जयपुर; 14 जून 2024- जयपुर की अग्रणी स्वास्थ्य प्रबंधन अनुसंधान विश्वविद्यालय आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी ने प्रतिष्ठित पी.डी. अग्रवाल स्कॉलरशिप की घोषणा की है। यह स्कॉलरशिप विशेष तौर पर योग्य उम्मीदवारों को विश्वविद्यालय के एमबीए कार्यक्रमों में शामिल होने की दिशा में सपोर्ट देने के लिए डिज़ाइन की गई है।
आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी जयपुर के प्रेसिडेंट डॉ. पी. आर. सोडानी ने ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थियों की प्रबंधन शिक्षा तक पहुँच बढ़ाने के लिए विश्वविद्यालय के विजन को साझा करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय में 2024 के बैच में प्रवेश के लिए दो प्रकार की छात्रवृत्ति प्रदान करने की व्यवस्था है। ये हैं- एमबीए कार्यक्रमों, एमबीए (हॉस्पिटल और हेल्थ मैनेजमेंट), एमबीए (फार्मास्युटिकल मैनेजमेंट), एमबीए (हेल्थकेयर एनालिटिक्स) और एमबीए (डेवलपमेंट मैनेजमेंट) के लिए मेरिट छात्रवृत्ति और पूर्ण ट्यूशन शुल्क माफी छात्रवृत्ति।
मेरिट छात्रवृत्ति- इस छात्रवृत्ति के लिए छात्रों की वित्तीय पृष्ठभूमि पर ध्यान देने की बजाय स्नातक स्तर पर उनके शैक्षणिक प्रदर्शन पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। यह राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षाओं (CAT/XAT/NMAT/MAT/CMAT/ATMA/GPA) में प्राप्त अंकों के आधार पर भी दी जा सकती है। छात्रवृत्ति का उद्देश्य प्रतिभाशाली विद्यार्थियों की पहचान करना और उन्हें पुरस्कृत करना है। यह छात्रवृत्ति, प्रवेश परीक्षा में शैक्षणिक योग्यता/अंकों के आधार पर सामान्य, एससी/एसटी/ओबीसी-एनसी और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) के छात्रों सहित सभी श्रेणियों के छात्रों के लिए उपलब्ध है। प्रत्येक चयनित छात्र को 2 साल के एमबीए प्रोग्राम के दौरान 60,000 रुपये की छात्रवृत्ति मिलेगी। यह मेरिट छात्रवृत्ति एमबीए छात्रों को उनके दूसरे वर्ष में दी जाती है।
पूरी ट्यूशन फीस माफी छात्रवृत्ति- इस छात्रवृत्ति को प्रदान करने के मानदंड मेरिट छात्रवृत्ति से भिन्न हैं। इस प्रकार की छात्रवृत्ति एससी/एसटी/ओबीसी-एनसी और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) के छात्रों के लिए उपलब्ध है। इस योजना के तहत चयनित छात्रों को पूर्ण ट्यूशन फीस माफी मिलती है। कुल मिलाकर, 16 ऐसी छात्रवृत्तियाँ उपलब्ध हैं, जिनमें विश्वविद्यालय के सभी एमबीए कार्यक्रम शामिल हैं। छात्रवृत्ति की इस योजना के तहत, प्रत्येक छात्र को ट्यूशन फीस में 100 प्रतिशत छूट मिलेगी, जो एमबीए कार्यक्रम के अनुसार 3.48 लाख रुपये से 7.93 लाख रुपये के बीच है।
छात्रवृत्ति की यह स्कीम दरअसल जरूरतमंद छात्रों को उनके लक्ष्य प्राप्त करने में सहायता करने के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।