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एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक को आवेदन दाखिल करने के लिए बोर्ड की मिली मंजूरी

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दिव्यराष्ट्र, मुंबई/जयपुर: एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड के निदेशक मंडल ने 25 जुलाई 2024 को हुई अपनी बैठक में 30 जून, 2024 को समाप्त तिमाही के लिए फाइनेंशियल रिजल्‍ट को मंजूरी दे दी है।

फाइनेंशियल ईयर 2025 की जून तिमाही में डिपॉजिट राशि जुटाने के लिए बैंकों के बीच बढ़ती प्रतिस्पर्धा देखी गई, जबकि तिमाही के अधिकांश समय में लिक्विडिटी घाटे में रही और महंगाई एक दायरे में रहा। घरेलू स्तर पर ग्रोथ और महंगाई की गतिशीलता से ब्याज दरों को लंबे समय तक ऊंचा बनाए रखने की उम्मीद है। जून तिमाही मौसमी रूप से एक कमजोर तिमाही रही है जो आम चुनावों के कारण निरंतरता में कुछ रुकावट और देश के कुछ हिस्सों में तेज गर्मी की लहर के कारण और अधिक प्रभावित हुई।

इन चुनौतियों के बावजूद, जून तिमाही में बैंक ने नए फाइनेंशियल ईयर की बेहतर शुरुआत के साथ बिजनेस पैरामीटर (व्यावसायिक मापदंडों) पर लगातार अच्छा प्रदर्शन किया। बैंक ने AU@2027 रणनीति में तय किए गए अलग अलग मापदंडों पर भी उल्लेखनीय प्रगति की है।

प्रदर्शन एक नजर में…

प्रॉफिटेबिलिटी

  • बैंक की शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) फाइनेंशियल ईयर 2025 की जून तिमाही के दौरान सालाना आधार पर 54% बढ़कर 1921 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले की समान तिमाही में 1246 करोड़ रुपये थी।
  • Q1FY25 के लिए अदर इनकम में ग्रोथ सालाना आधार पर 73 फीसदी बढ़कर 546 करोड़ रुपये हो गई, जो फी इनकम, थर्ड पार्टी प्रोडक्ट डिस्ट्रीब्यूशन और क्रेडिट कार्ड सेगमेंट के बेहतर प्रदर्शन के चलते हुआ।
  • Q1FY25 के लिए बैंक का प्री-प्रोविजनिंग ऑपरेटिंग प्रॉफिट (PPoP) सालाना आधार पर 546 करोड़ रुपये की तुलना में 81% बढ़कर 988 करोड़ रुपये हो गया।
  • Q1FY25 में नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 30% बढ़कर 503 करोड़ रुपये रहा, जो कि Q1FY24 में 387 करोड़ रुपये था।
  • Q1FY25 के लिए नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) 6.0% रहा।
  • Q1FY25 में कास्‍ट टु इनकम 509 बीपीएस घटकर 59.9% हो गई।
  • रिटर्न ऑन एसेट (आरओए) और रिटर्न ऑन इक्विटी (आरओई) 1.6% और 13.2% रहा।

डिपॉजिट

  • बैंक डिपॉजिट फाइनेंशियल ईयर 2025 की जून तिमाही में 97290 करोड़ रुपये रहा है, जो 31 मार्च 2024 को प्रोफार्मा  बेसिस पर 97,704 करोड़ रुपये था, जबकि एक साल पहले की समान तिमाही यानी 30 जून 2023 को 69,315 करोड़ रुपये था।
  •  बैंक ने पिछली तिमाही में अतिरिक्त लिक्विडिटी का उपयोग करने का निर्णय लिया (Q4FY24 में तिमाही बेसिस पर ग्रोथ 9% थी)।
  • बैंक ने उच्च लागत वाले डिपॉजिट की जगह रिटेल डिपॉजिट को बढ़ाने पर फोकस किया। इससे फाइनेंशियल ईयर 2024 की चौथी तिमाही (Q4FY24) में प्रोफार्मा मर्ज किए गए CoF से फाइनेंशियल ईयर 2024 की पहली तिमाही (Q1FY25) में CoF में 7 बीपीएस की कमी आई।
  • CASA डिपॉजिट तिमाही बेसिस पर 2% बढ़कर 32,035 करोड़ रुपये हो गया, CASA रेश्यो 33% रहा।
  •  30 जून 2024 को CASA + रिटेल टीडी 70% रहा है।
  •  Q1FY25 में करंट अकाउंट डिपॉजिट में सालाना आधार पर 46% की ग्रोथ हुई और सेविंग्‍स अकाउंट डिपॉजिट में सालाना 30% की ग्रोथ देखी गई।
  • Q1FY25 के लिए बैंक का लिक्विडिटी कवरेज रेश्‍यो (LCR) 117% था।
  •  अप्रैल 2024 में, बैंक ने अधिकतम सेविंग्स डिपॉजिट रेट को 7.25% पर रखते हुए सेविंग्स डिपॉजिट की कुछ श्रेणियों में ब्याज दरों को 100 बीपीएस तक कम कर दिया।

