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चुपा चुप्स का नया कैंपेन ‘समझ के बाहर’ अपने खट्टे और मीठे मज़े को करता है मनोरंजक

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अजमेर, दिव्यराष्ट्र/परफ़ेटी वैन मेले के प्रतिष्ठित और मज़ेदार कन्फेक्शनरी ब्रांड्स में से एक, चुपा चुप्स ने अपना एक नया कैंपेन लॉन्च किया है, जो अपने खास खट्टे और मीठे स्वाद के अनोखे प्रभाव को नए अंदाज़ में पेश करता है। कैंपेन के तहत नए टीवीसी के ज़रिए यह दिखाया गया है कि कैसे खट्टे और मीठे का यह अनोखा मेल साधारण लम्हों को भी मस्तीभरे माहौल में बदल सकता है।
ब्रांड का उद्देश्य रोज़मर्रा के लम्हों में मस्ती का तड़का लगाना है। यह कैंपेन मज़ेदार और हल्के-फुल्के अंदाज़ में दिखाता है कि कैसे चुपा चुप्स स्वीट एंड सॉर बेल्ट्स के स्वाद से तर्क और कल्पना की टक्कर हो जाती है। असाधारण स्वाद के साथ यह फिल्म उस अनिश्चितता को अपनाती है, जब मिठे और खट्टे का टकराव होता है और तर्क ताक पर रख दिया जाता है।
टीवीसी की शुरुआत एक साधारण माहौल में होती है, जहाँ कुछ दोस्त कैरम खेल रहे हैं। लेकिन जैसे ही वे चुपा चुप्स बेल्ट्स का स्वाद चखते हैं, यह परिचित खेल अचानक मज़ेदार अनिश्चितताओं में बदल जाता है। पूरा दृश्य एक ऐसे पल की ओर बढ़ता है जो इस कैंपेन की मूल सोच को दर्शाता है, “समझ के बाहर है, जैसे चुपा चुप्स स्वीट है या सोउर है।”
कैंपेन के बारे में बात करते हुए, परफ़ेटी वैन मेले इंडिया के डायरेक्टर मार्केटिंग, गुंजन खेतान ने कहा, “चुपा चुप्स के लिए ‘फॉरएवर फन’ हमारी मूल भावना रही है। इस कैंपेन के ज़रिए हम एक साधारण स्वाद अनुभव को अनपेक्षित मस्ती में बदलना चाहते थे। हमारे बेल्ट्स में खट्टे और मीठे का यह मेल सिर्फ स्वाद के बारे में नहीं है, बल्कि इसकी हर बाइट में हंसी, खुशी और ढेर सारी मस्ती का अहसास है। और “समझ के बाहर है, जैसे चुपा चुप्स मीठा है या खट्टा है” थीम इसे खूबसूरती से दर्शाती है। यह चुपा चुप्स को उस पीढ़ी के लिए एक पसंदीदा ब्रांड बनाने के हमारे दृष्टिकोण को दर्शाता है, जो एक्सप्रेशन, अनिश्चितता और नो-फिल्टर मस्ती को महत्व देती है। यह फिल्म हमें याद दिलाती है कि कभी-कभी तर्क के नियमों को तोड़ना ही किसी पल को यादगार बना देता है।”
ओगिलवी द्वारा संकल्पित यह कैंपेन कल्पनाओं से भरी कहानियों, साधारण रोज़मर्रा के सांस्कृतिक संकेतों और शरारत भरे अंदाज़ को जोड़ता है, जो ब्रांड की बिंदास और नटखट प्रवृत्ति को दर्शाता है।
कैंपेन के बारे में बात करते हुए, चीफ़ क्रिएटिव ऑफिसर (वेस्ट) अनुराग अग्निहोत्री ने कहा, “यह फिल्म इस बात का जश्न है कि कैसे सबसे साधारण लम्हें भी चुपा चुप्स के साथ मज़ेदार और मस्तीभरे माहौल में बदल सकते हैं। हमने एक ऐसी दुनिया की कल्पना की, जहाँ एक मासूम कैरम का खेल एकदम अलग तरह की, नियम तोड़ने वाली मस्ती और उलझन से भरपूर अराजकता में बदल जाता है। हमने चुपा चुप्स बेल्ट्स के स्वाद प्रोफ़ाइल पर ध्यान केंद्रित किया — क्योंकि जब मीठे और खट्टे का आपस में मिलन होता है, तो मस्ती तय हो जाती है। और वहीं से असली जादू शुरू होता है।”

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