दिव्यराष्ट्र, गुरुग्राम: भारत के सबसे बड़े डिजिटल वॉलेट, वन मोबिक्विक सिस्टम्स लिमिटेड (मोबिक्विक) (एनएसई: मोबिक्विक/बीएसई: 544305) ने 30 जून, 2025 को समाप्त तिमाही के लिए अपने आय परिणामों (स्टैंडअलोन और समेकित) की घोषणा की। वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही के परिणाम इसके चार रणनीतिक स्तंभों: पेमेंट्स, फाइनेन्श्यिल सर्वि, नए विकास क्षेत्र और परिचालन दक्षता में निरंतर प्रगति को दर्शाते हैं। कंपनी का मुख्य पेमेंट्स बिजनेस लगातार मजबूत वृद्धि और फ्लेक्सिबिलिटी को प्रदर्शित कर रहा है।
कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन और हालिया विकास के बारे में बात करते हुए, मोबिक्विक की कार्यकारी निदेशक, को-फाउंडर और मुख्य वित्तीय अधिकारी, उपासना टाकू ने कहा, “हम अपने मुख्य व्यवसाय में निरंतर प्रगति से बहुत खुश हैं। पेमेंट में मज़बूत वृद्धि हुई है और वित्तीय सेवाओं में सुधार हुआ है, जिसके परिणामस्वरूप पहली तिमाही में एबिटिडा भी बेहतर हुआ है, जो लाभप्रदता की हमारी राह को मज़बूत करता है। हम अपने काम करने के तरीके को और बेहतर बनाने और लंबे समय तक फायदे देने वाली चीजों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।”
इस तिमाही में पेमेंट जीएमवी में सालाना आधार पर 53 प्रतिशत और तिमाही दर तिमाही आधार पर 16 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और यह 38,400 करोड़ तक पहुंच गया है। यह बढ़त इसलिए हुई क्योंकि यूजर्स और व्यापारियों की संख्या बढ़ी है और उनका ऐप से जुड़ाव भी ज्यादा हुआ है। वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में उपयोगकर्ता आधार बढ़कर 18.02 करोड़ और व्यापारी आधार 46.4 लाख हो गया। नेट पेमेंट मार्जिन 15 आधार अंकों पर बना रहा, जो प्लेटफ़ॉर्म की मजबूती को प्रमाणित करता है। परिणामस्वरूप, पेमेंट बिजनेस का ग्रोस मार्जिन 28 प्रतिशत के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया, जो मार्जिन प्रतिशत में सालाना आधार पर 12 प्रतिशत की महत्वपूर्ण वृद्धि को दर्शाता है।
मोबिक्विक का डिजिटल फाइनेंस बिज़नेस अब तेजी से आगे बढ़ने की नई दिशा में है। पिछली तिमाही में ईएमआई वितरण में 32 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि के बाद, इस तिमाही में तिमाही-दर-तिमाही 31 प्रतिशत की और वृद्धि देखी गई, जिससे कुल वितरण 693.1 करोड़ तक पहुंच गया, जिसमें टेक रेट बढ़कर 8 प्रतिशत और ग्रोस मार्जिन बढ़कर 13.3 प्रतिशत हो गया। कंपनी का मानना है कि वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में वितरण और मुनाफे के मामले में सबसे कम स्तर पर रहा। अब हालात सुधरते नजर आ रहे हैं और यह कारोबार अब आगे बढ़ने की दिशा में है, जिससे आने वाले समय में इनकम और मुनाफा दोनों बढ़ने की उम्मीद है। डीएलजी मॉडल के अलावा, कंपनी वित्तीय सेवा व्यवसाय में वितरण-आधारित विस्तार पर भी ध्यान केंद्रित करेगी।