह मौजूद थे।
मोदी विश्वविद्यालय में स्कूल ऑफ लिबरल आर्ट्स एंड साइसेंस, स्कूल ऑफ इंजिनयरिंग, स्कूल ऑफ ला, स्कूल ऑफ डिजाइन एवं स्कूल ऑफ, बिजनेस में विभिन्न स्नातक एवं स्नातकोत्तर के साथ पीएचडी के भी कोर्स कराये जाते हैं। विश्वविद्यालय में कई स्किल बेस्ड कोर्सेस मसलन डेटा साइंस, मशीन लर्निंग, फॉरेनसिक साइंस, फूड एंड न्यूट्रीशन, फिजयोथेरेपी, जर्नलिज्म एंड मास कम्यूनिकेशन, बॉयोमेडिकल एवं न्यूक्लियर साइंस एंड टेक्नोलॉजी जैसे कोर्स है जो कि पूर्णतः कौशल आधारित है और छात्राओं को बेहतर भविष्य की ओर ले जाते हैं।
फार्मेसी के क्षेत्र में रोजगार के बढ़ते अवसर को देखते हुए विश्वविद्यालय ने डी फार्मा एवं बी फार्मा कोर्स की भी शुरूआत की है ताकि छात्राओं को बेहतर अवसर प्राप्त हो सके।
सभी वर्गों को शिक्षा का समान अवसर मुहैया कराने के उदद्देश्य से विश्वविद्यालय ने ऑनलाईन माध्यम की भी शुरूआत की है जिसके अर्न्तगत बीए, बीकॉम, एमकॉम के साथ ही एमबीए और एमसीए जैसे विभिन्न कर्कोसेस करवाए जाएगें। इस माध्यम में छात्राओं के साथ छात्र भी दाखिला ले सकते हैं।
मोदी विद्यालय एक ऐतिहासिक फैसला लेते हुए स्थानिय अभिभावकों के विशेष अनुरोध पर कक्षा पहली से लेकर बारहवीं तक डे स्कूल का भी शुरूआत करने जा रहा है। डीजीएम एडमिशन प्रबीण झा ने बताया कि वर्तमान सत्र से मोदी विद्यालय में ये व्यवस्था शुरू की जा रही है ताकि स्थानिय छात्राओं को भी बेहतर शिक्षा की सुविधाएं प्राप्त हो सके।
मोदी स्कूल और विश्वविद्यालय छात्राओं की शिक्षा को अनवरत जारी रखना चाहती है और इसी के मदद्देनजर स्कूल एवं विश्वविद्यालय के स्तर पर छात्राओं के लिए छात्रवृति लेकर आये हैं, ताकि
आर्थिक स्थिति किसी की भी शिक्षा में रुकावट न बन सके। छात्रवृति स्नातक और स्नातकोत्तर दोनों के लिए लागू है।
प्रत्येक वर्ष की तरह मोदी विश्वविद्यालय ने इस वर्ष भी छात्राओं के लिए विशेष छात्रवृति की घोषणा की। जिसके तहत राष्ट्रीय स्तर के प्रतियोगी परीक्षाओं के टॉपर को 100 प्रतिशत तक की छात्रवृति प्रदान की जाएगी। इसके साथ ही बारहवीं के परिणाम के आधार पर भी 50 प्रतिशत तक की छात्रवृति का प्रावधान है जबकि राजस्थान एवं केन्द्रीय बोर्ड के टॉप तीन को 100 प्रतिशत तक की छात्रवृति मुहैया करायी जाएगी। विश्वविद्यालय ने उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने हेतू मोदी विश्वविद्यालय की छात्राओं को अतिरिक्त 10 प्रतिशत तक की छात्रवृति दी जाएगी। जबकि सीकर, चुरु, झुनझुनू की छात्राओ को पूरे कोर्स के दौरान 10 प्रतिशत की छात्रवृति दी जाएगी। सरकारी निमयों के अनुसार अनुसूचित जाति एवं जनजाति, अर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के साथ दिव्यांगो को पूरे कोर्स के दौरान 10 प्रतिशत की छात्रवृति मिलेगी।
इसके साथ ही मोदी विश्वविद्यालय की विशेष छात्रवृति योजना के तहत शहीदों के बच्चों को ट्यूशन फी में 100 प्रतिशत की छात्रवृति जबकि सेना और अर्द्धसैनिक बलों में कार्यरत या सेवानिर्वत जवानों के बच्चों को पूरी पढ़ाई के दौरान ट्यूश्न फी में 35 प्रतिशत की छात्रवृति और कार्यरत या सेवानिर्वत पुलिस कर्मियों के बच्चों को 25 प्रतिशत की छात्रवृति का प्रावधान है।
मोदी विश्वविद्यालय का कैरियर डेवलपमेंट सेल छात्राओं को इंर्टनशिप एवं प्लेसमेंट का भी अवसर प्रदान करता है। अमेरिकन एक्सप्रेस, जेपी मार्गन, अमेजन, ऑरेकल जैसी वैश्विक कंपनियां विश्वविद्यालय में कैंपस सेलेक्सन के लिए आती है। वर्तमान सत्र में छात्राओं को अधिकतम पैकेज 33 लाख का प्राप्त हुआ जबकि एवरेज पैकेज 11 लाख का रहा। इसके साथ ही इस वर्ष इंटर्नशिप में छात्राओं को 2 लाख तक का स्टाइपेंड भी मिला।