मुंबई: बीसीएल इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड (बीएसई: 524332, एनएससी:BCLIND) डाइवर्स बिज़नेस और वर्टिकल इंटीग्रेशन के साथ भारत की लार्जेस्ट एग्रो- प्रोसेसिंग मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों में से एक है। मक्के से इथेनॉल उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम के तहत, ऑयल मार्केटिंग कंपनीज़ (ओएमसी) ने अनाज से प्राप्त इथेनॉल के लिए 5.79 रुपये प्रति लीटर (जीएसटी को छोड़कर) के एडिशनल इंसेंटिव की घोषणा की है। यह मक्का बेस्ड इथेनॉल के लिए इग्ज़िस्टिंग प्रोक्योरमेंट प्राइस 66.07 रुपये प्रति लीटर के टॉप पर आता है, जिससे कुल इफेक्टिव प्राइस 71.86 रुपये प्रति लीटर हो जाता है।
यह इंसेंटिव 5 जनवरी 2024 के बाद ओएमसी द्वारा खरीदी गई सभी इथेनॉल सप्लाईज़ के लिए लागू होगा, जो इफेक्टिवली इथेनॉल आपूर्ति वर्ष (ईएसवाई) 2023-24 की शेष अवधि को कवर करेगा। ऑयल मार्केटिंग कंपनीज़ (ओएमसी) इंसेंटिव को या तो क्रेडिट नोट्स के माध्यम से या सीधे परचेज़ ऑर्डर में शामिल करके वितरित करेंगे।
इससे पहले दिसंबर में कंपनी को भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल), इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) आदि जैसी विभिन्न प्रतिष्ठित ऑयल मार्केटिंग कंपनीज़ (ओएमसी) से इथेनॉल की सप्लाई के लिए 560 करोड़ रुपये के ऑर्डर मिले थे।
बीसीएल इंडस्ट्रीज़ ने नए बेंचमार्क स्थापित करके भारत में डिस्टिलरी मार्केट में सुधार किया है। कंपनी सामाजिक जिम्मेदारियों को लागू करने, सस्टेनेबिलिटी की प्रैक्टिस करने और ऑपरेशन्स में एनवायरनमेंटल बैलेंस बनाए रखने में सबसे आगे है। एक ज़िम्मेदार संगठन होने के नाते, यह एनवायरनमेंटली फ्रेंडली प्रैक्टिसेस को लागू करके और सतत विकास को बढ़ावा देकर स्टबल (पराली) जलाने से रोकता है। इसकी अत्याधुनिक डिस्टिलरी ने वर्ष 2023 में ‘जीरो डिस्चार्ज यूनिट’ और ‘फुल बैकवर्ड और फॉरवर्ड इंटीग्रेटेड यूनिट’ का दर्जा हासिल करके कुशल जल और अपशिष्ट प्रबंधन प्रक्रियाओं के लिए काफी उच्च मानकों को बढ़ाया है। इससे आगे कंपनी ने पंजाब और पश्चिम बंगाल दोनों में 850 केएलपीडी तक विस्तार करने की महत्वाकांक्षी योजना के साथ प्रति दिन 600 किलोलीटर की प्रभावशाली इंस्टॉलेशन कपैसिटी प्रोसेस की।
कंपनी के डिस्टिलरी प्लांट को ईएनए (ENA) के साथ-साथ इथेनॉल के उत्पादन को आसानी से नियंत्रित और संचालित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिससे न्यूनतम अवधि में दोनों के बीच सीमलेस आदान-प्रदान सुनिश्चित हो सके।
कंपनी की पूरी तरह से इंटीग्रेटेड यूनिट्स ने भारत में एडिबल ऑयल के प्रोडक्शन और प्रोसेसिंग के तरीके को बदल दिया है। इसमें तिलहन को पैकेज्ड एडिबल ऑयल में बदलने की क्षमता है, जिससे कंपनी को हर स्तर पर उत्पाद की गुणवत्ता पर पूरी निगरानी रखने की अनुमति मिलती है, जिससे कंपनी को दशकों से मदद मिली है। 1020 टीपीडी की क्षमता के साथ, बीसीएल इंडस्ट्रीज़’ का एडिबल ऑयल बिज़नेस भारत को आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ऑयल सीड क्रशिंग इकाइयों यूनिट्स से लेकर राइस मिलिंग तक, हमारी अत्याधुनिक सुविधाएं उत्पाद की गुणवत्ता के हाईएस्ट स्टैंडर्ड को सुनिश्चित करती हैं, किसान की समग्र भलाई में योगदान करती हैं और कृषि अर्थव्यवस्था के उत्थान में मदद करती हैं।
बीसीएल इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड डाइवर्स बिज़नेस और वर्टिकल इंटीग्रेशन के साथ भारत की सबसे बड़ी एग्रो- प्रोसेसिंग मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों में से एक है। 1976 में स्थापित, बीसीएल इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड ने तेजी से विस्तार किया है और एडिबल ऑयल, राइस मिलिंग, ग्रेन बेस्ड डिस्टिलरी और रियल एस्टेट में अपने कारोबार को शामिल किया है। इंटीग्रिटी और ट्रांसपेरेंसी को बनाए रखते हुए टेक्नोलॉजी और इनोवेशन पर कंपनी का ध्यान हमें ग्राहकों की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने वाले शीर्ष गुणवत्ता वाले उत्पाद और सेवाएं प्रदान करने में सक्षम बनाता है।
उपभोक्ताओं और राष्ट्र के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता इन सिद्धांतों द्वारा निर्देशित होती है – लगातार उत्कृष्टता प्रदान करना, ग्राहक आधारित इनोवेशन करना, सतत विकास को बढ़ावा देना और भारत में मैन्युफैक्चरिंग कल्चर को बढ़ावा देना। कंपनी का दृष्टिकोण भारत और दुनिया-भर में अपने व्यवसायों को लगातार बढ़ाना और विस्तारित करना, ग्राहक अनुभव को बढ़ाना और अपने उपभोक्ताओं की बदलती जरूरतों को पूरा करने के लिए लगातार विकसित होना है। बीसीएल इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड पंजाब और पश्चिम बंगाल में स्थिति एक सूचीबद्ध कंपनी है।