नई दिल्ली, दिव्यराष्ट्र/ फॉस्टिमा बिजनेस स्कूल के मार्गदर्शक मंडल में डॉ. शशि थरूर को शामिल किया गया है। ‘। फॉस्टिमा बिजनेस स्कूल के मार्गदर्शक3.0’ में उन्हें शामिल किया गया है। इस अवसर पर आयोजित समारोह दिल्ली एनसीआर के बेस्ट पीजीडीएम कॉलेजों में से एक, फॉस्टिमा बिजनेस स्कूल (फ़ोस्तीम) द्वारा आयोजित किया गया था. यह आयोजन आईआईएम अहमदाबाद के फाउंडिंग फैकल्टीज़ के सम्मान में किया गया था. डॉ. थरूर को इस यादगार आयोजन के मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया । इस अवसर पर विशेष अतिथियों में एसवाई सिद्दीकी, किरण करिक, राजीव दुबे और ध्रुव प्रकाश शामिल थे।
इनमें सलाहकार परिषद के सदस्य, बड़ी कंपनियों के प्रमुख लोग और मेकमाईट्रिप, केपीएमजी, ब्लू पाई कंसल्टिंग जैसी संस्थाओं के सीनियर अधिकारी शामिल थे।. इन सभी के पास बहुत व्यापक और अलग अलग एक्सपीरिएंस थे. इन लोगों के अनुभवों ने इस प्रोग्राम को खास बना दिया. मार्गदर्शक 3.0 अवार्ड्स में 11 कैटेगरी में विनर्स का चयन किया गया. इसमें बड़ी कंपनियों के चीफ ह्यूमन रिसोर्स ऑफिसर (सीएचआरओ), मार्केटिंग डिपार्टमेंट के हेड ऑफ ह्यूमन रिसोर्स (एचआरबीपी मार्केटिंग) और एसोसिएट डायरेक्टर शामिल थे। उन्हें उनके काम के लिए सम्मानित किया गया।
सभी अतिथि और प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए, डॉ. शशि थरूर ने कहा, “मैं फॉस्टिमा बिजनेस स्कूल के मार्गदर्शक अवार्ड्स के तीसरे एडिशन का हिस्सा बनकर रोमांचित हूं.। इस अवार्ड की शुरुआत चार साल पहले प्रतिष्ठित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजेंट के फाउंडिंग फैकल्टी के सम्मान में की गई थी. एमबीए डिग्री का मुख्य उद्देश्य अलग अलग इंडस्ट्रीज, मार्केट मेकेनिज्म और ग्लोबल इकोनॉमी में बिजनेस डायनामिक्स की समझ को गहरा करना है. भारत अब आंत्रप्रेन्योरशिप के एक ग्लोबल सेंटर के रूप में उभर रहा है और गर्व से दुनिया की तीसरी सबसे बड़े स्टार्टअप इकोसिस्टम का स्थान रखता है.”
मार्गदर्शक 3.0 की सफलता पर, फॉस्टिमा बिजनेस स्कूल, दिल्ली के चेयरमैन, अनिल सोमानी ने कहा, “मैं आप सभी गणमान्य अतिथियों का मार्गदर्शक 3.0 के इस सम्मान समारोह में हार्दिक स्वागत करता हूं. फॉस्टिमा ‘फ्रेंड्स ऑफ 73’ का संक्षिप्त रूप है और इसकी स्थापना आईआईएम अहमदाबाद के सात एलुमनाई द्वारा की गई थी. फॉस्टिमा का मैनेजमेंट भी आईआईएम-ए के पूर्व छात्रों द्वारा देखा जाता है. हमने फॉस्टिमा की शुरुआत कुछ वापस देने के उद्देश्य से की थी क्योंकि हमने महसूस किया कि हम अपनी सफलता का क्रेडिट अपने मातृ संस्थान, यानी इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट अहमदाबाद और फाउंडिंग फैकल्टी के कामों के महत्व को दिया जा सके| एक संस्थान को हर पूर्व छात्र द्वारा याद किया जाता है, लेकिन फैकल्टी को अक्सर भुला दिया जाता है. इसलिए इस फैकल्टी को श्रद्धांजलि के रूप में, हमने इस नेक इरादे से मार्गदर्शक अवार्ड की शुरुआत की. मार्गदर्शक पुरस्कार एक यूनीक अवार्ड है क्योंकि एक संस्थान दूसरे मूल संस्थान के फैकल्टी की स्मृति का सम्मान कर रहा है, जो इन अवार्ड को विशेष बनाता है.”