उदयपुर: अज़ीम प्रेमजी विश्वविद्यालय, बेंगलूरु में डेवलपमेंट लीडरशिप कार्यक्रम में स्नातकोत्तर डिप्लोमा के लिए दाख़िला शुरू कर दिया है। प्रवेश प्रक्रिया और उससे जुड़ी आवेदन की आख़िरी तारीख़ मई 15, 2024, लिखित असाइनमेंट्स और साक्षात्कार जून – जुलाई 2024, कक्षाओं की शुरुआत जनवरी 6, 2025 हैं।
यह डिप्लोमा 11 महीने चलेगा। यह एक पार्ट-टाइम डिप्लोमा है। इस डिप्लोमा को कुछ इस तरह से तैयार किया गया है, जिससे इस डिप्लोमा को करने वाले पढ़ाई के साथ-साथ अपना काम और रोज़गार भी जारी रख सकते हैं। यह डिप्लोमा तीन सत्रों में पूरा होगा। इन तीनों सत्रों के दौरान ऑन-कैंपस और ऑनलाइन, इन दोनों तरीकों से पढ़ाया जाएगा।
यह डिप्लोमा विकास के क्षेत्र में मध्यम से वरिष्ठ स्तर पर काम करने वाले लोगों को ध्यान में रख कर तैयार किया गया है। यह डिप्लोमा उन लोगों के लिए बहुत मददगार होगा, जो पहले से ही अपने संगठनों में नेतृत्व की भूमिका में हैं या जल्द ही ऐसी भूमिका निभाने की संभावनाओं से भरे हुए हैं। इस डिप्लोमा को करने के लिए विकास के क्षेत्र में कम-से-कम आठ वर्ष काम करने का अनुभव ज़रूरी है। गैर-सरकारी संगठनों, सामाजिक आंदोलनों और ज़मीनी स्तर के संगठनों में काम करने वाले लोग भी इसे कर सकते हैं।
अज़ीम प्रेमजी विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ डेवलपमेंट की निदेशक ऋचा गोविल ने कहा है, “विकास के क्षेत्र में कई के लोगों के पास में काम करने का कई वर्षों का गहरा अनुभव है। यह लोग अपने करियर के या तो बीच में हैं या वरिष्ठ स्तर काम करक रहे हैं। यह डिप्लोमा उन्हें अपने समृद्ध अनुभवों को एक-दूसरे के साथ बांटने में मदद करता है। प्रतिभागी, अपने समृद्ध अनुभवों को विकास से जुड़ी चिंताओं, विचारों और आगे किए जाने वाले कामों व उनके तरीकों को एक विकसित और गहरी समझ के साथ देख सकते हैं। यह कार्यक्रम उन्हें विकास संगठनों की प्रकृति और उनका नेतृत्व कैसे किया जाना चाहिए, इस बारे में सोचने का भी मौक़ा देता है।“
यह डिप्लोमा आपकी दिए गए बिंदुओं पर मदद करेगा. इस डिप्लोमा से विकास के क्षेत्र में इतिहास में प्रक्रियाओं पर आपके दृष्टिकोण को और गहराई मिल सकेगी। इसके अलावा, यह भारत में विकास को आकार देने वाले अनुभवों के प्रति नज़रिए को भी और बेहतर ढंग से समझने में मदद करेगा। इस डिप्लोमा के बाद प्रतिभागी एक नई सोच के साथ अपने काम में योगदान दे पाएंगे। आप समानता, न्याय और स्थिरता को बढ़ावा देने वाले वैकल्पिक विकास के दृष्टिकोण और उसके परिणाम के बारे में सोच पाएँगे। अपने संगठन को समावेशी, सब की ज़रूरतों का ध्यान रखने वाली संस्था, सहयोगात्मक बनाने के लिए नेतृत्व क्षमताओं मज़बूत कर सकते हैं। वित्तीय प्रबंधन, संचार और डेटा विश्लेषण के लिए क्षमताओं को बढ़ाना।