जयपुर, दिव्यराष्ट्र/: राष्ट्रीय शिक्षा नीति ( एनईपी) 2020 के अनुरूप, सोढ़ानी एकेडमी ऑफ फिनटेक एनेबलर्स लिमिटेड जो कि बीएसई सूचीबद्ध जयपुर स्थित कंपनी है, ने महात्मा गांधी गवर्नमेंट स्कूल, गांधी नगर, जयपुर में “मस्ती की पाठशाला” नामक वित्तीय साक्षरता कार्यशाला का सफल आयोजन किया। इस कार्यशाला में कक्षा 6 से 12 तक के लगभग 200 छात्रों ने भाग लिया, जिसका उद्देश्य उन्हें बजटिंग, बचत, निवेश और डिजिटल लेन-देन जैसी महत्वपूर्ण वित्तीय दक्षताओं से अवगत कराना था, ताकि वे कम उम्र से ही आर्थिक स्वतंत्रता की दिशा में कदम बढ़ा सकें।
सोढ़ानी एकेडमी के संस्थापक राजेश कुमार सोढ़ानी के अनुसार, यह ड्रीम प्रोजेक्ट वित्तीय साक्षरता के प्रति जागरूकता बढ़ाने और इसे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा बनाने पर केंद्रित है। कार्यशाला को रोचक और प्रभावी बनाने के लिए व्यावहारिक गतिविधि, वास्तविक जीवन के अध्ययन, और गेम-आधारित लर्निंग मॉड्यूल्स का उपयोग किया गया, जिससे जटिल वित्तीय अवधारणाओं को सरल और मनोरंजक तरीके से समझाया जा सके।
वित्तीय क्षेत्र की विशेषज्ञ सुश्री आस्था सोढ़ानी, शिक्षाविद् डॉ. अंशुल भारती शर्मा और विनीत सिंह राठौड़ ने इस सत्र का नेतृत्व किया और छात्रों को सैद्धांतिक ज्ञान के साथ-साथ वित्तीय प्रबंधन के व्यावहारिक पहलुओं को भी समझने में मदद की। प्रश्नोत्तरी, चर्चाओं और भूमिका-अभिनय गतिविधि के माध्यम से छात्रों ने बचत, निवेश, बजटिंग, बैंकिंग के मूल सिद्धांत, धन का महत्व, वित्तीय बाजारों आदि जैसे विषयों की गहरी समझ विकसित की।
यह पहल एनईपी 2020 की अनुभवात्मक शिक्षा और जीवन कौशल विकास पर आधारित है, जो पाठ्यपुस्तकों से परे एक समग्र दृष्टिकोण को प्रोत्साहित करती है। इस कार्यशाला के प्रभाव पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए, महात्मा गांधी गवर्नमेंट स्कूल की प्रधानाचार्या कुमुद शर्मा ने कहा: “वित्तीय साक्षरता एक आवश्यक जीवन कौशल है, और इस पहल ने हमारे छात्रों को धन प्रबंधन की एक मजबूत नींव बनाने में मदद की है। हम ऐसे ही समृद्ध शिक्षण अनुभव प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, ताकि वे आर्थिक रूप से सुरक्षित भविष्य के लिए तैयार हो सकें।”