नई दिल्ली, दिसम्बर, 2023.
एनएसडीसी और बजाज फिनसर्व और एआईसीटीई और बजाज फिनसर्व ने केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान, कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के सचिव श्री अतुल कुमार तिवारी, एआईसीटीई के मेम्बर सेक्रेटरी प्रो. राजीव कुमार, एनएसडीसी के सीईओ और एनएसडीसी इंटरनेशनल के एमडी वेद मणि तिवारी और बजाज फिनसर्व के अध्यक्ष और एमडी संजीव बजाज की गरिमामय उपस्थिति में दो समझौता ज्ञापनों का आदान-प्रदान किया। इस समारोह में सीएसआर के प्रेजिडेंट ग्रुप कुरुश ईरानी और बजाज फिनसर्व – सीएसआर के नेशनल हेड पल्लवी गांधीकर भी उपस्थित थे।
एआईसीटीई, (मिनिस्ट्री ऑफ हायर एजुकेशन के तत्वावधान में) और राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी), (कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के तत्वावधान में), देश में स्किल इकोसिस्टम के प्रमुख आर्किटेक्ट ने फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर में रोजगार के अवसरों के लिए युवा स्नातकों को तैयार करने हेतु भारत के अग्रणी और सबसे विविध वित्तीय सेवा समूहों में से एक, बजाज फिनसर्व लिमिटेड के साथ आज साझेदारी की।
इस अवसर पर बोलते हुए श्री धर्मेंद्र प्रधान ने फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर में रोजगार के अवसरों के लिए युवा स्नातकों को तैयार करने और बैंकिंग, वित्त और बीमा में एक सर्टिफिकेट प्रोग्राम के शुभारंभ के लिए बजाज फिनसर्व के साथ एनएसडीसी और एआईसीटीई के समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने पर खुशी व्यक्त की। उन्होंने कहा, आज बनी साझेदारियां फाइनेंशियल सेक्टर में बड़े पैमाने पर दक्षताओं का निर्माण करेंगी और हमारे युवाओं को फाइनेंशियल और डिजिटल क्षेत्र में हो रहे परिवर्तन में भाग लेने के लिए सशक्त बनाएंगी। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि प्रधानमंत्री का विकसित भारत का विजन, कल लॉन्च किया गया वॉयस ऑफ यूथ प्रोग्राम विकसित भारत के लिए युवाओं के विचारों, कौशल विकास की भूमिका और विकसित भारत के निर्माण में फाइनेंशियल सेक्टर को उजागर करता है। श्री प्रधान ने इस बात पर जोर दिया कि हमारे युवा ज्ञान, दक्षता, कौशल और सही दृष्टिकोण से संचालित विकसित भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। उन्होंने कहा कि हम ज्ञान और दक्षता का एक सुपर हाईवे बना रहे हैं और भारत ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विस मार्केट का हब बन सकता है।
एआईसीटीई के अध्यक्ष प्रो.टी.जी.सीतारम ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि, बजाज फिनसर्व के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने से शिक्षा और उद्योग-अकादमिक संबंधों में नए सहयोग की शुरुआत होगी। उन्होंने कहा कि यह वित्त, बैंकिंग और बीमा क्षेत्र में छात्रों के लिए शिक्षा, इंटर्नशिप और जॉब प्रशिक्षण के विशाल अवसर प्रदान करके उद्योग और शिक्षा जगत के बीच अंतर को पाटने के एआईसीटीई के विज़न को मजबूत करेगा।
एनएसडीसी के सीईओ और एनएसडीसी इंटरनेशनल के एमडी वेद मणि तिवारी ने कहा, भारत के फाइनेंशियल सेक्टर में हाल के वर्षों में महत्वपूर्ण वृद्धि और विकास देखा गया है। उन्होंने कहा, एनएसडीसी में, हमारा समर्पण कौशल विकास पहल के माध्यम से विविध अवसर प्रदान करके युवाओं को सशक्त बनाने में निहित है और बजाज फिनसर्व के साथ साझेदारी उद्योग के फाइनेंशियल सेक्टर में बदलाव के साथ हमारे कौशल प्रयासों को संरेखित करने की दिशा में एक रणनीतिक कदम है।
