दिव्यराष्ट्र, मुंबई: भारत के सबसे बड़े स्मॉल फाइनेंस बैंक एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक (एयू एसएफबी) ने आज ₹770 करोड़ की पूंजी जुटाने के लिए टियर-II बॉन्ड के सफल नीलामी की घोषणा की। इन बॉन्ड्स पर 9.20% का कूपन रेट तय किया गया है। इस फंड जुटाने के साथ ही एयू एसएफबी ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के अंतिम कार्य दिवस पर भुगतान की निर्धारित तारीख के बीच मुश्किल लिक्विडिटी हालात के बावजूद देश में अब तक स्मॉल फाइनेंस बैंकों की ओर से किए गए सबसे बड़े बॉन्ड इश्यू में से एक को जारी करने में सफलता हासिल की है।
इस कैपिटल रेज (पूंजी जुटाने) से बैंक की पूंजी पर्याप्तता अनुपात (या कैपिटल एडिक्वेसी रेश्यो) लगभग ~1%. % तक बढ़ने की उम्मीद है। कुल मिलाकर, बैंक की पूंजी की स्थिति मजबूत बनी हुई है और वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही के अंत में बैंक का कुल कैपिटल एडिक्वेसी रेश्यो 19.9% था, जिसमें 9 महीनों के अंतरिम लाभ शामिल हैं।
एचडीएफसी बैंक ने इस इश्यू के लिए लीड मैनेजर की भूमिका निभाई और निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड के साथ मिलकर एंकर निवेशक के रूप में भी भाग लिया। इस इश्यू को म्यूचुअल फंड्स, इंश्योरेंस कंपनियों और पेंशन फंड्स सहित विभिन्न योग्य संस्थागत खरीदारों (क्वालिफाइड इंस्टिट्यूशनल बायर्स या QIBs) से बहुत अच्छा प्रतिसाद मिला है।
एयू एसएफबी ने ₹400 करोड़ के बेस साइज और ग्रीन शू विकल्प के साथ इस इश्यू को लॉन्च किया था। इसे उम्मीद से दोगुना ओवर-सब्सक्रिप्शन प्राप्त हुआ है, और बैंक ने ₹770 करोड़ तक की बोलियों को स्वीकार कर लिया है, जिससे यह स्मॉल फाइनेंस बैंक द्वारा किए गए सबसे बड़े टियर-II बॉन्ड इश्यू में से एक बन गया है। इन बॉन्ड्स का मैच्योरिटी पीरियड 10 वर्ष है, जिसमें 5 वर्षों के बाद कॉल ऑप्शन उपलब्ध है। इस इश्यू को आईसीआरए (इकरा या ICRA) और केयर (CARE) ने ‘AA/स्टेबलरेटिंग दी गई है।
एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक के संस्थापक एमडी और सीईओ श्री संजय अग्रवाल ने कहा, “हमारे टियर-II बॉन्ड इश्यू में निवेशकों की मजबूत रुचि देखकर हमें खुशी हो रही है। लिक्विडिटी के इस चुनौतीपूर्ण माहौल में निवेशकों ने हम पर विश्वास जताया हैं और इसके लिए हम उनके आभारी हैं। विशेष रूप से हमारे दीर्घकालिक भागीदार एचडीएफसी बैंक को धन्यवाद देते हैं। उन्होंने इस इश्यू को लीड मैनेज किया और निवेश के माध्यम से हमारा समर्थन किया। हम अच्छी तरह से पूंजीकृत हैं और इस पूंजी जुटाव की सफलता हमारे बैंकिंग फ्रैंचाइज़ी की मजबूती और हमारे निवेशकों के विश्वास को दर्शाती है। इस इश्यू से प्राप्त पूंजी हमारे भविष्य के विकास पथ को गति देगी और हमें पूरे देश में अपनी डिजिटल बैंकिंग सेवाओं का विस्तार करने में सक्षम बनाएगी।”
इससे पहले 7 मार्च 2025 को आयोजित अपनी बैठक में एयू एसएफबी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने ₹1,500 करोड़ तक के कुल राशि के लिए टियर-II कैपिटल श्रेणी के नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर्स जारी करने को मंजूरी दी थी। यह पूंजी एक या अधिक किस्तों में जुटाई जाएगी।
एयू एसएफबी अपनी व्यापार विकास योजना के अनुसार अपनी पूंजी स्थिति का लगातार मूल्यांकन करता है। बैंक ने आखिरी बार अगस्त 2022 में ₹2,500 करोड़ की पूंजी जुटाई थी, जिसमें ₹2,000 करोड़ टियर-I कैपिटल और ₹500 करोड़ टियर-II कैपिटल शामिल थे।