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वेदांता का शेयर 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर पर, पहुंचा 300 रुपये से ऊपर

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वेदांता लिमिटेड का शेयर प्रस्तावित डीमर्जर, वैश्विक धातु की कीमतों में तेज़ी और समूह में डिलीवरेजिंग से जुड़ी पहलों के मद्देनज़र 2 अप्रैल के ट्रेडिंग सत्र के दौरान 301.95 रुपये (एनएसई) के 52 सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। वेदांता का शेयर 4.5% से अधिक की बढ़ोतरी के साथ 300.85 रुपये (एनएसई) पर बंद हुआ और यह 26 मार्च के मुकाबले लगभग 10% की तेज़ी है।

वेदांता के स्टॉक में तेज़ी, वैश्विक स्तर पर धातु की कीमतों में मज़बूती के बीच हो रही है, जो कई वजहों से बढ़ रही है। चीन के मज़बूत औद्योगिक आंकड़ों ने छह महीने में पहली बार विनिर्माण गतिविधि में विस्तार का संकेत दिया है। गौरतलब है कि चीन कई धातुओं का सबसे बड़ा उपभोक्ता है, इसलिए मज़बूत आर्थिक आंकड़ों के कारण धातु के शेयरों में तेज़ी आई है, जिसमें वेदांता भी शामिल है। कंपनी लौह अयस्क, स्टील, तांबा और एल्यूमीनियम की प्रमुख उत्पादक और आपूर्तिकर्ता है।

शेयर में आई यह तेज़ी कंपनी की समग्र व्यावसायिक क्षमता और एबिट्डा अनुमानों की प्रतिबिंब है। वित्त वर्ष 2024 (अप्रैल 2023 से मार्च 2024) में वेदांता का एबिट्डा लगभग 5 अरब डॉलर होने की उम्मीद है। इसी तरह, वेदांता समूह की नज़र अगले वित्त वर्ष (वित्त वर्ष 25) में 6 अरब डॉलर के एबिट्डा पर है और कंपनी इसे सभी व्यवसायों में परिचालन क्षमता के आधार पर अगले साल बढ़ाकर 7-7.5 अरब डॉलर तक करना चाहती है।

सूत्रों ने कहा कि कंपनी एल्युमीनियम सहित अपने प्रमुख व्यवसायों को अलग-अलग सूचीबद्ध कंपनियों में विभाजित करने और डीमर्ज की गई इकाइयों में ऋण के आवंटन की तैयारी में है और ऐसा उन इकाइयों की परिसंपत्ति के अनुपात में किया जाएगा।

वेदांता ने पहले कहा था कि वह अगले 3 साल में 3 अरब डॉलर का ऋण कम करने की योजना बना रही है, और इसकी प्रवर्तक इकाई – वेदांता रिसोर्सेज – को उम्मीद है कि उसके ऋण का रोलओवर नहीं होगा।

हाल ही में संपन्न विश्लेषकों की बैठक में भाग लेने वाले विश्लेषकों के अनुसार, वीईडीएल के उपाध्यक्ष और प्रमोटर समूह के सदस्य, श्री नवीन अग्रवाल ने कहा  “डीलिवरेजिंग, हमारी प्राथमिकता है। हम अगले तीन साल में वेदांता रिसोर्सेज का ऋण 3 अरब डॉलर कम कर देंगे। वीईडीएल का नकदी प्रवाह वृद्धि पूर्व पूंजीगत व्यय, वित्त वर्ष 2025 के लिए 3.5-4 अरब डॉलर होने का अनुमान है, जो 1.5 अरब डॉलर के सुरक्षित ऋण परिपक्वता के लिए पर्याप्त है।

वेदांता ने पिछले साल सितंबर में, संभावित मूल्य को अनलॉक करने के लिए धातु, बिजली, एल्यूमीनियम और तेल एवं गैस व्यवसायों के डीमर्जर की घोषणा की थी। इस प्रक्रिया के बाद, छह स्वतंत्र वर्टिकल – वेदांता एल्युमीनियम, वेदांता ऑयल एंड गैस, वेदांता पावर, वेदांता स्टील एंड फेरस मटेरियल्स, वेदांता बेस मेटल्स और वेदांता लिमिटेड – बनाए जाएंगे।

वेदांता के प्रत्येक शेयर के लिए शेयरधारकों को पांच नई सूचीबद्ध कंपनियों में से हरेक का एक शेयर मिलेगा। डीमर्जर के बाद हिंदुस्तान जिंक के साथ-साथ इलेक्ट्रॉनिक्स कारोबार भी वेदांता लिमिटेड के पास रहेगा।

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