मुंबई , दिव्यराष्ट्र/ प्रॉक्टर एंड गैंबल इंडिया (पीएंडजी इंडिया) कंपनी अपने पीएंडजी शिक्षा इस कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) कार्यक्रम के २० साल पूरे होने का जश्न मना रही है। पीएंडजी शिक्षा की औपचारिक शुरुआत 2005 में हुई। राष्ट्रीय सीएसआर कानून के लागू होने से बहुत पहले की यह बात है। वंचित समुदायों के बच्चों को स्कूली बुनियादी ढांचे में डालकर उनको शिक्षा के अवसर प्रदान करना इसका उद्देश्य है।
पिछले 2 दशकों में, पीएंडजी शिक्षा इस अभियान ने शिक्षा की तरफ एक मुख्य प्रभाव क्षेत्र के रूप में ध्यान केंद्रित किया है। केवल स्कूल के बुनियादी ढांचे के निर्माण पर ध्यान देने के बजाए, सीखने के परिणामों पर ध्यान केंद्रित करने का पीएंडजी शिक्षा का प्रयास है। सीखने की कमियों को दूर करके बुनियादी पढ़ने, लिखने और गणित कौशल को बेहतर बनाने पर शिक्षा ध्यान केंद्रित करती है, तथा यह सुनिश्चित करती है कि प्रत्येक बच्चा अपने पाठों को सही स्तर पर समझ सके। पिछले 20 वर्षों में, पीएंडजी शिक्षा ने हजारों समुदायों और स्कूलों में काम किया है, जिसका सामूहिक रूप से 50 लाख से अधिक बच्चों पर प्रभाव पड़ा है।
अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस के अवसर पर आयोजित आज के महत्वपूर्ण समारोह में, पीएंडजी के कर्मचारियों, परिवारों, एजेंसी भागीदारों, वितरक भागीदारों और एनजीओ स्वयंसेवकों सहित सैकड़ों स्वयंसेवक देश भर के विभिन्न स्थानों पर पीएंडजी इंडिया के अपनी तरह के सबसे बड़े स्वयंसेवा अभियान में एक साथ आए।
यह स्वयंसेवा अभियान एक ही समय और एक ही दिन मुंबई, हैदराबाद, गोवा, बद्दी, मंडीदीप, भिवाड़ी, अहमदाबाद और चेन्नई सहित कई शहरों में आयोजित किया गया।
इस अवसर पर बोलते हुए पीएंडजी इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कुमार वेंकटसुब्रमण्यन ने कहा, “पीएंडजी ब्रांड और पीएंडजी के लोग दुनिया भर के समुदायों की मदद करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, ताकि सार्थक कार्यों के माध्यम से हर दिन जीवन में सुधार हो सके। हमारी कंपनी की शुरुआत से ही हमारे संस्थापकों ने दूसरों की मदद करना प्राथमिकता बना लिया था।