04 जून, 2024 : इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएआई) ने अपने शिक्षा विंग – बोर्ड ऑफ स्टडीज (बीओएस) के माध्यम से हाल ही में मुंबई में दो दिवसीय ‘वेस्टर्न एजुकेशन समिट ऑन कॉमर्स एंड अकाउंटेंसी’ (डब्ल्यूईएससीए) 2024 का आयोजन किया। भारत के पश्चिमी क्षेत्र पर केंद्रित इस रीजनल समिट में कॉमर्स और अकाउंटिंग शिक्षा में प्रासंगिक मुद्दों और इनसे संबंधित अवसरों के बारे में विचार-विमर्श किया गया। ‘डिजिटल इनोवेशन इन अकाउंटिंग, ऑडिटिंग, कॉस्टिंग, फाइनेंसिंग और कॉमर्स’ थीम पर आयोजित इस शिखर सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र के प्रमुख शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं और विद्वानों को एक साथ लाना था। इस आयोजन के जरिये शिक्षाविदों और शोधकर्ताओं ने शैक्षिक परिदृश्य को नया रूप देने में टैक्नोलॉजी की परिवर्तनकारी क्षमता का पता लगाने के लिए सार्थक चर्चा की।
सम्मेलन में विभिन्न विषयों पर व्यावहारिक सत्र आयोजित किए गए। इस दौरान अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर गंभीर विचार-विमर्श हुआ। व्यावहारिक सत्रों में शामिल प्रमुख विषय इस प्रकार रहे- फ्यूचर ऑफ प्रोफेशनल एजुकेशन इन चार्टर्ड अकाउंटेंस, ट्रेंड्स इन ऑडिटिंग एंड फाइनेंशियल एश्यूरेंस, द रोल ऑफ डेटा एनालिटिक्स इन बिजनेस डिसीजन मेकिंग और एप्लीकेशंस ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग इन कॉमर्स एजुकेशन।
चर्चाओं में टीचिंग प्रोफेशन के लर्निंग प्रोसेस को प्रभावित करने वाले कारक, ऑडिट और वित्तीय लेनदेन में ब्लॉकचेन तकनीक की भूमिका और ई-कॉमर्स व्यवसायों के सामने आने वाली अनूठी चुनौतियों को भी शामिल किया गया। इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र, गुजरात और गोवा के विभिन्न विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के 70 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।
आईसीएआई के प्रेसिडेंट सीए रणजीत कुमार अग्रवाल कहते हैं, ‘‘साल 2023 और 2024 में आयोजित नेशनल एजुकेशन समिट ऑन कॉमर्स एंड अकाउंटेंसी (एनईएस-सीए) में हमें अच्छी सफलता मिली थी। यह समिट पूरे देश में स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए पाठ्यक्रम के मानकीकरण को आगे बढ़ाने में सहायक रहा है। इस सफलता के आधार पर ही आईसीएआई ने डब्ल्यूईएससीए-2024 का आयोजन किया। शिखर सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य विशेष रूप से उद्योग की आवश्यकताओं को पूरा करने और छात्रों के व्यावहारिक ज्ञान में सुधार करने के लिए भारत में कॉमर्स और अकाउंटेंसी एजुकेशन की गुणवत्ता को और बेहतर बनाना है।’’
शिखर सम्मेलन में सीए (डॉ.) राजकुमार एस अडुकिया, चेयरमैन, बोर्ड ऑफ स्टडीज और अन्य प्रतिष्ठित वक्ताओं ने गहन विचार-विमर्श में हिस्सा लिया। अन्य प्रमुख वक्ताओं में प्रमुख हैं- प्रो. एम वेंकटेश्वरलू, आईआईएम मुंबई, प्रो. पंकज दत्ता, आईआईटी मुंबई, सीए आनंद प्रकाश जांगिड़, विजिटिंग फैकल्टी, आईआईएम बैंगलुरू, एनएफएसयू, बीएमएल, डॉ. बिंदु दास, एसोसिएट प्रोफेसर, इंद्रप्रस्थ कॉलेज फॉर विमेन, दिल्ली विश्वविद्यालय, डॉ. स्वेतलाना तातुस्कर, डायरेक्टर, कोहिनूर बिजनेस स्कूल, मुंबई, सीए मनीष अग्रवाल, चीफ सॉल्यूशंस ऑफिसर और फॉर्मिडियम के को-फाउंडर, और सीए जयकिशन रूपराज।
बोर्ड ऑफ स्टडीज के चेयरमैन सीए (डॉ.) राजकुमार एस. अदुकिया ने इस अवसर पर कहा, ‘‘वेस्टर्न एजुकेशन समिट ऑन कॉमर्स एंड अकाउंटेंसी कुल मिलाकर एक उल्लेखनीय आयोजन रहा है। इस दौरान अनेक नए विषयों पर व्यावहारिक चर्चाएँ आयोजित की गईं और नवीन विचार सामने आए। अकाउंटिंग, ऑडिटिंग, कॉस्टिंग, फाइनेंस और कॉमर्स जैसे क्षेत्रों में किस तरह डिजिटल तकनीक क्रांति ला सकती है, इस पर भी अनेक प्रबुद्ध वक्ताआंे के नए विचार सुनने का अवसर मिला। इस तरह के आयोजनों के जरिये हमारा लक्ष्य शिक्षा के मानकों को लगातार बढ़ाना और यह सुनिश्चित करना है कि हमारे छात्र भविष्य के लिए अच्छी तरह से तैयार हों।’’