बजाज फिनसर्व लिमिटेड के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर, संजीव बजाज ने कहा, एनएसडीसी और शिक्षा मंत्रालय के साथ साझेदारी से हमें युवाओं को कौशल तक अधिक पहुंच प्रदान करके बदलाव लाने में मदद मिलेगी जिससे सफलता की अनंत संभावनाएं खुलेंगी। उन्होंने कहा कि यह कौशल भारत, कुशल भारत की थीम के अनुरूप, भविष्य के लिए आर्थिक लचीलापन और एक समावेशी कार्यबल का निर्माण भी करेगा।
साझेदारी के तहत, बजाज फिनसर्व बैंकिंग, वित्त और बीमा (सीपीबीएफआई) में अपने सर्टिफिकेट प्रोग्राम के माध्यम से 20,000 उम्मीदवारों की क्षमताओं का निर्माण करने के लिए कौशल पहल को आगे बढ़ाएगा, जो उद्योग विशेषज्ञों, प्रशिक्षण भागीदारों, शैक्षणिक संस्थानों और साइकोलॉजिकल हेल्थ इंस्टीट्यूट के सहयोग से विकसित 100 घंटे का कार्यक्रम है। सीपीबीएफआई वर्तमान में 23 राज्यों, 100 जिलों और 160 से अधिक कस्बों में 350 से अधिक कॉलेजों में चलता है। इसका उद्देश्य विशेष रूप से टियर 2 और 3 शहरों में स्नातकों और एमबीए उम्मीदवारों के बीच कौशल, ज्ञान और दृष्टिकोण का पोषण करना है, जिससे उन्हें रोजगार की तलाश करने और फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर में अपने लॉन्ग-टर्म करियर से संबंधित सही निर्णय लेने में सक्षम बनाया जा सके।
दोनों साझेदारियाँ डायनामिक करिकुलम विकास बनाने पर ध्यान केंद्रित करती हैं जो वित्त, बैंकिंग और बीमा के लगातार विकसित हो रहे लैंडस्केप के अनुकूल है और नवीनतम उद्योग ट्रेंड, तकनीकी प्रगति और सर्वोत्तम प्रथाओं को पाठ्यक्रम में एक साथ जोड़ती है। एनएसडीसी के साथ साझेदारी को सरकार के नेतृत्व वाले सभी कौशल और उद्यमिता पहलों के लिए स्किल इंडिया डिजिटल (एसआईडी) व्यापक सूचना गेटवे पर बढ़ाया जाएगा, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि छात्र न केवल अकादमिक रूप से सुसज्जित हैं बल्कि इन सेक्टर्स की व्यावहारिक वास्तविकताओं में भी कामयाब होंगे।
छात्रों के लिए अमूल्य अवसरों को बढ़ावा देने के लिए रणनीतिक उद्योग के माध्यम से प्रतिष्ठित बैंकों, वित्तीय संस्थानों और बीमा कंपनियों के साथ साझेदारी भी की जाएगी। ये साझेदारियाँ इंटर्नशिप, ऑन-द-जॉब ट्रेनिंग और रियल-वर्ल्ड इंडस्ट्री प्रैक्टिस की प्रत्यक्ष झलक प्रदान करती हैं। यह क्लासरूम में सीखने और उद्योग की मांगों के बीच अंतर को पाट देगा, जिससे प्रोफेशनल भूमिकाओं में निर्बाध परिवर्तन का मार्ग प्रशस्त होगा।
डोमेन नॉलेज प्रदान करने के अलावा, सहयोग का उद्देश्य संज्ञानात्मक रूप से डिज़ाइन किए गए कम्युनिकेशन और वर्कप्लेस स्किल्स के माध्यम से उम्मीदवारों के आत्मविश्वास को बढ़ाना भी है। आज तक, सीपीबीएफआई ने शुरुआत से ही टियर 2 और टियर 3 शहरों के 40,000 से अधिक छात्रों को प्रशिक्षित और लाभान्वित किया है।
शिक्षा मंत्रालय के तत्वावधान में एआईसीटीई ने ओडिशा को प्राथमिकता वाले राज्य के रूप में नामित किया है। नतीजतन, यूथ स्किलिंग प्रोग्राम की शुरुआत पहले चरण में ओडिशा के दस जिलों में शुरू होगी जहां छात्रों को बजाज फिनसर्व और स्किल इंडिया द्वारा मान्यता प्राप्त संयुक्त सर्टिफिकेशन प्राप्त होगा।