जेकेएलयू का बारहवां कन्वोकेशन सेरेमनी संपन्न। बड़ी संख्या में इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट और डिजाइन स्टूडेंट्स को मिली डिग्री
जयपुर: दिव्यराष्ट्र/शिक्षा स्वयं एक जीवन है, लर्निंग कभी खत्म नहीं होती है। 20 साल बाद आपको कोई निराशा नहीं होनी चाहिए कि हम कुछ और बेहतर कर सकते थे।
ये बात कही जेके लक्ष्मीपत यूनिवर्सिटी के प्रो चांसलर रघुपति सिंघानिया ने। वे शनिवार को यूनिवर्सिटी के बारहवें कन्वोकेशन एंड फाउंडर्स डे सेरेमनी के अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर क्लास ऑफ 2024 बैच के इंजीनियरिंग, डिजाइन , मैनेजमेंट और पीएचडी स्टूडेंट्स को डिग्री दी गई एवं 6 स्टूडेंट्स को गोल्ड मेडल से नवाजा गया।
इस मौके पर यूनिवर्सिटी के प्रो. चांसलर सिंघानिया ने यूनिवर्सिटी के गत 12 वर्षो मे प्राप्त किए गए अचीवमेंट एवम ग्लोबल लेवल पर विभिन्न यूनिवर्सिटीज के साथ टाई अप के बारे मे जानकारी दी। उन्होंने स्टूडेंट्स से “एंटरप्रेन्योरशिप” की थीम पर काम करने को कहा। उन्होंने यूनिवर्सिटी के अटल इनक्यूबेशन सेंटर को नीति आयोग द्वारा सराहे जाने की बात कही।
पहली बार में ही ए प्लस नैक एक्रिडेशन जैसी उपलब्धियों का जिक्र करते हुए यूनिवर्सिटी मे स्टूडेंट्स को जॉब रेडी के साथ लाइफ रेडी बनाने की बात कही। स्टूडेंट्स से कहा कि दुनिया को बदलने के लिए शिक्षा सबसे बड़ा हथियार है।
इस अवसर पर आईसीआईसीआई के सीईओ संदीप बक्शी ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। उन्होंने जेके ऑर्गनाइजेशन और आईसीआईसीआई बैंक जैसे संगठनों द्वारा नैतिक मूल्यों, ट्रस्टीशिप और सामाजिक विकास के लिए एक मजबूत उदाहरण पेश करने की बात कही, जो सच्चे राष्ट्र निर्माण की पहचान है।
उन्होंने स्टूडेंट्स से लक्ष्य प्राप्त होने तक डटकर संघर्ष करने को कहा। इस मौके पर यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो धीरज सांघी ने डिग्री को लाइफ की अगली सीढ़ी बताई। उन्होंने यूनिवर्सिटी के हाल ही के दौर किए गए कार्यों की जानकारी देते हुए सालाना परफोर्मेंस रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी के लिए शिक्षा की गुणवत्ता को बनाए रखना सर्वोपरी एवं प्रथम उद्देश्य है।
यूनिवर्सिटी के छात्रों, स्टाफ और लीडरशिप टीम ने मिलकर श्री लक्ष्मीपत सिंघानिया की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की, जिनकी दूरदृष्टि पीढ़ियों को उत्कृष्टता की ओर प्रेरित करती रही है। यूनिवर्सिटी के प्रो. चांसलर हर्षपति सिंघानिया ने यूनिवर्सिटी के नवाचारों से अवगत करवाया।
कार्यक्रम के दौरान ऑफिशिएटिंग रजिस्टार केके माहेश्वरी समेत विभिन्न डिपार्टमेंट के डायरेक्टर, फैकल्टी मेंबर, स्टूडेंट्स एवम पैरेंट्स समेत यूनिवर्सिटी के अन्य लोग उपस्थित थे।
500 से अधिक उपस्थित लोगों—छात्रों, अभिभावकों, फैकल्टी, गणमान्य व्यक्तियों और बोर्ड सदस्यों—के साथ कैंपस उमंग, उत्साह और गर्व से गूंज उठा। यह दिन न केवल शैक्षणिक सफलता का उत्सव था, बल्कि एक उज्जवल भविष्य की साझा आशा का प्रतीक भी था।