
टिकाऊ एग्रोफॉरेस्ट्री आधारित मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ाने की दिशा में बड़ा कदम
नई दिल्ली, दिव्यराष्ट्र*: भारत की अग्रणी इंटीरियर इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियों में से एक, ग्रीनप्लाई इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड ने ओडिशा के कोरापुट ज़िले के सेमिलिगुड़ा औद्योगिक प्रोजेक्ट में अपना नया इंटीग्रेटेड वुड पैनल प्रोडक्शन शुरू करने की घोषणा की।
ग्रीनप्लाई का सेमिलिगुड़ा इंडस्ट्रियल प्रोजेक्ट लॉन्च
इस प्रोजेक्ट का वर्चुअल उद्घाटन भुवनेश्वर में हुआ। कार्यक्रम में ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, उद्योग विभाग मंत्री श्री संपद चंद्र स्वाइन और वरिष्ठ सरकारी अधिकारी उपस्थित रहे। ग्रीनप्लाई इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड के चेयरमैन व मैनेजिंग डायरेक्टर श्री राजेश मित्तल ने नवाचार, स्थायित्व और ओडिशा सरकार के साथ दीर्घकालिक साझेदारी की प्रतिबद्धता दोहराई।
कार्यक्रम में बोलते हुए श्री मित्तल ने कहा,“हम ओडिशा सरकार के साथ इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट पर जुड़कर सम्मानित महसूस कर रहे हैं। ज़मीन आवंटन, सिंगल-विंडो क्लीयरेंस और स्वीकृतियों में राज्य सरकार के सहयोग से यह सपना साकार हुआ है। हमारी प्लाइवुड और एमडीएफ यूनिट्स न केवल रोज़गार पैदा करेंगी, बल्कि एग्रोफॉरेस्ट्री आधारित टिकाऊ विकास को भी मज़बूती देंगी, जिससे स्थानीय समुदाय और उद्योग—दोनों को लाभ मिलेगा।”
उन्होंने आगे कहा, “यह प्रोजेक्ट आत्मनिर्भर भारत की भावना और माननीय प्रधानमंत्री जी की मेक इन इंडिया पहल के अनुरूप है। प्लाइवुड और पैनल सेक्टर में क्वालिटी कंट्रोल स्टैंडर्ड्स के लागू होने से भारतीय उत्पादों को बड़ा प्रोत्साहन मिला है और देशभर में रोज़गार के अवसरों में कई गुना वृद्धि हुई है।”
समुदाय और उद्योग—दोनों के लिए लाभकारी
ग्रीनप्लाई का सेमिलिगुड़ा औद्योगिक प्रोजेक्ट, उसकी पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी ग्रीनप्लाई संडीला प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से विकसित किया गया है। यह प्रोजेक्ट रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थान पर स्थित है—जहाँ प्रचुर मात्रा में प्लांटेशन लकड़ी उपलब्ध है, जिससे किफ़ायती और टिकाऊ कच्चा माल सुनिश्चित होता है। साथ ही, उत्कृष्ट सड़क और रेल कनेक्टिविटी से घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाज़ारों तक आसान पहुँच मिलती है।
ओडिशा की अनुकूल नीतियों और कुशल स्थानीय कार्यबल के सहयोग से विकसित यह प्रोजेक्ट ₹600 करोड़ से अधिक का निवेश है। इससे 1,200 से ज़्यादा प्रत्यक्ष रोज़गार और बड़ी संख्या में अप्रत्यक्ष अवसर पैदा होंगे। यह स्थानीय सप्लायर्स, एसएमईज़ और स्किल-बिल्डिंग कार्यक्रमों को बढ़ावा देकर क्षेत्रीय आर्थिक विकास को भी आगे बढ़ाएगा।
एग्रोफॉरेस्ट्री से टिकाऊ विकास
ग्रीनप्लाई का सिद्धांत है—प्रकृति को लौटाना। यही कारण है कि कंपनी ज़िम्मेदार और पर्यावरण-हितैषी मैन्युफैक्चरिंग में लगातार आगे रही है। अब तक कंपनी ने अपने संयंत्रों के आसपास 1 लाख एकड़ से अधिक भूमि पर 7.5 करोड़ से ज्यादा पौधे लगाए हैं। यह संरचित एग्रोफॉरेस्ट्री मॉडल किसानों की आमदनी बढ़ाता है, भारत के 33% हरित आवरण लक्ष्य में योगदान देता है और उद्योग को कार्बन-न्यूट्रल ग्रोथ की दिशा में ले जाता है।