यह साझेदारी फॉर्च्यून सुपोषण द्वारा कुपोषण से लड़ने और शिक्षा का समर्थन करने के लिए अभियान है
मुंबई, दिव्यराष्ट्र/ भारत की सबसे बड़ी खाद्य और एफएमसीजी कंपनियों में से एक अदाणी विल्मर लिमिटेड (एडब्ल्यूएल) का लक्ष्य हर भारतीय तक पहुंचना, उन्हें पूरी तरह से जीवन जीने में सक्षम बनाना है और देश को मजबूत, स्वस्थ और अधिक उत्पादक बनाना है। इस मिशन की शुरुआत फॉर्च्यून सुपोषण से हुई, जो कुपोषण और एनीमिया को दूर करने वाली एक प्रमुख सीएसआर परियोजना है। मिशन को आगे बढ़ाने के लिए, कंपनी ने अहमदाबाद में वंचित स्कूली बच्चों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के लिए अपने मिड-डे मील कार्यक्रम में अक्षय पात्र फाउंडेशन के साथ सहयोग किया है।
बेंगलुरू स्थित अक्षय पात्र फाउंडेशन 16 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों के 24,000 सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में मिड डे मील कार्यक्रम संचालित करता है, जिसके तहत प्रतिदिन 21 लाख से अधिक बच्चों को भोजन उपलब्ध कराया जाता है। इस सहयोग के तहत स्कूली बच्चों को पौष्टिक भोजन का निर्बाध वितरण सुनिश्चित करने के लिए छह नई डिलीवरी वैन शुरू की गई हैं। इन वैन के लिए हरी झंडी दिखाने का समारोह अहमदाबाद में हुआ, जिसमें अदानी विल्मर और अक्षय पात्र फाउंडेशन के प्रमुख प्रतिनिधि शामिल हुए। यह पहल एफएमसीजी कंपनी द्वारा देशभर में बच्चों के लिए भोजन की सुलभता में सुधार और उनके स्वस्थ भविष्य को बढ़ावा देने के लिए दिखाई गई प्रतिबद्धता को पुष्ट करती है।
अंग्शु मलिक, एमडी – सीईओ, अदाणी विल्मर ने कहा,”हमें मिड-डे मील कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों की भूख मिटाने के उनके मिशन में अक्षय पात्र फाउंडेशन के साथ सहयोग बढ़ाने पर गर्व है। अदाणी विल्मर में, हम मानते हैं कि उचित पोषण शिक्षा और उज्ज्वल भविष्य का मूल है। ये डिलीवरी वैन सुनिश्चित करेंगी कि भोजन बच्चों तक निर्बाध रूप से पहुंचे, जिससे युवाओं को पोषण देने और उनके विकास का समर्थन करने की हमारी प्रतिबद्धता को बल मिलेगा।”
रायराम दास उपाध्यक्ष, अक्षय पात्र फाउंडेशन ने कहा,”बच्चों को भोजन का निर्बाध वितरण सुनिश्चित करने में उनके अटूट समर्थन के लिए हम अदाणी विल्मर के अत्यंत आभारी हैं। ये वैन हमें अधिकाधिक बच्चों तक कुशलतापूर्वक पहुंचने में मदद करने के लिए महत्वपूर्ण हैं, तथा कक्षा में भूख मिटाने के हमारे साझा दृष्टिकोण को मजबूत करती हैं।”