24 टीम, 400 खिलाड़ी, 11 दिन और 20-20 ओवर के 67 मैच
नेशनल फिजिकल डिसेबिलिटी क्रिकेट चैंपियनशिप-2024 की ट्रॉफी का हुआ अनावरण
जयपुर, 7 अक्टूबर। 40 वर्षों से दिव्यांगता के क्षेत्र में जुटी और दिव्यांग प्रतिभाओं के लिए 5 बार नेशनल प्रतियोगिता आयोजित कर चुके डिफरेंटली एबल्ड क्रिकेट काउंसिल ऑफ इंडिया (डीसीसीआई) और नारायण सेवा संस्थान (एनएसएस) के तत्वावधान में चौथे नेशनल फिजिकल डिसेबिलिटी टी-20 क्रिकेट चैंपियनशिप-2024 का आयोजन उदयपुर में किया जाएगा।
इस प्रतियोगिता में 24 राज्यों के 400 दिव्यांग क्रिकेटर्स और 100 से अधिक खेल अधिकारी हिस्सा लेंगे। उदयपुर शहर के 5 ग्राउंड में 67 मैच खेले जाएंगे। सभी मैच 20-20 ओवर के होंगे। प्रतियोगिता 15 से 25 अक्टूबर तक चलेगी। चैंपियनशिप के पोस्टर और ट्रॉफी का विमोचन डीसीसीआई के महासचिव रवि चौहान, महाराज प्रताप सिहं चौहान खाटूश्याम जी कमिटी के अध्यक्ष और पीडी एंड व्हीलचेयर क्रिकेट के चीफ पैट्रन, राजस्थान डिसेबल (डिफरेंटली एबल्ड) क्रिकेट एसोसिएशन (आरडीसीए) की प्रेसिडेंट ज्योत्सना चौधरी और नारायण सेवा के पदाधिकारी जनसम्पर्क प्रमुख भगवान प्रसाद गौड़ एवं मीडिया प्रभारी विष्णु शर्मा हितैषी ने किया।
इस अवसर पर डीसीसीआई के महासचिव रवि चौहान ने कहा कि, नारायण सेवा संस्थान के अध्यक्ष श्री प्रशांत अग्रवाल और चेयरमैन संस्थापक श्री कैलाश जी ‘मानव’ पद्मश्री अलंकृत का जितना अभिनंदन हो उतना कम है। आज तक दिव्यांगजनों हेतु उदयपुर शहर में पांच नेशनल प्रतियोगिता संपन्न हुई है। यह छठी प्रतियोगिता है। यह प्रतियोगिता बहुत ही रोमांचकारी रहेगी। दिव्यांग खिलाड़ी सामान्य लोगों को अपने हौसलों का दम दिखाएंगे। उन्होंने बताया कि, इन खिलाड़ियों का चयन पिछले एक वर्ष में हुए विभिन्न टूर्नामेंट में प्रदर्शन को आधार मानकर किया गया है। ये सभी खिलाड़ी 18 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के हैं। इस चैंपियनशिप में ज्यादातर खिलाड़ी एक हाथ या एक पैर से अथवा जन्मजात शारीरिक दिव्यांगता से ग्रस्त है। कुछ खिलाड़ियों के शरीर अर्द्धविकसित भी है। सच में दिव्यांगों को मंच देना और उन्हें अधिकार पूर्ण जिंदगी देने के लिए डीसीसीआई और नारायण सेवा संस्थान महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
24 टीमें लेंगी हिस्सा – राजस्थान, केरल, दिल्ली, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, कर्नाटक, हैदराबाद, आंध्र प्रदेश, पंजाब, जम्मू कश्मीर, बड़ौदा, हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, गुजरात, मुंबई, छत्तीसगढ़, ओडिशा, चंडीगढ़, पश्चिम बंगाल, विदर्भ, तमिलनाडु, और बिहार।
5 ग्राउंड में होंगे 67 मैच, उद्घाटन और समापन फील्ड क्लब मे- इस 11 दिवसीय दिव्यांग प्रतिभा के क्रिकेट कुंभ का भव्य शुभारम्भ 15 अक्टूबर मंगलवार को प्रातः 11 बजे फील्ड क्लब तथा समापन समारोह इसी ग्राउंड पर 25 अक्टूबर को प्रातः 11 बजे होगा। समापन समारोह में रोलिंग ट्रॉफी विजेता टीम को दी जाएगी। उदयपुर शहर के फील्ड क्लब, बीएन यूनिवर्सिटी ग्राउण्ड, गीतांजली ग्राउण्ड, नारायण पैरा स्पोटर्स एकेडमी, डबोक और करनपुर क्रिकेट ग्राउण्ड में कुल 67 मैच होंगे। 24 टीमों को चार ग्रुप में बाटा गया है। प्रतिदिन 8 मैच होंगे। दिनांक 15 से 22 अक्टूबर तक चारों ग्रुप के 60 लीग मैच होंगे। 24 अक्टूबर को ग्रुप ए की विजेता का ग्रुप डी की टीम से तथा ग्रुप बी की विजेता का ग्रुप सी की टीम से सेमीफाइनल होगा। दिनांक 25 अक्टूबर को फाइनल फील्ड क्लब में खेला जाएगा।
