कोलकाता: बिरला कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने दिसंबर तिमाही में 109 करोड़ रुपये का समेकित (कंसोलिडेटेड) शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो बीते साल की समान अवधि के मुकाबले 87 प्रतिशत अधिक है, क्योंकि कंपनी बिक्री बढ़ाने और परिचालन खर्चों को कम करने में कामयाब रही। दिसंबर तिमाही में कंपनी का एबिटिडा (ईबीआईटीडीए) 395 करोड़ रुपये और नकद लाभ 298 करोड़ रुपये रहा, जो क्रमशः 160 प्रतिशत और 359 प्रतिशत की साल-दर-साल वृद्धि दर्शाता है।
दिसंबर तिमाही में कंपनी के प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया देते हुए कंपनी के चेयरमैनश्री हर्ष वी. लोढ़ा ने कहा कि ‘‘परिणाम सभी मापदंडों में परिचालन दक्षता में सुधार पर इसके फोकस का प्रतिबिंब हैं। हम प्रीमियम और वैल्यू वर्गों, जियो-मिक्स और गो-टू-मार्केट सप्लाई चेन कस्टमाइजेशन और मुकुटबन से तेजी से सीमेंट डिस्पैच करने पर समान जोर देने के साथ, एक संतुलित ब्रांड पोर्टफोलियो के माध्यम से लागत को कम करने, क्षमता उपयोग में सुधार और प्राप्ति पर दृढ़ता से ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।’’ लोढ़ा ने कहा कि पूरे उत्तर भारत में एक मजबूत आधार स्थापित करने के बाद, कंपनी अब 2030 तक 30 मिलियन टन की कंपनी बनने की अपनी यात्रा के अगले चरण के लिए तैयार है। साथ ही, कंपनी रिन्यूएबल एनर्जी का अधिक से अधिक उपयोग बढ़ाने के सतत विकास लक्ष्यों के लिए प्रतिबद्ध है। हमारे पास ग्रीन और ब्लेंडेड सीमेंट की सबसे अधिक हिस्सेदारी है, जो हमारी सीमेंट बिक्री का 80 प्रतिशत से अधिक हिस्सा है।
तिमाही के दौरान, मात्रा के हिसाब से सीमेंट की बिक्री 4.2 मिलियन टन रही, जो बीते साल की समान तिमाही के मुकाबले 13.2 प्रतिशत अधिक थी। कंपनी ने तिमाही के लिए 85 प्रतिशत क्षमता उपयोग हासिल किया, जबकि एक साल पहले यह 74 प्रतिशत और सितंबर तिमाही में 83 प्रतिशत था। दिसंबर तिमाही के लिए प्रति टन सीमेंट उत्पादन की कुल लागत 4,375 रुपये है जो साल-दर-साल 8 प्रतिशत और क्रमिक रूप से 3 प्रतिशत की गिरावट दर्शाती है। कई आंतरिक लागत अनुकूलन उपायों के परिणाम मिलने के साथ, बिरला कॉर्पोरेशन अब उत्पादन लागत के मामले में देश के सबसे कुशल सीमेंट निर्माताओं में से एक है। दिसंबर तिमाही के लिए सीमेंट से कंपनी का परिचालन लाभ मार्जिन 17 प्रतिशत और नौ महीने की अवधि के लिए 13 प्रतिशत था।
पिछले वित्तीय वर्ष की मार्च तिमाही में, बिरला कॉर्पोरेशन ने परिचालन दक्षता में सुधार और लागत को अनुकूलित करने के लिए एक व्यापक अभियान प्रोजेक्ट शिखर लॉन्च किया था। इससे कई तरह के बदलाव हुए हैं और अब तक तिमाही के लिए सीमेंट उत्पादन लागत में कम से कम 55 रुपये प्रति टन की बचत हुई है।
तिमाही के लिए कंपनी का 2,328 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड राजस्व पिछले वर्ष की तुलना में 15 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है, क्योंकि मुकुटबन से सीमेंट डिस्पैच लगातार बढ़ रहा था और प्रमुख बाजारों में प्रीमियम उत्पादों की बिक्री का विस्तार हुआ था।
मुकुटबन ने अपनी स्केलिंग-अप यात्रा को ट्रैक पर जारी रखा और दिसंबर तिमाही के प्रत्येक महीने में सकारात्मक एबिटिडा (ईबीआईटीडीए)दर्ज किया। इससे कंपनी की लाभप्रदता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई। अनुमानों को मात देते हुए, मुकुटबन ने जनवरी 2024 में बिक्री और डिस्पैच में 200,000 टन का आंकड़ा पार कर लिया (पहले यह मार्च 2024 में हासिल होने की उम्मीद थी)।