दिव्यराष्ट्र, जयपुर: एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) ने जयपुर में साउथ एशिया क्लीन एनर्जी फोरम (सासेफ 2024) के दौरान ‘मार्केट ट्रांसफॉर्मेशन फॉर सुपर एफिशिएंट एप्लायंसेज’ (अति दक्ष उपकरणों के लिए बाजार में बदलाव) विषय पर यूएसएड के साथ मिलकर महत्वपूर्ण सत्र की सह-मेजबानी की। इस सत्र में ऊर्जा-दक्ष उपकरणों को अपनाने की गति बढ़ाने के लिए दक्षिण एशियाई देशों के बीच स्थानीय सहयोग की तत्काल आवश्यकता सामने आई। यह पहल अपने अनूठे बिजनेस मॉडल का लाभ लेते हुए ऊर्जा दक्ष समाधानों के माध्यम से बाजार में क्रांतिकारी बदलाव लाने के ईईएसएल के मिशन के अनुरूप है।
इस दौरान अपने संबोधन में ईईएसएल के विशाल कपूर ने कहा,‘हाल ही एक रिपोर्ट से सामने आया है कि मात्र 20 प्रमुख उपकरणों पर ही दुनियाभर में करीब 45 प्रतिशत बिजली खर्च होती है। यह आंकड़ा दिखाता है कि ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में कितनी व्यापक संभावनाएं हैं। अगर दुनिया की करीब आधी बिजली इन उपकरणों पर खर्च हो जाती है, तो निश्चित तौर पर इन उपकरणों पर खर्च होने वाली बिजली की बचत के लिए निवेश करने से विभिन्न देशों को बड़ा फायदा हो सकता है।
अपने संबोधन में यूएसएड के सीनियर क्लीन एनर्जी स्पेशलिस्ट अपूर्व चतुर्वेदी ने कहा, ‘भारत में हम काफी समय से एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। यह साझेदारी कंपनी की शुरुआत के कुछ ही समय बाद से चलती आ रही है। वर्तमान समय में हमारा ध्यान उनके सुपर एफिशिएंट एयर कंडीशनिंग प्रोग्राम पर है, जिसके तहत ऐसे एयर कंडीशनर पेश किए गए हैं, जो अभी बाजार में उपलब्ध 5-स्टार रेटिंग वाले एयर कंडीशनर्स की तुलना में 25 से 30 प्रतिशत कम बिजली खर्च करते हैं। इन एयर कंडीशनर्स की कीमत लगभग मौजूदा 5-स्टार एयर कंडीशनर्स के करीब ही है। ईईएसएल के अनूठे बिजनेस मॉडल के माध्यम से कीमत की चुनौती का समाधान निकाला गया है। उनके साथ हमारे प्रयास मांग और ऐसे उत्पादों की स्वीकार्यता बढ़ाने पर केंद्रित हैं।’