
दिव्यराष्ट्र, बेंगलुरु: सीमेंस हेल्थिनियर्स इंडिया ने ‘जानकारी है तो सुकून है’ अभियान शुरू किया है, जिसका उद्देश्य स्कैन से जुड़ी चिंता (Scanxiety) को कम करना है। यह वह घबराहट, डर या बेचैनी है, जो लोग मेडिकल इमेजिंग स्कैन से पहले, स्कैन के दौरान या बाद में महसूस कर सकते हैं।
इस अभियान का उद्देश्य डायग्नोस्टिक इमेजिंग जैसे मैमोग्राफी, एमआरआई, सीटी और पीईटी-सीटी स्कैन से जुड़ी मरीजों की चिंता को कम करना और उनमें जागरूकता को बढ़ावा देना है। इसके तहत अंग्रेज़ी और नौ क्षेत्रीय भाषाओं—असमिया, बांग्ला, हिंदी, गुजराती, कन्नड़, मराठी, मलयालम, तमिल और तेलुगु—में तैयार किए गए जागरूकता वीडियो जारी किए जाएंगे। इन वीडियो के ज़रिए मरीजों को आधुनिक इमेजिंग के बारे में बेहतर जानकारी दी जाएगी और यह दिखाया जाएगा कि कैसे हाल की तकनीकी प्रगति ने स्कैन को और अधिक आसान, सुरक्षित और आरामदायक बना दिया है।
सीमेंस हेल्थकेयर प्रा. लि. के प्रबंध निदेशक हरिहरन सुब्रमणियन ने कहा, “समय पर और सटीक डायग्नोसिस से बेहतर इलाज, सही समय पर इलाज और जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों का प्रभावी प्रबंधन संभव होता है। हेल्थकेयर प्रैक्टिशनर्स, मरीजों और देखभाल करने वालों की ज़रूरतों और चुनौतियों को सालों से समझते हुए, हम ऐसे समाधान देने की कोशिश करते हैं जो सच में उनके काम आएं। इस जागरूकता अभियान के माध्यम से हम अपना यह मिशन दोहराते हैं कि हेल्थकेयर को और आसान व भरोसेमंद बनाया जाए। हर मरीज और देखभाल करने वाले को वह ज़रूरी जानकारी दी जाए, जिससे वे आत्मविश्वास के साथ इमेजिंग प्रक्रिया से गुजर सकें, जब भी इसकी सलाह दी जाए।”
उन्नत तकनीक कैसे मरीजों के अनुभव को बेहतर बना रही है, इस पर ध्यान केंद्रित करते हुए, सीमेंस हेल्थिनियर्स यह दर्शाता है कि वह सबके लिए, हर जगह, और टिकाऊ तरीके से हेल्थकेयर में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध है।