छात्र राजनीति में महिला सशक्तिकरण की नई मिसाल— मैथिली मृणालिनी बनीं पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ अध्यक्ष
पटना,, दिव्यराष्ट्र/ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ते हुए अध्यक्ष पद पर ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। यह जीत और भी महत्वपूर्ण इसलिए है क्योंकि विश्वविद्यालय की 108 वर्षों की यात्रा में पहली बार किसी छात्रा ने अध्यक्ष पद पर विजय प्राप्त की है। एबीवीपी की प्रत्याशी मैथिली मृणालिनी ने 603 मतों के अंतर से एनएसयूआई के प्रत्याशी मनोरंजन कुमार राजा को पराजित कर यह ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। 1974 में जब पहली बार पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव आयोजित हुआ था, तब से लेकर अब तक किसी भी छात्रा को इस पद पर चुने जाने का अवसर नहीं मिला था। इस जीत ने न केवल छात्र राजनीति में महिलाओं की भागीदारी को मजबूती दी है, बल्कि यह छात्र शक्ति और सशक्त नेतृत्व की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने इस चुनाव में महिला नेतृत्व को प्राथमिकता दी और एक योग्य, सशक्त एवं कर्मठ प्रत्याशी के रूप में मैथिली मृणालिनी को उतारा। उनकी यह ऐतिहासिक जीत छात्र राजनीति में महिलाओं की भूमिका को और अधिक प्रभावशाली बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। एबीवीपी ने सदैव छात्रों के शैक्षणिक और सामाजिक हितों की रक्षा की है। यह विजय विश्वविद्यालय परिसर में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, पारदर्शी प्रशासन और छात्र हितों की सुरक्षा की दिशा में एक नई ऊर्जा लेकर आएगी।
अपनी जीत पर मैथिली मृणालिनी ने कहा, “यह केवल मेरी व्यक्तिगत विजय नहीं है, बल्कि यह उन सभी छात्राओं की जीत है जो विश्वविद्यालय में अपने अधिकारों और नेतृत्व के अवसरों की प्रतीक्षा कर रही थीं। हमारा संकल्प ‘फाइव पी’ – प्रवेश, परीक्षा, पाठ्यक्रम, परिसर और परिणाम – को बेहतर बनाना है। हम पटना विश्वविद्यालय को शैक्षणिक उत्कृष्टता का केंद्र बनाएंगे और छात्रों की सभी आवश्यकताओं को प्राथमिकता देंगे। यह विश्वविद्यालय देश के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों में से एक है, और हम इसके गौरव को पुनर्स्थापित करने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे।”
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. वीरेंद्र सिंह सोलंकी ने इस ऐतिहासिक जीत पर कहा, “एबीवीपी ने सदैव छात्र हितों की रक्षा और नेतृत्व के विकास को प्राथमिकता दी है। मैथिली मृणालिनी की यह जीत केवल पटना विश्वविद्यालय तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पूरे देश में छात्र राजनीति में महिला सशक्तिकरण की एक प्रेरणादायक मिसाल बनेगी। एबीवीपी का उद्देश्य केवल चुनाव जीतना नहीं, बल्कि छात्र राजनीति को सकारात्मक दिशा में ले जाना है। यह विजय छात्रों के विश्वास, परिश्रम और संकल्प की जीत है, और हम इसी ऊर्जा के साथ छात्रहितों के लिए काम करते रहेंगे।”