(बाल मुकुन्द ओझा, वरिष्ठ लेखक एवं पत्रकार)
राजस्थान में भाजपा नीत भजनलाल सरकार ने 15 दिसम्बर 2024 को अपने कार्यकाल का एक साल पूरा कर लिया है। किसी भी सरकार की गति, प्रगति और अर्जित उपलब्धियों के लेखे जोखे के लिए हालांकि एक साल पर्याप्त नहीं है। भजनलाल सरकार का दावा है कि एक साल में ही जनता की सरकार के रूप में संवेदनशीलता से किये कार्य का परिणाम है कि आज समाज के सभी वर्ग सरकार के कार्यों से बेहद संतुष्ट है। सरकार का दावा है कि इस अवधि में सरकार लगातार जनता के बीच गई और जन हितैषी कार्यों को अमलीजामा पहनाया। भाजपा सरकार का दावा है कि जनहितैषी कार्यों का परिणाम था कि विधानसभा के सात उप चुनावों में से पांच में भाजपा ने विजय पताका फहराई। इस अवधि में भजनलाल सरकार के किसी भी मंत्री के दामन पर कोई दाग नहीं लगा, हालांकि अधिकारियों की कार्यशैली पर अवश्य सवालिया निशान लगे। सरकार के दावे के विपरीत विपक्ष का आरोप है कि सरकार ने एक साल में कुछ नहीं किया जिससे हर वर्ग दुखी और परेशान है। कानून व्यवथा छिन्न भिन्न है। रोजगार देने का वादा पूरा नहीं हुआ है। आमजन बेहाल है ऐसे में खुशहाली की बात करना जनता के जख्मों पर नमक छिड़कना है। दूसरी तरफ संघर्ष के पर्याय बन चुके डॉ किरोड़ी लाल मीणा कृषि मंत्री के पद से इस्तीफ़ा देने के बाद आज भी अपनी सरकार की जन विरोधी नीतियों के विरोध में आंदोलनरत है। बाबा के नाम से मशहूर किरोड़ी का कहना है भ्रष्टाचार, लालफीताशाही और अकर्मण्यता आज भी सरकार पर हावी है। इन्हें समाप्त करने के बाद ही जन कल्याण का मार्ग प्रशस्त होगा।
राज्य सरकार के कार्यों की एक साल की उपलब्धियों की बात करे तो भजनलाल शर्मा राजस्थान के पहले मुख्यमंत्री है जिन्होंने सरपंच से मुख्यमंत्री के पद की यात्रा का सफर सफलतापूर्वक तय किया है। निश्चय ही ग्राम पंचायत के सरपंच से मुख्यमंत्री बनने तक का भजनलाल शर्मा का सफर रोचक और प्रेरणादायी कहा जा सकता है। भजन लाल शर्मा ने 15 दिसम्बर 2023 को राजस्थान के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते हुए यह संकल्प लिया था कि राज्य सरकार प्रदेश की 36 कौमों के विकास के लिए वचनबद्धता के साथ कार्य कर प्रदेश में प्रगति और विकास की नई शुरूआत करेगी। उन्होंने यह संकल्प भी लिया कि विकास सभी के साथ और सबकी भागीदारी से ही होगा। सभी लोग एक साथ चलेंगे तो बदलाव आयेगा और राजस्थान प्रगति के नये सोपान तय करेगा। राजस्थान में भाजपा संगठन से जुड़े एक साधारण कार्यकर्त्ता और पहली बार के विधायक भजन लाल शर्मा को राजस्थान की कमान सौंपकर मोदी और अमित शाह ने समूचे देश को चौंका दिया था। भाजपा में मुख्यमंत्री पद के लिए अनेक बड़े दावेदारों के नाम सामने आये थे, मगर मोदी ने संगठन से जुड़े एक कार्यकर्त्ता को मुख्यमंत्री का ताज सौंपकर पूरे देश में यह सन्देश दे दिया की भाजपा में जमीनी कार्यकर्त्ता भी सर्वोच्च पद पर पहुँच सकता है।
कांग्रेस ने भजनलाल सरकार को पर्ची सरकार घोषित किया मगर इसी पर्ची सरकार ने एक साल में राजस्थान को अग्रिम पंक्ति का राज्य बनाने के लिए न केवल नीतिगत सुधारों की पहल की अपितु आम नागरिक के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए समर्पित भाव से प्रयास किए हैं। सादा जीवन और साफ-सुथरी छवि वाले भजन लाल की ख्याति भाजपा और सरकार में एक ऐसे व्यक्ति की है, जो हर काम पूरी शिद्दत से करते हैं और उतनी ही कुशलता से करवाते भी हैं। इधर-उधर के मुद्दों में उलझे बिना सरकार की मजबूती के लिए लगातार काम करते रहने वाले भजन लाल भाजपा में अहम पदों पर रहे और अक्सर अपने संगठन कौशल का लोहा मनवाया। मुख्यमंत्री जनसेवा की अपनी सोच को आगे बढ़ाते हुए प्रदेश के आर्थिक विकास और आधारभूत ढांचे को जन आंकाक्षाओं के अनुरूप मजबूत बनाने में जुटे हैं। भजन लाल सरकार का दावा है कि एक साल की अल्प अवधि में सरकार ने जनता की सरकार के रूप में संवेदनशीलता से कार्य किये और यह उसी का परिणाम है कि आज समाज के सभी वर्ग सरकार के कार्यों से बेहद संतुष्ट है। मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप राज्य सरकार ने इस अवधि में न केवल भ्रस्टाचार पर करारी चोट की अपितु जनधन पर डाका डालने वाले भ्रष्टाचारियों को जेल के सींकचों में पहुँचाया, साथ ही जनता से अपना सीधा जुड़ाव जारी रखा और हर जन संकट के दौरान गरीब के झौंपड़े तक पहुंचे इसी कारण उन्हें जन जन का प्यार समर्थन और विश्वास हासिल हुआ।
राइजिंग राजस्थान
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री भजन लाल के कार्यों की जमकर तारीफ की। उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार के शानदार काम की सराहना करते हुए कहा कि वे जिस कुशलता और प्रतिबद्धता के साथ राजस्थान के तेज विकास में जुटे हैं, वो प्रशंसनीय है। आज राजस्थान में गरीब, किसान, युवाओं के कल्याण, सड़क, बिजली, पानी सहित हर प्रकार के विकास कार्य तेजी से हो रहे हैं।
गौरतलब है भजनलाल सरकार ने अपने कार्यकाल के पहले वर्ष में ही राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंटसमिट का आयोजन कर प्रदेश के सर्वांगीण विकास का आगाज़ किया जिसमें 32 देशों द्वारा भाग लिया। इस समिट के प्रारंभ होने से पूर्व ही 35 लाख करोड़ रुपये से अधिक के एमओयू संपादित किए जा चुके हैं जो निवेशकों द्वारा राज्य के प्रति व्यक्त किए गए विश्वास को दर्शाता है। राजस्थान में निवेश और विकास की असीमित संभावनाएं हैं। खनिज, पेट्रोलियम, ओटोमोबाइल, टेक्सटाइल, पर्यटन, शिक्षा एवं चिकित्सा जैसे क्षेत्रों में राजस्थान में निवेश कर अच्छा लाभ अर्जित किया जा सकता है।