दिव्यराष्ट्र, नई दिल्ली: भारतीय टायर उद्योग की प्रमुख कंपनी, जेके टायर एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड (जेके टायर) ने वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही के लिए अपने अनऑडिटेड परिणामों की घोषणा की। इस दौरान कंपनी ने 3643 करोड़ रुपये के राजस्व पर 144 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया है । एबिडिटा 443 करोड़ रुपये एवं कर पूर्व लाभ 199 करोड़ रुपये का रहा ।
परिणामों पर टिप्पणी करते हुए, चेयरमैन एण्ड मैनेजिंग डायरेक्टर (सीएमडी) डॉ. रघुपति सिंघानिया ने कहा, “जेके टायर ने श्रेणी में कम मांग के बावजूद यात्री कार खंड में अपनी मात्रा और उपस्थिति को बरकरार रखा । वाणिज्यिक वाहन खंड में भी आम चुनाव और असामान्य भारी बारिश के कारण तिमाही के दौरान राजस्व वृद्धि प्रभावित हुई। इस तिमाही के दौरान निर्यात में सुधार से घरेलू मंदी की आंशिक भरपाई करने में मदद मिली। जेके टायर, ईवी बस श्रेणी में सभी ओईएम और रिप्लेसमेंट बाजारों में सबसे अधिक बाजार हिस्सेदारी की उपस्थिति को बरकरार रखा है।
प्रतिकूल मौसम की परिस्थिति और आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधानों के कारण प्राकृतिक रबर की कीमतों में तेज वृद्धि से परिचालन लाभ मार्जिन प्रभावित हुआ। हालांकि, विवेकपूर्ण मूल्य वृद्धि, उत्पाद प्रीमियमाइजेशन और रणनीतिक सुदृढ़ इन्वेंट्री के माध्यम से इस प्रभाव को आंशिक रूप से कम किया जा सका ।
जैसे-जैसे हम वर्ष की दूसरी छमाही में आगे बढ़ रहे हैं, हमें उम्मीद है कि आगामी त्योहारी सीजन, सरकारी बुनियादी ढांचे के खर्चों की बहाली और भारी बारिश के मौसम के बाद निर्माण, औद्योगिक और खनन गतिविधियों के सामान्य होने से हम मांग में सुधार होने के प्रति आशान्वित है।
जेके टायर की सहायक कंपनियों, कैवेंडिश इंडस्ट्रीज लिमिटेड (सीआईएल) और जेके टॉर्नेल, मैक्सिको ने कंपनी के समग्र राजस्व और लाभप्रदता में महत्वपूर्ण योगदान देना बरकरार रखा है।
जेके टायर एक ग्रीन कंपनी है और 2030 तक कार्बन तीव्रता को 50% तक कम करने के लिए प्रतिबद्ध है। स्थिरता को कायम रखना कंपनी की गतिविधि के मूल में है, चाहे वह विनिर्माण उत्कृष्टता हो या अगली पीढ़ी के तकनीकी उन्नत उत्पादों का विकास। उन्होंने आगे कहा कि, यह वास्तव में गर्व की बात है कि, “जेके टायर को सतत विकास और सामुदायिक निर्माण की दिशा में अपने समर्पित प्रयासों के लिए प्रतिष्ठित महात्मा अवॉर्ड 2024 से सम्मानित किया गया है।”