नई दिल्ली, दिव्यराष्ट्र/ ब्रिक्स चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (ब्रिक्स सीसीआई) की महिला सशक्तिकरण इकाई ब्रिक्स सीसीआई वी ने महिलाओं की अगुवाई में विकास की भावना का जश्न मनाते हुए ब्रिक्स सीसीआई वी वार्षिक महिला सम्मेलन एवं सम्मान समारोह 2025 का आयोजन किया। इस वर्ष के सम्मेलन की थीम थी- “वूमेन चेंजमेकर्स ट्रांसफॉर्मिंग वर्ल्ड शापिन दा फ़्यूचर”. इस अवसर पर एक स्मरणीय पुस्तक- शी फॉर हर का भी विमोचन किया गया जिसमें विविध पृष्ठभूमि से आने वाली पथप्रदर्शक महिलाओं की उपलब्धियों का उल्लेख किया गया है।
इस सम्मान समारोह में आईपीएस (सेवानिवृत्त) एवं पुदुचेरी की पूर्व उप राज्यपाल डाक्टर किरण बेदी, इथियोपिया की उप राजदूत बिजुनेश मेसेरेट, ब्रिक्स वुमेन्स बिजनेस एलायंस, दक्षिण अफ्रीका की राष्ट्रीय अध्यक्ष लेबोगैंग जुलु, अभिनेत्री, इको इनवेस्टर, यूएनईपी की गुडविल एंबेसडर दिया मिर्जा, डब्लू20 ऑस्ट्रेलिया की प्रतिनिधिमंडल प्रमुख चिओऊ सी एंडरसन, लिडर डे जेनेरियो स्टार्टअप 20- टास्क फोर्स ईएसजी, जी20 ब्राजील 2024 की प्रेसिडेंट एट इंस्पायरिंग वुमेन जियोवाना क्वाद्रोस, वुमेन इन मैनेजमेंट (डब्लूआईएम) की डाक्टर सुलोचना सेगेरा, बायोफूडलैब की सीईओ व संस्थापक सुश्री एलेना शिफ्रिना, इंटरनेशनल एक्सिलरेशन प्रोग्राम “ब्रिक्स बिजनेस इनक्यूबेटर” और “एससीओ बिजनेस इनक्यूबेटर” की निदेशक तातियाना सेलिवरस्तोवा, एंटा ग्रुप की वाइस प्रेसिडेंट क्रिस्टिना ली (ली लिंग) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल स्ट्रैटेजी, चाइनीज एकैडमी ऑफ सोशल साइंसेज़ में एसोसिएट प्रोफेसर एवं सीनियर फेलो सुश्री यांग शियाओपिंग को सम्मानित किया गया।
ब्रिक्स सीसीआई वी ट्रेलब्लेजर्स वुमेन आइकन सम्मान प्राप्त करने वाली प्रमुख हस्तियों में कैलाश ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स की चेयरपर्सन डाक्टर उमा शर्मा, ओमैक्स फाउंडेशन की चेयरपर्सन सुषमा रोहतास गोयल, नोबल शांति पुरस्कार की नॉमिनी और एसएसएम कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट (श्रीनगर) की संस्थापक एवं वाइस चेयरपर्सन डिलाफ्रोस काजी, सेमीकंडक्टर टेक्नोलॉजिस्ट एवं परोपकारी डाक्टर वली अरुणाचलम, रूटमैटिक की सह संस्थापक एवं पूर्व निदेशक कविता रामचंद्रगौडा, इंडियन स्पोर्ट्स शूटर राजेश्वरी कुमारी और आईपीएस (यंग आइकन) अंशिका वर्मा शामिल रहीं।
समारोह की मुख्य अतिथि दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अपने संबोधन में लिंग समानता को बढ़ावा देने में इस सरकार की पहल की सरहना की। उन्होंने कहा, “शिक्षा से लेकर वित्तीय समावेश तक में भारत एक महत्वपूर्ण बदलाव का साक्षी बन रहा है जहां महिलाएं इस राष्ट्र की प्रगति में समान भागीदार बन रही हैं।”
कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि डाक्टर किरण बेदी ने महिलाओं के सशक्तिकरण में सतत प्रयासों की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा, “नारी शक्ति एक प्रगतिशील समाज के ह्रदय में है। नीतिगत हस्तक्षेप से ऐसे कार्य परिणाम आने चाहिए जिससे हर क्षेत्र में महिलाओं का उत्थान हो।”
सभा को संबोधित करते हुए विशिष्ट अतिथि पूर्व कैबिनेट मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, “महिला सशक्तिकरण महज एक लक्ष्य नहीं रह गया है, बल्कि यह एक आर्थिक अनिवार्यता है। लक्षित कार्यक्रमों के जरिए हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि प्रत्येक महिला को भारत की विकास की कहानी में योगदान करने का अवसर मिले।”
समापन उद्बोधन पूर्व केंद्रीय विदेश एवं संस्कृति राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी द्वारा दिया गया जिन्होंने महिला नेताओं की अगली पीढ़ी तैयार करने में मेंटरशिप प्रोग्राम के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, “सही मंच उपलब्ध कराकर हम लिंग समानता की दिशा में कार्रवाई में तेजी ला सकते हैं।”
गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत करते हुए ब्रिक्स सीसीआई वी की अध्यक्ष रूबी सिन्हा ने उद्योग और अर्थव्यवस्थाओं को आकार देने में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका रेखांकित की। उन्होंने कहा, “महिलाओं के अधिकार को अलग से नहीं देखा जा सकता। वे मानव अधिकारों की नीव हैं। हमें निर्णय करते समय टेबल की सीट पर अधिक महिलाओं को लाने की जरूरत है।”
दिया मिर्जा ने टिकाऊपन के महत्व पर बल दिया। उन्होंने कहा, “महिलाएं टिकाऊ विकास की रीढ़ हैं। नेतृत्व की दास्तां में आर्थिक चेतना को एकीकृत करना अपरिहार्य है।”