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एनयू ने कैम्पस के आस-पास 1.5 लाख पौधे लगाए

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दिव्यराष्ट्र, नई दिल्ली: वन महोत्सव 2025 के अवसर पर, एनआईआईटी यूनिवर्सिटी (एनयू), अरावली पर्वतमाला और उसके आसपास के ईकोसिस्टम की रक्षा के लिए अपने दीर्घकालिक प्रयासों समय-समय पर विभिन्न कदम उठाए हैं। वर्ष 2009 में स्थापित, राजस्थान के नीमराना में एनयू का ग्रीन कैंपस सभी रीजनल एनवायरमेंट मानदण्डों के अनुरूप है और इसमें पर्यावरण के प्रति इको कॉन्शियस आर्किटेक्चरल डिजाइन है जो इसके कार्बन फुटप्रिन्ट को काफी कम करता है। परिसर का लेआउट भूमि की प्राकृतिक रूपरेखा का सम्मान करता है, निर्माण के ईकोलॉजिकल इम्पेक्ट को कम करता है और क्षेत्र की जियोलॉजिकल इंटीग्रिटी को बचाए रखता है।

इस अवसर पर डीन ऑफ स्टूडेन्ट एफेयर्स मेजर जनरल ए.के. सिंह (रिटा.), और एन.यू. के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर ए.के. सिंह ने कहा, ‘‘एनआईआईटी यूनिवर्सिटी के ग्रीन एफर्ट दर्शाते हैं कि हम पर्यावरण की रक्षा करने और इसे टिकाऊ बनाने के लिए कितने प्रतिबद्ध हैं। हम स्थानीय इकोसिस्टम  को मजबूत बना रहे हैं और अरावली पहाड़ियों को फिर से जीवंत करके और पानी बचाने के नए तरीके खोजकर जिम्मेदार, दीर्घकालिक प्रैक्टिसेज के लिए प्लेटफॉर्म तैयार कर रहे हैं। एनयू ने अपने परिसर के नज़दीक डेढ़ लाख पौधे लगा कर  अरावली रेंज को फिर से बहाल किया है, जिससे इलाके की हरियाली में काफ़ी बढ़ोतरी हुई है। ‘‘

उन्होंने कहा एनआईआईटी यूनिवर्सिटी नीमराणा में स्थित है, जहां यह न केवल अपने कैम्पस अपितु आस-पास के क्षेत्र में भी वनस्पति आवरण बढ़ाने की पहल में भाग ले रहा है और उसका नेतृत्व कर रहा है। एनआईआईटी वनस्पति के माध्यम से ‘ग्रीन वॉटर‘  के वाष्पीकरण में मदद करके स्थानीय जलवायु के संतुलन में योगदान देता है। इसके साथ ही नीमराणा के लिए दीर्घकालिक जल सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उद्योग-सरकार के बीच सहयोग की वकालत करने के अलावा, विश्वविद्यालय ने स्थिरता दृष्टि के भीतर ऐसे लक्ष्य भी निर्धारित किए हैं जो “हरे” और “नीले” जल पहलों के साथ संरेखित हैं। योजनाओं में जल भंडारण को बढ़ाने और इकोलॉजिकल बैलंेस को बनाए रखने के लिए हरे और “नीले

एनआईआईटी यूनिवर्सिटी की यह इनिशिएटिव एक प्रेरक शिक्षा प्रदान करने की अपनी स्थायी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करती है जो ईकोलॉजिकल इश्यूज पर भी ध्यान देती है। अपने ग्रीन कैम्पस दृष्टिकोण का पालन करते हुए, यूनिवर्सिटी कैम्पस के जीवन के सभी क्षेत्रों में स्थिरता को लागू करता है, जिसमें क्लास रूम से हट कर से परे व्यावहारिक शिक्षण गतिविधियां भी शामिल हैं। वृक्षारोपण अभियान से लेकर जल बचत पहल तक की गतिविधियां आंतरिक और बाहरी कम्यूनिटी के सदस्यों के बीच पर्यावरण संरक्षण की भावना पैदा करने का प्रयास करती हैं। वन महोत्सव 2025 सेलिब्रेट करते  हुए, एनयू एक ग्रीनर फ्यूचर को बढ़ावा देने और अरावली क्षेत्र में लोगों के जीवन को बेहतर बनाने में अपनी नेतृत्वकारी भूमिका निभा रहा है।

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