नई दिल्ली : दिव्यराष्ट्र/ वॉल्यूम के मामले में 2024 की तीसरी तिमाही में भारत में 248.3 टन सोने की मांग रही, जो 2023 की तीसरी तिमाही में 210.2 टन की मांग के मुकाबले 18% ज्यादा है। मूल्य के मामले में 2024 की तीसरी तिमाही में भारत में 1,65,380 करोड़ रुपये के सोने की मांग थी, जो 2023 की तीसरी तिमाही में 1,07,700 करोड़ रुपये की मांग के मुकाबले 53% ज्यादा है। वॉल्यूम के मामले में 2024 की तीसरी तिमाही में भारत में आभूषणों की कुल मांग 171.6 टन थी, जो 2023 की तीसरी तिमाही में 155.7 टन के मुकाबले 10% ज्यादा थी। मूल्य के मामले में 2024 की तीसरी तिमाही में भारत में कुल 1,14,300 करोड़ रुपये के आभूषणों की मांग थी, जो 2023 की तीसरी तिमाही में 79,830 करोड़ रुपये के आभूषणों की मांग के मुकाबले 43% अधिक है। वॉल्यूम के मामले में 2024 की तीसरी तिमाही में सोने में निवेश की कुल मांग 76.7 टन थी, जो 2023 की तीसरी तिमाही में 54.5 टन की मांग के मुकाबले 41% ज्यादा है। मूल्य के मामले में 2024 की तीसरी तिमाही में सोने में निवेश मांग 51,080 करोड़ रुपये थी, जो 2023 की तीसरी तिमाही 27,940 करोड़ रुपये की मांग के मुकाबले 83% अधिक है।
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के रीजनल सीईओ, इंडिया, सचिन जैन ने कहा, “2024 की तीसरी तिमाही में भारत में सोने की मांग साल-दर-साल 18% बढ़ते हुए 248.3 टन तक पहुंच गई। जुलाई में सोने के आयात शुल्क में की गई भारी कटौती के बाद आभूषणों की मांग ने 2023 की तीसरी तिमाही में 155.7 टन के मुकाबले 10% बढ़कर 171.6 टन तक पहुंचकर 2015 के बाद सबसे मजबूत तीसरी तिमाही दर्ज की। जुलाई खत्म होते-होते ग्राहकों की मांग तेजी से बढ़ी और सितंबर के मध्य तक मजबूत रही। निवेश की मांग 41% की तेज वृद्धि के साथ 2023 की तीसरी तिमाही में 54.5 टन के मुकाबले बढ़कर 76.7 टन हो गई। भारत में ईंटों और सिक्कों की मांग ने 2012 के बाद सबसे मजबूत तीसरी तिमाही दर्ज की। जुलाई में आयात शुल्क की कटौती के बाद हुए मूल्य सुधार से निवेशकों का उत्साह बढ़ा और कीमतें बढ़ने की उम्मीद के साथ कई निवेशकों ने बाजार में प्रवेश किया।”
शुल्क में की गई कटौती ने अगस्त में सोने के मूल्यों में हुई वृद्धि के प्रभाव को कम कर दिया और अगली कुछ तिमाहियों में होने वाली शादियों के लिए लोगों ने समय से पहले ही खरीददारी कर ली, साथ ही पिछले कुछ तिमाहियों से चलती आ रही मांग भी इस समय उभरकर आई। अच्छी बारिश ने छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में भी मांग को काफी मजबूत कर दिया।
सोने का आयात 2023 की तीसरी तिमाही में 193 टन की तुलना में 87% की मजबूत वृद्धि के साथ 2024 की तीसरी तिमाही में बढ़कर 360.2 टन हो गया। शुल्क में कटौती होने के बाद भारत में तस्करी द्वारा लाया जाने वाला सोना समाप्त हो गया। साथ ही, भारत में रिसाइक्लिंग पिछले साल इसी अवधि में 19.2 टन के मुकाबले 22% बढ़कर 23.4 टन हो गई। शुल्क कम करने का एक और प्रभाव गोल्ड लोन कंपनियों द्वारा की जाने वाली बिक्री पर पड़ा, जिन्होंने अपने नॉन-परफॉर्मिंग लोन से होने वाले नुकसान को कम करने के लिए रुपये में होने वाली सोने के मूल्य की गिरावट के बाद अपनी कुछ होल्डिंग्स की नीलामी की।