भविष्य की स्थिरता के लिए रोडमैप दिया
हैदराबाद, दिव्यराष्ट्र/: पिछले साल नवंबर में ग्रैन्यूल्स ग्रीन हार्टफुलनेस रन के सफल तीसरे संस्करण के बाद जेवीआर पार्क में एक पोस्ट-रन पौधारोपण अभियान का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य अतिरिक्त 100 पौधे लगाना और 2025 के संस्करण तक 30,000 पेड़ लगाने का लक्ष्य हासिल करना है।
ग्रैन्यूल्स ट्रस्ट और हार्टफुलनेस द्वारा आयोजित वृक्षारोपण अभियान को युवा मामले और खेल मंत्रालय तथा फिट इंडिया का समर्थन प्राप्त है और यह पर्यावरण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता की दिशा में एक आगे बढ़त हुआ कदम है। ग्रैन्यूल्स ग्रीन हार्टफुलनेस अभियान ने 2024 में ही स्थिरता लक्ष्य का 88% लक्ष्य हासिल कर लिया है। इस कार्यक्रम में सीएचआरओ और ग्रैन्यूल्स इंडिया के अतुल धवले; जोएल चंद्र – ए वी पी ग्रैन्यूल्स इंडिया लिमिटेड ; चैतन्या – ग्रैन्यूल्स इंडिया लिमिटेड ; हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट के हरि तोटा; फॉरेस्ट बाय हार्टफुलनेस की पल्लवी और जीएचआर मैराथन निदेशक रचना मेहता ने भाग लिया। वृक्षारोपण अभियान में कॉर्पोरेट नेता और स्वयंसेवक हरित भविष्य के लिए एक साथ शामिल हुए।
फॉरेस्ट बाय हार्टफुलनेस की पहल ने इस वर्ष के संस्करण के तहत लगाए गए 4,000 पेड़ों में योगदान दिया और पिछले वर्षों में लगाए गए 18,000 पेड़ों में वृद्धि की। प्रारंभिक लक्ष्य 3 संस्करणों में 25000 पेड़ लगाना था, हालाँकि, पूरे भारत में लोगों के अधिक समर्थन के कारण यह लक्ष्य अब 30,000 तक बढ़ा दिया गया है। दौड़ में बोर्ड का अनावरण भी हुआ जिसमें वक्ताओं ने अगले संस्करण के लिए स्थिरता के लिए अपने सामूहिक दृष्टिकोण और योजनाओं को साझा किया।
हार्टफुलनेस के मार्गदर्शक और राम चंद्र मिशन के अध्यक्ष दाजी ने कहा, “हमारे बच्चों के लिए हरित भविष्य का निर्माण करना और उन्हें हरियाली और स्थिरता का महत्व समझाना हमारी जिम्मेदारी है। यह बहुत ही खुशी की बात है कि हर नए संस्करण के साथ ग्रीन ग्रैन्यूल्स हार्टफुलनेस रन में अधिक से अधिक प्रतिभागी शामिल हो रहे हैं और अधिक पौधे लगाने में योगदान दे रहे हैं। यह दर्शाता है कि हमारे पर्यावरण को बचाने के लिए युवापीढ़ी में भी जागरूकता और संवेदनशीलता बढ़ रही है। पौधे भी हमारे जैसे ही संवेदनशील प्राणी हैं, प्रत्येक नए पौधे के साथ हम एक नए जीवन का पालन-पोषण कर रहे हैं।”
ग्रेन्यूल्स इंडिया लिमिटेड की कार्यकारी निदेशक उमा चिगुरुपति ने कहा, “ग्रेन्यूल्स में, हम मानते हैं कि हमारी असली ताकत उन समुदायों में निहित है जिनकी हम सेवा करते हैं, और उनका समर्थन फॉरेस्ट बाय हार्टफुलनेस के साथ हमारी पहल की सफलता के लिए महत्वपूर्ण रहा है। हमारे लक्ष्य का 80% से अधिक पहले ही हासिल हो चुका है, हम इसे 30,000 पौधों तक बढ़ाने के लिए प्रेरित हैं। साथ मिलकर हम सिर्फ पेड़ नहीं लगा रहे हैं – हम अगली पीढ़ियों के लिए एक हरियाली भरा स्वस्थ भविष्य तैयार कर रहे हैं।”
ग्रैन्यूल्स ग्रीन हार्टफुलनेस के बाद चलाए गए वृक्षारोपण अभियान का उद्देश्य लुप्तप्राय पौधों की प्रजातियों की रक्षा करते हुए शारीरिक स्वास्थ्य और पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देना भी था। इसके अतिरिक्त इसका उद्देश्य सामुदायिक सहभागिता, हार्टफुलनेस अभ्यासों का प्रसार और पारिस्थितिक कारणों में योगदान देना है।
हार्टफुलनेस के बारे में: हार्टफुलनेस, ध्यान के अभ्यासों और जीवन शैली में बदलाव का एक सरल संग्रह प्रदान करता है। इसकी उत्पत्ति बीसवीं शताब्दी के आरम्भ में हुई और भारत में 1945 में श्री राम चंद्र मिशन की स्थापना के साथ इसे औपचारिक रूप दिया गया, जिसका उद्देश्य था एक-एक करके हर हृदय में शांति, ख़ुशी और बुद्धिमत्ता लाना। ये अभ्यास योग का एक आधुनिक रूप हैं जिनकी रचना एक उद्देश्यपूर्ण जीवन की दिशा में पहले कदम के रूप में संतोष, आंतरिक शांति और स्थिरता, करुणा, साहस और विचारों में स्पष्टता लाने के लिए की गई है। वे सरल और आसानी से अपनाए जाने योग्य हैं और जीवन के सभी क्षेत्रों, संस्कृतियों, धार्मिक विश्वासों और आर्थिक स्थितियों के लोगों के लिए उपयुक्त हैं, जिनकी उम्र पंद्रह वर्ष से अधिक है। हार्टफुलनेस अभ्यासों में प्रशिक्षण हजारों स्कूलों और कॉलेजों में चल रहा है, और 100,000 से अधिक पेशेवर दुनिया भर में कॉर्पोरेट निगमों, गैर-सरकारी और सरकारी निकायों में ध्यान कर रहे हैं। 160 देशों में 5,000 से अधिक हार्टफुलनेस केंद्रों का हजारों प्रमाणित स्वयंसेवी प्रशिक्षकों और लाखों अभ्यास करने वालों द्वारा संचालन किया जाता है।