दिव्यराष्ट्र, नोएडा: स्कॉलर्स मेरिट ने आई-मेरिट प्रोग्राम शुरू करने की घोषणा की है। यह एक बड़े बदलाव की पहल है जिससे सांस्थानिक शिक्षा और उद्योग जगत की अपेक्षाओं के बीच तालमेल होगा, जिसकी फिलहाल काफी कमी दिखती है। यह प्रोग्राम 200 शिक्षा संस्थानों से साझेदारी कर विद्यार्थियों को टेक इंडस्ट्री में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए जो भी कौशल और ज्ञान चाहिए सुलभ कराएगा।
स्कॉलर्स मेरिट का आई-मेरिट प्रोग्राम एक डायनामिक ऑनलाइन प्लैटफॉर्म है जो शिक्षा और प्रोफेशन में समग्र विकास को बढ़ावा देता है। इससे विद्यार्थियों की रोजगार योग्यता बढ़ेगी और करियर के शुरुआती दौर में बहुत लाभ मिलेगा। आई-मेरिट कॉर्पाेरेट कल्चर और प्रतिभागियों के व्यक्तिगत विकास के सपनों के बीच तालमेल करते हुए उन्हें कॉर्पाेरेट जगत की मांगों को पूरा करने के लिए बेहतर तैयार करेगा।
आई-मेरिट संचालन समिति के अध्यक्ष श्री सुमित शुक्ला ने बताया, ‘‘आई-मेरिट में हमारा मिशन उम्मीदवारों को पहले दिन से ही जॉब-रेडी बनाना है। हम उच्च-स्तरीय टेक्नोलॉजी का व्यावहारिक प्रशिक्षण देते हैं और उन्हें साक्षात्कार के लिए तैयार करते हैं। इसलिए हमारे ग्रैजुएट के पास टेक इंडस्ट्री में शानदार सफलता के लिए आवश्यक व्यावहारिक कौशल और आत्मविश्वास होता है। शिक्षा संस्थानों से हमारी साझेदारी यह लक्ष्य प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। हम मिल कर करियर में सफलता के लिए आवश्यक सभी टूल्स प्रतिभागियों को दंेगे।’
हाल के एक शोध के अनुसार इस साल ग्रैजुएट होने वाले इंजीनियरिंग के 10 में से सिर्फ 1 छात्र जॉब लेने की दक्षता रखते हैं। अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन ने भी मानव विकास संस्थान के सहयोग से जो भारतीय रोजगार रिपोर्ट 2024 प्रकाशित किया है उसके अनुसार भारत के तीन में से एक युवा के पास रोजगार, शिक्षा या फिर कोई प्रशिक्षण में नहीं है। यह समस्या देश के गांव और शहर दोनों क्षेत्रों में व्याप्त है और पिछले कुछ वर्षों में बढ़ी है। आई-मेरिट भारतीय जॉब मार्केट की इसी कमी को दूर करने का लक्ष्य रखता है।
जॉब के बदलते दौर में कंपनियों को चाहिए प्रतिभाएं जिनमें कम्युनिकेशन, समस्या-समाधान, टीमवर्क और भावनात्मक बुद्धिमत्ता जैसे सॉफ्ट स्किल्स के साथ-साथ प्रोग्रामिंग लैंग्वेज, सॉफ़्टवेयर डेवलपमेंट, क्लाउड कंप्यूटिंग और डेटा एनालिटिक्स में टेक्निकल दक्षता हो।
आई-मेरिट की योजना टेक इंडस्ट्री की बदलती जरूरतों के अनुसार संपूर्ण प्रशिक्षण प्रोग्राम देने के लिए 200 शिक्षा संस्थानों से साझेदारी करने की है। इन साझेदारियों के तहत विभिन्न प्रशिक्षण मॉड्यूल के माध्यम से व्यावहारिक अनुभव, उद्योग-उपयोगी ज्ञान और व्यावहारिक कौशल प्रदान किया जाएगा।
इन साझेदारियों का पहला लक्ष्य प्रतिभागी विद्यार्थियों को टेक इंडस्ट्री में करियर के लिए प्रशिक्षित करना है। इसके तहत कोडिंग बूट कैंप, कार्यशालाएँ, इंटर्नशिप और विशेष प्रशिक्षण सत्र होंगे। टेक्निकल स्किल और सर्टिफिकेशन की बड़ी रेंज़ होगी।