Home न्यूज़ एकलव्य को मिला “गुरू” का साथ, राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में लहराया...

एकलव्य को मिला “गुरू” का साथ, राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में लहराया परचम

0

– राष्ट्रीय प्रतियोगिता में प्रदेश के स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूल के छात्रों का डंका
– चार बार विजेता- उपविजेता रह चुके हैं छात्र
– इस बार दसवीं का छात्र एकलव्य बना उपविजेता  
जयपुर. दिव्यराष्ट्र/गुरू द्रोणाचार्य और एकलव्य की कहानी तो आपने सुनी ही होगी। मौजूदा समय में एक ऐसे गुरु हैं जिन्होंने छात्रों को चैंपियन बनाने की ठानी तो एक के बाद एक लगातार छह साल तक विद्यार्थियों को पदक दिलवाए। जी हां, हम बात कर रहे हैं सूरतगढ़ के स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूल के छात्र एकलव्य व उनके शिक्षक श्री सुरेश पुरोहित की।

दरअसल एकलव्य ने टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज व कर्नाटक सरकार की ओर से आयोजित किए जाने वाले टीसीएस रूरल आईटी क्विज में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। एकलव्य को पचास हजार रुपए का नकद पुरस्कार भी मिला है।

विद्यालय के प्रधानाचार्य बजरंग लाल भादु ने बताया कि इस राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में इस बार एकलव्य ने अपनी प्रतिभा का परिचय देते हुए दूसरा स्थान हासिल किया है। कक्षा दस के इस छात्र को नकद पुरस्कार भी मिला है। इस बार प्रतियोगिता के पहले चरण में 5.6 छह लाख बच्चे शामिल हुए थे। विभिन्न चरणों को पार करते हुए एकलव्य ने यह उपलब्धि हासिल की है।

हमारे विद्यालय के लिए यह गौरव का विषय है। इससे पूर्व भी विद्यालय इस प्रतियोगिता में अपना नाम दर्ज करवा चुका है। चार बार विद्यालय के छात्र टॉप रैंक में रहे हैं। इससे पूर्व साल 2018 व 2020 में हमारे विद्यार्थी पहले स्थान पर रहे हैं। साल 2023 व २2024 में दूसरे स्थान पर रहे हैं।

ये उपलब्धि हासिल करने के पीछे हमारे आईटी के व्याख्याता श्री सुरेश पुरोहित का अहम योगदान है। इस राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता की तैयारी में वे छात्रों के साथ पूरे समर्पित तरीके से लगे रहते हैं। उनका मार्गदर्शन और विद्यार्थियों की मेहनत से यह उपलब्धि हासिल हो सकी है।

21 नवंबर को टाटा कंसल्टेंसी की ओर से यह प्रतियोगिता बेंगलुरु में आयोजित की गई थी। इस प्रतियोगिता में दस राज्यों के विद्यार्थियों ने भाग लिया था। इसमें राजस्थान का प्रतिनिधित्व करते हुए एकलव्य ने प्रदेश का मान बढ़ाया है।

NO COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version