डीसीसीआई के कॉर्पोरेट अफेयर्स कम्युनिकेशन के चेयरमैन व पीडी एंड व्हीलचेयर क्रिकेट के राजेश भारद्वाज ने बताया कि, मुझे ये बताते हुए खुशी हो रही है कि खाटूश्याम जी राजस्थान और पीडी एंड व्हीलचेयर क्रिकेट के मार्गदर्शन में भारत के बड़े कॉर्पोरेट जगत को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
नारायण सेवा संस्थान के जनसम्पर्क प्रमुख भगवान प्रसाद गौड़ ने बताया कि, नारायण सेवा संस्थान वर्ष 2017 से दिव्यांग खेलों के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाने लगा है। संस्थान दो नेशनल पैरा स्वीमिंग, एक नेशनल ब्लाइंड क्रिकेट, एक नेशनल व्हीलचेयर क्रिकेट चैंपियनशिप और थर्ड नेशनल डिसएब्ल्ड क्रिकेट चैंपियनशिप का सफलतापूर्वक आयोजन कर चूका है। व्हीलचेयर क्रिकेट चैंपियनशिप का आयोजन गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ है। स्टैंडिंग क्रिकेट यानी कोई खिलाड़ी हाथ से तो कोई एक पैर से दिव्यांग है। वे सामान्य क्रिकेटर्स की तरह अपने खेल का प्रदर्शन कर दर्शकों का दिल जीतेंगे। संस्थान प्रतिबद्धता के साथ दिव्यांगों की शल्य चिकित्सा, कृत्रिम अंग, स्वरोजगार और सामूहिक विवाह कर उन्हें पूर्ण पुनर्वास देने का कार्य कर रहा है। संस्थान से 11 लाख से ज्यादा दिव्यांग किसी न किसी रूप से लाभान्वित हुए है। यह चैंपियनशिप भी इसी दिशा में एक ओर कदम है।
संस्थान के जनसम्पर्क अधिकारी विष्णु शर्मा हितैषी ने बताया कि, इस प्रतियोगिता में संस्थान द्वारा उदयपुर में भोजन, आवास, चिकित्सा, यातायात और ग्राउण्ड व्यवस्था का सपोर्ट किया जा रहा है। इस प्रतियोगिता का सीधा प्रसारण फैन कोड पर किया जाएगा।
दिव्यांगों के लिए आयोजित चैंपियनशिप में अंतर्राष्ट्रीय मानकों को अपनाया गया है। जिसके तहत 66 मीटर बाउन्ड्री होगी। 22 गज (66 फिट) का पिच होगा। जिसे लेदर की वाइट बॉल से खेला जाएगा। प्रत्येक मैच का निर्णय करने के लिए 3 अम्पायर मैदान पर रहेंगे।
नारायण सेवा संस्थान के 100 से अधिक साधक देंगे सेवा – चैंपियनशिप के सफल आयोजन के लिए संस्थान के 100 से अधिक साधक व्यवस्था में लगेंगे। जो दिव्यांग खिलाडियों को सहयोग करेंगे। विभिन्न राज्यों से आए इन खिलाडियों के लिए डिसएबल्ड अनुकूलित समस्त व्यवस्थाएं बनाई गई है।
चैंपियनशिप के लिए 20 कमेटियां गठित – 11 दिवसीय क्रिकेट कुंभ की सफलता के लिए संस्थान द्वारा अनेक कमेटियां गठित की गई है। जिनमें स्वागत, सुरक्षा, यातायात, सफाई, भोजन, आवास, अभ्यास, टाइम टेबल, ग्राउंड, अनुशासन, चिकित्सा, जल आदि कमेटियां बनाई गई है।
हर टीम को मिलेंगे 4 रनर- स्टैंडिंग क्रिकेट में हर टीम को 4 रनर देने का प्रावधान है। यह उन खिलाडियों को उपलब्ध कराए जाते है जो वैशाखी, आर्टीफिशियल लिम्ब या शारीरिक रूप से दौड़ने में असमर्थ होते है। क्रिकेट में विकेट के बीच भागना जरुरी होता है। इसलिए प्रत्येक टीम को चार दिव्यांग रनर का विकल्प चुन मैच प्रारम्भ से पूर्व अम्पायर को लिस्ट सौंपते है।
मैन ऑफ़ द सीरीज को मिलेगी स्कूटी – दिव्यांग प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित इस चैंपियनशिप में सबसे दमदार प्रदर्शन करने वाले क्रिकेटर को मूल्यांकन कमेटी की अनुशंषा पर प्रबंधन द्वारा ‘मैन ऑफ द सीरीज’ के लिए चुना जाएगा। जिसे पुरस्कार में स्कूटी दी जाएगी। हर ग्राउंड पर प्रतिदिन ‘मैन ऑफ द मैच’ का पुरस्कार दिए जाएगे। इसके अलावा विजेता और उपविजेता टीम को भी पुरस्कार दिए जाएंगे।
इंग्लैंड वर्ल्डकप चैंपियन प्लेयर भी हो रहे है शामिल- इस चैंपियनशिप में इंडिया टीम के कप्तान विराट कैनी, मुम्बई के रविंद्र सन्ते, विदर्भ के गुरुदास राउत, बंगाल के तुषार रॉय, गुजरात के आसित जायसवाल, जम्मू -कश्मीर के वसीम इक़बाल और अमीर हिस्सा ले रहे हैं।