जयपुर, दिव्यराष्ट्र। कला, संस्कृति और रचनात्मकता का उत्सव मनाने के लिए, फिक्की लेडीज ऑर्गेनाइजेशन (फ्लो) जयपुर चैप्टर द्वारा राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर (आरआईसी) में आयोजित दो दिवसीय ‘जयपुर आर्ट फेयर’ का रविवार को पुरस्कार समारोह के साथ समापन हुआ। ‘रंग दे जयपुर’ थीम पर आयोजित इस कला उत्सव में राजस्थान की जीवंत विरासत और संस्कृति की सुंदर प्रस्तुति देखने को मिली। वहीं हैंडीक्राफ्ट और हैंडलूम में ख्याति प्राप्त लगभग 88 कलाकारों को अपनी कला और रचनात्मकता प्रदर्शित करने के लिए भी एक मंच प्राप्त हुआ। इनमें करीब 15 राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता आर्टीजंस भी शामिल थे। पुरस्कार समारोह में विजेता प्रतिभागियों और पुरस्कार विजेता आर्टीजंस को सम्मानित किया गया।
फिक्की फ्लो जयपुर की चेयरपर्सन (2024-25) और चीर सागर एक्सपोर्ट्स की निदेशक, रघुश्री पोद्दार ने ‘जयपुर आर्ट फेयर’ के सफलतापूर्वक आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इस मंच के माध्यम से हमने राजस्थान की समृद्ध पारंपरिक कलाओं को जीवंत करने और सक्रिय रूप से बढ़ावा देने का प्रयास किया। हैंडीक्राफ्ट व हैंडलूम आर्टीजंस को भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने और अपनी अद्भुत कला को लोगों तक पहुंचाने का अवसर प्राप्त हुआ। इस दो दिवसीय फेयर के दौरान हैंडब्लॉक प्रिंट्स, मीनाकारी, जेमस्टोन कार्विंग, ब्लू पॉटरी, तारकाशी, वुड कार्विंग, फड़ पेंटिंग, लघु चित्रकला, कोफ्तगिरी सहित विभिन्न शैलियों का आर्टवर्क प्रस्तुत किया गया।
पोट्र्र्रेट एग्जीबिशन में कला के जरिए महिला सशक्तिकरण को किया साकार –‘जयपुर आर्ट फेयर’ के तहत आर्टिस्ट अशोक यू. शाह की ओर से पोट्र्रेट एग्जीबिशन लगाई गई। इसमें उन्होंने स्वयं के बनाए 25 से अधिक सफल महिलाओं के पोर्ट्रेट प्रदर्शित किए, जिनके जरिए वुमन एम्पावरमेंट को साकार किया। राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष ममता शर्मा ने इस एग्जीबिशन का उद्घाटन किया। एग्जीबिशन में शाह ने नीता अंबानी, किरण मजूमदार शाह, गीता गोपीनाथ, नताशा पूनावाला, प्रीति अडाणी, वंदना लूथरा व ईशा अंबानी जैसी प्रख्यात महिलाओं के पोर्ट्रेट प्रदर्शित किए। शाह ने बताया कि युवाओं को इन आदर्श महिलाओं से प्रेरणा लेने के उद्देश्य से इस यूथ टॉक व एग्जीबिशन का आयोजन किया गया। इसमें शाह ने स्वयं की लिखी व महिलाओं को समर्पित कुछ कविताएं व गीतों के बोल भी डिस्प्ले किए।