एडवांस

  • एडवांस यानी अग्रिम ग्रोथ मजबूत रही और लोन पोर्टफोलियो 99,792 करोड़ रहा, जो प्रोफार्मा विलय के आधार पर 3.4% QoQ बढ़ रहा है।
  • इंक्रीमेंटल प्रसार एक साल पहले की समान तिमाही यानी Q4FY24 में 5.8% से बढ़कर Q1FY25 में 8.7% हो गया, जिसे एसेट क्लास में हायर डिस्बर्समेंट यील्ड और हाई यील्ड वाली माइक्रोफाइनेंस एसेट्स द्वारा सपोर्ट मिल रहा है।
  •  ग्रॉस एडवांस यील्ड 14.4% रही, प्रोफार्मा मर्ज की गई बुक पर तिमाही आधार पर 3 बीपीएस की ग्रोथ है
  • बैंक ने Q1FY25 के दौरान 725 करोड़ मूल्य के लोन/आईबीपीसी प्रमाणपत्र जारी किए, जिससे बैंक की कुल सिक्योरटाइज्ड/आईबीपीसी बुक 9089 करोड़ रुपये हो गई।

एसेट क्वालिटी

  • ग्रॉस एनपीए 12 बीपीएस बढ़कर 1.78% हो गया और नेट एनपीए 7बीपीएस बढ़कर 0.63% हो गया, जबकि प्रोफार्मा विलय के आधार पर 31 मार्च 2024 को ग्रॉस एनपीए 1.66% और एनेट  एनपीए   0.56% था।
  • पोर्टफोलियो में स्ट्रेस का कोई विशिष्ट क्षेत्र या कोई ईडब्ल्यूएस नहीं है।
  • माइक्रोफाइनेंस पोर्टफोलियो के लिए 17 करोड़ आकस्मिक बफर बनाने के बाद तकनीकी राइट-ऑफ और फ्लोटिंग प्रावधान सहित प्रोविजनिंग कवरेज रेश्यो 84% रहा।

बैंक के प्रदर्शन पर एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक के एमडी और सीईओ, संजय अग्रवाल ने कहा कि “भारत की अर्थव्यवस्था ने मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में मजबूत ग्रोथ जारी रखी है। यह विशेष रूप से इंफ्रास्ट्रक्चर में मजबूत निजी खपत और सरकारी खर्च के चलते है। कुल मिलाकर, भारतीय अर्थव्यवस्था ने लचीलापन दिखाया और कई समान अर्थव्यवस्थाओं से बेहतर प्रदर्शन किया।

इस मैक्रो कंडीशन के बीच, एयू एसएफबी ने हमारी एसेट्स, डिस्बर्समेंट यील्ड और प्रॉफिटेबिलिटी में लगातार ग्रोथ के साथ सभी मापदंडों पर एक और तिमाही में लगातार बेहतर प्रदर्शन किया। हमारी टीम के समर्पण और हमारे ग्राहक-केंद्रित रणनीति ने इस तिमाही में हमारे सकारात्मक प्रदर्शन में योगदान दिया है। मैं इस बात को लेकर उत्साहित हूं कि बोर्ड ने एक यूनिवर्सल बैंक में परिवर्तन के लिए आरबीआई को आवेदन के लिए मंजूरी दे दी है, जिससे हमारे लिए ग्रोथ और विस्तार के लिए नए रास्ते खुलेंगे।

आगे बढ़ते हुए, हम सस्टेनेबल ग्रोथ पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखेंगे, जिसका लक्ष्य हमारी बैलेंस शीट में सुधार करना और AU@2027 के लिए हमारी स्पष्ट रणनीति पर प्रगति करना है”।

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