नई दिल्ली/दिव्य राष्ट्र : सिक्किम प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का सिक्किम प्रांत का विद्यार्थियों का स्नेहमिलन समारोह उत्साहपूर्वक आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशिष चोहान थे। बतौर मुख्य अतिथि आशिष चौहान ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के सिक्कम प्रांत से आए विभिन्न पदाधिकारी, कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुये एबीवीपी के कार्यक्रमों को, नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने का आह्वान किया।
इसके साथ ही उन्होंने रोजगारोन्मुख शिक्षा के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला एवं अनेक महापुरूषों के उदाहरण प्रस्तुत करते हुये उनसे सीखने का आह्वान किया। उन्होंने शोध कार्यों पर बल देते हुये कहा कि हमें हर कार्य पूर्ण दक्षता के साथ करना चाहिये एवं उस कार्य की समाज में पूर्ण भागीदारी निभाई जानी चाहिये। कार्यक्रम के इसी क्रम में एक बैठक का आयोजन किया गया जिसमें एबीवीपी के विभिन्न पदाधिकारी, विभिन्न विष्वविद्यालयों के अधिकारी, अध्यापकों, प्राध्यापकों, कर्मचारियों ने भाग लिया। बैठक में एबीवीपी की आगामी विभिन्न गतिविधियों के संदर्भ में विचार विमर्श एवं मंथन किया गया एवं बैठक में सभी प्रतिभागियों ने अपने विचार व्यक्त किये एवं आगामी योजनाओं के बारे में अवगत करवाया।
इस अवसर पर कार्यक्रम में सिक्किम प्रोफेशनल युनिवर्सिटी के कुलसचिव प्रोफेसर रमेश कुमार रावत ने स्वागत उद्बोधन दिया एवं एबीवीपी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशीष चोहान का खादा पहनाकर एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया। कार्यक्रम में आए क्षेत्रीय संगठन मंत्री अपांगषु शेखर शील, सिक्किम प्रांत के एबीवीपी के अध्यक्ष गणेश नियोपैनी, सिक्किम प्रांत के संगठन मंत्री पृथ्वी राणा, सिक्किम प्रांत के एबीवीपी के पूर्व अध्यक्ष, डॉ. दुर्गामनी ढकाल, सिक्किम प्रदेष के एबीवीपी के वाईस प्रेसिडेंट प्रोफेसर महेंद्र सिंह सेवदा, सीएयू रानीपूल गैंगटोक के प्रोफेसर राकेश कुमार, सिक्किम युनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार, प्रोफेसर लक्ष्मण शर्मा, प्रोफेसर ज्योती प्रकाश तमंग, प्रोफेसर भोज कुमार आचार्य, प्रोफेसर प्रदीप त्रिपाठी, प्रोफेसर नेणू पंत का सिक्किम प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के कुलसचिव प्रोफेसर रमेश कुमार रावत ने स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया। इस अवसर पर प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों एवं शिक्षण संस्थानों से आये विद्यार्थियों का भी विश्वविद्यालय की और से सम्मान किया गया।