पुरस्कार विजेता कलाकारों की कृतियों को मिला मंच – ‘जयपुर आर्ट फेयर’ में राज्य के कई प्रख्यात कलाकारों को उनकी कला को प्रदर्शित करने का मंच प्रदान किया गया। इनमें से एक राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता कलाकार विनोद जांगिड़ ने अपनी वुड मिनिएचर कार्विंग आर्ट को प्रदर्शित किया। उन्होंने बताया कि उनकी हर कलाकृति में एक सरप्राइज एलिमेंट होता है। इसका उदाहरण देते हुए उन्होंने एक झरोखा दिखाया, जिसमें सरप्राइज एलिमेंट के रूप में शिव दरबार था। इसके अलावा उन्होंने यहां सितार, पंखी सहित अन्य कृतियां भी प्रदर्शित की। प्रसिद्ध मिनिएचर आर्टिस्ट रामू रामदेव द्वारा यहां तीन पेंटिंग्स प्रदर्शित की गई। इनमें भगवान गणेश के साथ नौ ग्रह व 27 नक्षत्र की पेंटिंग के साथ—साथ गोल्ड और रूबी एमरल्ड से बनाई रामलला और भगवान राम की पेंटिंग शामिल थी।
जयपुर के डॉ. बृज बल्लभ द्वारा नीलगिरी के नेचुरल कलर से प्रिंटेड वस्त्र व प्रेमलता द्वारा मेंण की छपाई से तैयार किए गए उत्पाद प्रदर्शित किए गए। आर्टिस्ट राम सोनी ने अनूठी सांझी कला (पेपर कटिंग) की कला से रू-ब-रू कराया। इसमें उन्होंने गोल्ड व सिल्वर पेपर को बरीकी से कैंची के काटकर बनाई गई कृतियां प्रदर्शित की। पृथ्वीराज कुमावत की जेमस्टोन कार्विंग की रचनाओं में प्रेशियस व सेमी प्रेशियस स्टोन्स से बनी कलाकृतियों ने भी विजिटर्स को काफी आकर्षित किया। इनके अलावा डॉ. दीपक संकित द्वारा मीनाकारी, गोपाल सैनी द्वारा ब्लू पॉटरी, राजेश जांगिड़ द्वारा तारकाशी, कल्याण जोशी द्वारा फड़ पेंटिंग, साबिर द्वारा लहरिया, हनीफ उस्ता द्वारा उस्ता कला, अनिल सिकलीगर द्वारा कोफ्तगिरी और द्वारका प्रसाद द्वारा कावड़ कला का डिस्प्ले किया गया।
आर्ट फेयर के दूसरे दिन कई टॉक शोज भी आयोजित किए गए। ‘द पावर ऑफ आर्ट फॉर होलिस्टिक डवलपमेंट’ पर आयोजित सेशन में जस्लीन ने चर्चा की। दूसरा टॉक शो ‘रेस्टोरिंग आर्ट एंड आर्किटेक्चर’ विषय पर आयोजित हुआ। सेशन में शालिनी गहलोत, राघव धूत, शांतनु गर्ग और सिमरन कौर अपने विचार साझा किए। वहीं, तीसरे टॉक शो ‘टॉक विद एंटरप्रेन्योर अंडर घूंघट’ में शकुंतला धूत, जयश्री पेरीवाल, सुनीता शेखावत, लीला बोर्डिया और अरुणा सिंह ने चर्चा की।
इस दो दिवसीय आर्ट फेयर में येलो ब्रिक रोड स्कूल, जयश्री पेरीवाल इंटरनेशनल स्कूल, मणिपाल यूनिवर्सिटी, मयूर स्कूल, दिशा स्कूल, खुशबू मेहता, महारानी गायत्री देवी गर्ल्स स्कूल, माहेशवरी पब्लिक स्कूल, वर्धमन ग्रुप ऑफ स्कूल्स, नीवारा अकेडमी ऑफ डिजाइन, पूर्णिमा हैंडिक्राफ्ट, पूर्णिमा यूनिवर्सिटी, सीडलिंग पब्लिक स्कूल, स्वामी केशवानंद इन्स्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मैनेजमेंट एंड ग्रामोथान, आर्क कॉलेज ऑफ डिजाइन एंड बिजनेस और नीरजा मोदी स्कूल जैसे शहर के विभिन्न संस्थानों के आर्ट इन्सटॉलेशंस, लाइव वर्कशॉप्स और महिला उद्यमियों द्वारा ऑर्गेनिक एवं आर्टिस्टिक फूड भी लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र रहे।