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देश भर की 56 टीमों ने अमरुत ग्रैंड फिनाले में हिस्सा लिया

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नई दिल्ली, दिव्यराष्ट्र/ अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने नई दिल्ली स्थित मुख्यालय में ‘एआईसीटीई मिलेट रेसिपी अनलीशिंग टैलेंट’ यानि अमरुत के ग्रैंड फिनाले का आयोजन किया। एआईसीटीई के अध्यक्ष प्रो. टी.जी. सीताराम ने विजेता टीमों को उनके द्वारा तैयार किए गए बेहतरीन व्यंजन और उनकी कलात्मक प्रस्तुति के लिए सम्मानित और पुरस्कृत किया। इसमें एआईसीटीई अप्रूव्ड संस्थानों के छात्रों, शिक्षकों और सहायक कर्मचारियों को मिलेट पर केंद्रित अभिनव एवं पारंपरिक व्यंजनों का प्रदर्शन करने के लिए आमंत्रित किया गया था। कार्यक्रम में इन पोषक तत्वों से भरपूर अनाजों से जुड़े स्वाद, परंपराओं और नवाचारों की समृद्ध विविधता देखने को मिली। एआईसीटीई के सदस्य सचिव प्रो. राजीव कुमार ने स्टॉल पर जाकर प्रतिभागियों से बातचीत कर उन्हें प्रोत्साहित किया। मिलेट वुमन ऑफ इंडिया डॉ. शर्मिला ओसवाल ने प्रतिभागियों को व्यापक समुदाय के साथ मिलेट के लाभ साझा करने के लिए प्रोत्साहित और प्रेरित किया।
अपने संबोधन में प्रो. टी.जी. सीताराम ने सहायक नीतियों और बाजार नवाचारों के माध्यम से मिलेट उत्पादन और खपत को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने विभिन्न विषयों के छात्रों के प्रभावशाली कौशल की सराहना करते हुए उनके द्वारा तैयार किए गए स्वादिष्ट और पौष्टिक मिलेट व्यंजन देखे। उन्होंने कहा, “मोटा अनाज न केवल फाइबर से भरपूर है, बल्कि स्वास्थ्य और कल्याण में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है।” उन्होंने किसानों की आजीविका में सुधार, उपभोक्ताओं के लिए पोषण संबंधी परिणामों को बढ़ाने और पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देने में मोटा अनाज की क्षमता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि मिलेट कृषि, जलवायु और खाद्य सुरक्षा के प्रति हमारे दृष्टिकोण में क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है। इससे मिलेट एक स्थायी भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन बन सकते हैं।
प्रतियोगिता में तीन रेसिपी श्रेणियां शामिल थीं: स्टार्टर्स, मेन कोर्स और डेसर्ट एवं कन्फेक्शनरी, जिन्हें मिलेट सामग्री के आधार पर तीन उप-श्रेणियों में विभाजित किया गया: 70% और उससे अधिक, 50-70% और 30-50%। एक विशेषज्ञ समिति द्वारा कड़े मूल्यांकन के बाद, ग्रैंड फिनाले के लिए 56 टीमों को शॉर्टलिस्ट किया गया था। ग्रैंड फिनाले में 18 सदस्यों की जूरी ने प्रतिभागियों का विभिन्न मानदंडों पर मूल्यांकन किया, जिसमें स्वाद और सुगंध, स्वच्छता, प्रस्तुति, खाद्य अपशिष्ट प्रबंधन और समग्र सेवा के साथ-साथ खाना पकाने की प्रक्रिया भी शामिल थी। ग्रैंड फिनाले में नौ विजेता टीमों में से प्रत्येक को 1 लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया गया।
कार्यक्रम के दौरान मिलेट के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए स्टॉल लगाए गए थे। इन पर स्टार्टअप मालिकों और उद्यमियों ने अभिनव मिलेट आधारित खाद्य पदार्थ प्रदर्शित किए। छात्रों ने नृत्य और गीतों के साथ एक जीवंत सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।

अंतर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष 2023 को भारत में व्यापक रूप से मनाया गया जिससे मिलेट के कई स्वास्थ्य, पर्यावरणीय और आर्थिक लाभ के बारे में जागरूकता बढ़ी। अमरुत मिलेट के प्रचार के लिए एआईसीटीई की ओर से एक प्रेरक पहल के रूप में कार्य करता है। इसका उद्देश्य मिलेट की अधिक से अधिक सार्वजनिक खपत को प्रोत्साहित करना और मिलेट व मिलेट आधारित उत्पादों के लिए एक व्यापक बाजार स्थापित करना है।

मुख्य व्यंजन*
बाजरा चूरमा, लिटिल मिलेट पाइनएप्पल डेजर्ट, रागी नीडो, बाजरा श्रीखंड टार्ट, चॉकलेट राजरा कुकीज, रागी नाचोस, कोदो मिलेट कबाब, बनाना मिलेट स्मूदी, मिलेट सलाद, रागी पुट्टू, मिक्स मिलेट लड्डू, मिलेट चाय, पर्ल मिलेट पफ पेस्ट्री, मिलेट पानी पुरी, मिलेट एथो पुरी, बाजरा वड़ा और दम आलू।

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