ग्रेटर नोएडा, दिव्यराष्ट्र/- भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) यूपी हेल्थ समिट 2024 का पहला हेल्थ ट्रेनिंग सत्र नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी (एनआइयू) के ऑडिटोरियम में संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में 250 से अधिक छात्रों की उपस्थिति में, डिजिटल स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य पर केंद्रित चर्चाएं की गईं।
सीआईआई यूपी राज्य की उपाध्यक्ष और यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल्स प्राइवेट लिमिटेड की एमडी, डॉ. उपासना अरोड़ा ने सत्र की शुरुआत करते हुए उत्तर प्रदेश को “उत्तम प्रदेश” बनाने के लिए हर छात्र को हेल्थकेयर का ब्रांड एम्बेसडर बनाने की बात कही।
नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के चेयरमैन डॉ. देवेश कुमार सिंह ने मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को रेखांकित किया और बताया कि टेलीमेडिसिन और डिजिटल स्वास्थ्य ने हेल्थकेयर को अधिक सुलभ और उन्नत बनाया है।
नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ. विक्रम सिंह ने छात्रों से सत्र में धैर्यपूर्वक सुनने और सक्रिय भागीदारी करने का आग्रह किया।
मुख्य अतिथि और नाभ के सीईओ, डॉ. अतुल मोहन कोच्चर ने 2047 तक भारत की स्वास्थ्य सेवा की गुणवत्ता को सुधारने के उद्देश्य पर जोर दिया।
फेलिक्स हॉस्पिटल्स, नोएडा के चेयरमैन और निदेशक, डॉ. डी.के. गुप्ता ने डिजिटल स्वास्थ्य के महत्व पर जोर देते हुए सत्र का समापन किया। उन्होंने तेजी से डिजिटलाइजेशन और उभरती तकनीकों जैसे एमएमएस, ईएमआर एआई और रोबोटिक्स पर चर्चा की।
यह सत्र उत्तर प्रदेश और देश में स्वास्थ्य सेवा मानकों को उन्नत करने की प्रतिबद्धता के साथ समाप्त हुआ।