Home एजुकेशन भगवन हैसियत नहीं, आपके भाव देखता हैं –  सावजी भाई ढोलकिया

भगवन हैसियत नहीं, आपके भाव देखता हैं –  सावजी भाई ढोलकिया

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-पद्मश्री सावजी भाई ढोलकिया ने जेईसीआरसी के ओरिएंटेशन प्रोग्राम ‘परिचय 2024’ में  स्टूडेंट्स को  सिखाएं जीवन जीने के फंडे

जयपुर, दिव्यराष्ट्र/ जेईसीआरसी कॉलेज में चल रहे तीन दिवसीय ओरिएंटेशन प्रोग्राम ‘परिचय’ के दूसरे दिन फ्रेशर्स को मनोरंजन और शिक्षा का अनूठा संगम देखने को मिला। कार्यक्रम में पद्मश्री विभूषित, फाउंडर एंड चेयरमैन हरी कृष्णा एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड श्री सावजी ढोलकिया मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहें। साथ ही रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल रोहित मिश्रा, सीईओ डायनेमिक माइंस ग्रुप डॉ. अदिति सिंघल ने बतौर स्पीकर शिरकत की। उत्साह से भरपूर इस माहौल में कॉमेडियन गौरव कपूर के जोक्स ने हंसी की फुहार छोड़ी।

वाइस चेयरपर्सन, अमित अग्रवाल, ने स्टूडेंट्स का मुख्य अतिथि श्री सावजी भाई से परिचय करवाते हुए बताया कि सावजी भाई वह महान व्यक्तित्व हैं, जिन्हें हमें अपना रोल मॉडल बनाना चाहिए। एक प्रतिष्ठित हीरा कारोबारी होने के साथ सावजी एक उदार, दयावान व्यक्ति हैं, जो हमेशा से समाज के प्रति अपने कर्तव्यों का निष्ठा से निर्वहन करते आए हैं। ढोलकिया फाउंडेशन द्वारा समाज कल्याण के क्षेत्र में कई सकारात्मक कदम उठाए गए हैं, जिसमें स्किल इंडिया इंसेंटिव सेरेमनी, हरी कृष्णा सरोवर, सामूहिक विवाह सम्मेलन, सोशल अवेयरनेस प्रोग्राम का आयोजन शामिल हैं। ऐसी समाज कल्याण के प्रति समर्पण की भावना का सम्मान भारत सरकार द्वारा सावजी भाई को मार्च 2022 में पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित  किया गया।

सावजी भाई ने स्टूडेंट्स को खुद के साथ हमेशा ईमानदार रहने की सलाह देते हुए कहा कि जीवन के हर मुकाम पर, प्रत्येक किरदार को पूर्ण लग्न के साथ निभाओ, और हमेशा बेहतर बनने का प्रयास करते रहो। जिस कार्य को आप करते हो आप को उसमे एक्सपर्ट होना चाहिए। साथ ही स्टूडेंट्स में अन्य के प्रति सद्भावना भी होनी चाहिए, ‘अच्छा बनो और अच्छा करो’ मंत्र को अपनाइए। सावजी भाई और वाइस चांसलर के बीच हुई फायर साइड चैट में कई मजेदार सवाल पूछे गए ।सावजी ढोलकिया ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा, “आपको हमेशा अपने आप पर विश्वास रखना चाहिए और यह सोचना चाहिए कि ‘मैं सबसे अच्छा हूं।’ सफलता की राह में आत्मविश्वास सबसे महत्वपूर्ण होता है। जब भी कोई चुनौती सामने आए, तो ‘मैं कर सकता हूं’ का संकल्प मन में रखना चाहिए।”उन्होंने आगे कहा, “सफलता की दौड़ में खुद को ‘विजेता’ मानना बहुत जरूरी है। इससे आपकी ऊर्जा और आत्मविश्वास दोनों में वृद्धि होती है। भगवान हमेशा हमारे साथ होते हैं, और इस विश्वास के साथ हमें हर दिन को एक नए अवसर के रूप में देखना चाहिए।”ढोलकिया ने छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि आज का दिन नया है और हर दिन नई शुरुआत का प्रतीक होता है। उन्होंने छात्रों को यह सीख दी कि जीवन में निरंतर आगे बढ़ते रहना ही सफलता की कुंजी है।

“भगवान हैसियत नहीं, आपके भाव देखता है”
सावजी भाई ने छात्रों को यह महत्वपूर्ण संदेश भी दिया कि, “भगवान हैसियत नहीं, आपके भाव देखता है।” उन्होंने समझाया कि जीवन में सफलता पाने के लिए केवल बाहरी संसाधनों और धनी होने की आवश्यकता नहीं है, बल्कि सच्चे मन से किया गया प्रयास और सकारात्मक सोच ही सबसे महत्वपूर्ण हैं। भगवान आपकी भावना, समर्पण और मेहनत को देखता है, न कि आपकी आर्थिक स्थिति को।

कार्यक्रम में विद्यार्थियों को प्लेसमेंट के लिए आवश्यक टेक्निकल और सॉफ्ट स्किल्स के बारे में बताया गया। कर्नल मिश्रा एवं डॉ. सिंघल द्वारा लिए गए की-नॉट सेशन्स में फ्रेशर्स को नैरेटिव बदलने, सक्सेस कोड क्रैक करने के तरीके बताए।

कार्यक्रम को जीवंत व आकर्षक बनाए रखने के लिए मध्य में विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गई। इसके अतिरिक्त जेनानॉयड, मूनराइडर्स, जेआईसी, एमयून, एसआरसी और पीआर एंड मीडिया सेल द्वारा लिए गए इंट्रोडक्टरी सेशन्स में मेडिटेशन, नेटवर्किंग, पब्लिक रिलेशन, रोबोटिक्स, स्टार्टअप्स और लीडरशिप जैसे कई टॉपिक्स पर बात की गईं।

दिन का समापन स्टैंड-अप कॉमेडियन गौरव कपूर के कॉमेडी शो से हुआ, जिसमें गौरव कपूर के ह्यूमर और जोक्स ने स्टूडेंट्स के साथ फैकल्टीज् को भी ठहाके मार कर हंसने पर मजबूर कर दिया।

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