अजय पारीक, चीफ बिजनेस ऑफिसर, एसएमएफजी इंडिया क्रेडिट (SMFG India Credit)
“सरकार द्वारा आयकर छूट सीमा को ₹12 लाख तक बढ़ाने की घोषणा आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे लोगों को अपनी आय का अधिक हिस्सा अपने पास रखने का अवसर मिलेगा, जिससे उनकी क्रय शक्ति बढ़ेगी और विभिन्न क्षेत्रों में उपभोग में वृद्धि होगी। यह बढ़ी हुई क्रय शक्ति न केवल मांग को बढ़ाएगी, बल्कि भारत को $5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था बनने और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में अपनी स्थिति मजबूत करने में भी योगदान देगी।
बजट में एमएसएमई क्षेत्र के लिए भी महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। निवेश और टर्नओवर की सीमा बढ़ाने से एमएसएमई को विस्तार करने और अधिक रोजगार सृजित करने में मदद मिलेगी। माइक्रो एंटरप्राइजेज के लिए ₹5 लाख की सीमा के साथ कस्टमाइज़्ड क्रेडिट कार्ड की शुरुआत उनके कार्यशील पूंजी प्रबंधन में सहायक होगी, जिससे वे अपनी दैनिक संचालन आवश्यकताओं को आसानी से पूरा कर सकेंगे।
इसके अतिरिक्त, 5 लाख पहली बार की महिला, एससी और एसटी उद्यमियों को ₹2 करोड़ तक के ऋण देने की नई योजना वित्तीय समावेशन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह महिलाओं को वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर बनने, अपने परिवारों का समर्थन करने और उद्यमिता को बढ़ावा देने में सक्षम बनाएगी, जिससे एक अधिक गतिशील और विविध व्यवसायिक परिदृश्य का निर्माण होगा।”