आईडब्ल्यूटीसी 2025 में हुई टेक्नोलॉजी, सस्टेनेबिलिटी, संस्कृति, प्रिंसिपल्स ऑफ़ सक्सेस इन लाइफ एंड बिज़नेस पर चर्चाऐ
दिव्या राष्ट्र, जयपुर, 7 जुलाई 2025 – क्लार्क्स आमेर, जयपुर में चल रहे दो दिवसीय इंटरनेशनल वेडिंग एंड टूरिज्म कॉन्क्लेव (आईडब्ल्यूटीसी) 2025 का दूसरा दिन उत्साह, विचारों और नेटवर्किंग से भरपूर रहे। इवेंट गुरु, अरशद हुसैन ने बताया कि इस आयोजन में देश-विदेश से आए 500 से अधिक प्रतिष्ठित वेडिंग प्लानर्स, इवेंट मैनेजर्स और पर्यटन विशेषज्ञों की उपस्थिति रही जिन्होंने अलग अलग सत्रों में अपने वैश्विक अनुभवों को साझा किया। इसी कड़ी में प्रसिद्ध प्रेरक वक्ता डॉ. जेडी मेहता ने अपने सत्र में श्रोताओं के लिए एक अत्यंत भावनात्मक और प्रेरक अनुभव साझा किया जिसमे उन्होंने उस अविस्मरणीय पल का वर्णन किया जब भारतीय भव्य शादी का आयोजन न्यूयॉर्क के प्रतिष्ठित वॉल स्ट्रीट पर किया गया। यह न केवल एक शादी थी, बल्कि भारतीय परंपरा, रंग, संगीत और भावनाओं का ऐसा संगम था, जिसने वॉल स्ट्रीट जैसे कॉर्पोरेट केंद्र को भी कुछ समय के लिए ‘स्थिर’ कर दिया। इस भव्य शादी समारोह में वॉल स्ट्रीट की गलियों को मयूर झांकियों, ढोल-नगाड़ों और घोड़ी पर सवार दूल्हे की बारात से जीवंत कर दिया। विदेशी मेहमानों से लेकर स्थानीय अमेरिकी दर्शकों तक – हर कोई इस संस्कृति और भव्यता से चमत्कृत रह गया। इस आयोजन ने भारतीय वेडिंग इंडस्ट्री की ग्लोबल अपील को रेखांकित किया और दिखाया कि कैसे हमारी परंपराएं विश्व स्तर पर मन को छू सकती हैं।
एक अत्यंत सामयिक और नवाचारपूर्ण सत्र में तीन महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई: ‘टेक्नोलॉजी टेक वेड्डिंग्स’, ‘शादी की योजना में तकनीक की बदलती भूमिका’, और ‘विवाह स्थलों में सतत पर्यटन की नीतियाँ’। इस सत्र में विशेषज्ञों ने बताया कि आज की शादियाँ केवल पारंपरिक नहीं, बल्कि तकनीक के ज़रिए इनका स्वरूप पूरी तरह से बदल चूका है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, वर्चुअल रियलिटी, लाइव स्ट्रीमिंग और डिजिटल वेडिंग इनविटेशन जैसे आधुनिक टूल्स अब वेडिंग प्लानिंग का अहम हिस्सा बन चुके हैं।डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की मदद से अब मेहमानों का प्रबंधन, वैयक्तिकृत शेड्यूलिंग और थीम आधारित डिज़ाइन पहले से कहीं अधिक सहज और प्रभावी हो गया है। सस्टेनेबल वेडिंग डेस्टिनेशन। इसमें स्थानीय संसाधनों का उपयोग, कार्बन फुटप्रिंट को कम करने और पर्यावरण के अनुकूल सजावट जैसे उपायों पर विशेष ज़ोर दिया गया। विशेषज्ञों ने यह भी बताया कि कैसे वेडिंग इंडस्ट्री को पर्यावरण के प्रति संवेदनशील और दीर्घकालिक रूप से टिकाऊ बनाया जा सकता है। यह सत्र न केवल आधुनिक तकनीकी प्रवृत्तियों को सामने लाता है, बल्कि वेडिंग टूरिज्म को एक स्मार्ट और स्थायी दिशा देने की प्रेरणा भी प्रदान करता है।
रितुराज खन्ना ने पार्थिप त्यागराजन से “प्रिंसिपल्स ऑफ़ सक्सेस इन लाइफ एंड बिज़नेस संवाद करते हुई बताया कि जीवन और व्यवसाय में सफलता पाने के आठ महत्वपूर्ण सिद्धांत हैं, ये सिद्धांत न केवल एक व्यक्ति के व्यक्तित्व को निखारता है, बल्कि पेशेवर दुनिया में भी मजबूती से आगे बढ़ने की दिशा दिखता है। विश्वसनीयता और ईमानदारी सफलता की नींव हैं, जो विश्वास और सम्मान अर्जित करने में मदद करती हैं। इसी तरह सम्मान एक ऐसा मूल्य है जो कार्यस्थल पर समरसता और सहयोग को बढ़ावा देता है। जवाबदेही और जिम्मेदारी अपने कार्यों के प्रति उत्तरदायित्व की भावना को दर्शाते हैं, जिससे कार्य संस्कृति में पारदर्शिता और भरोसा बढ़ता है। सहानुभूति और अपनापन जैसे भावनात्मक तत्व, नेतृत्व को और मानवीय बनाते हैं, जिससे टीम के साथ गहरे और अर्थपूर्ण रिश्ते बनते हैं। संसाधनशीलता और स्थिरता आधुनिक व्यवसायों की रीढ़ हैं, जो समस्याओं के रचनात्मक समाधान के साथ-साथ पर्यावरणीय जिम्मेदारियों को भी समझने की प्रेरणा देते हैं। आत्ममंथन और निरंतर सुधार की आवश्यकता पर बल देता है, जहाँ अतीत के अनुभव से सीखकर हम भविष्य के निर्णयों को बेहतर बना सकते हैं। तत्परता और सेवा भावना ग्राहकों और साझेदारों के साथ विश्वासपूर्ण संबंध बनाने में सहायक हैं, जबकि संकल्प और साहस विपरीत परिस्थितियों में भी आगे बढ़ते रहने की प्रेरणा देते हैं। कन्वेंशन के समापन समारोह में इवेंट इंडसट्री से जुड़े लोगों को अवार्ड्स और रिकग्निशन से सम्मानित किया गया।
कॉन्क्लेव के समापन समारोह में वेडिंग प्लानर्स, इवेंट मैनेजर्स और पर्यटन विशेषज्ञों को अवार्ड्स और रेकग्निशन दे कर सम्मानित किया गया। इसके उपरांत सभी पार्टिसिपेंट्स के लिए एक गाला म्यूजिकल नाईट का आयोजन हुआ जिसमें एक लोकप्रिय पंजाबी गायक, अभिनेता और परफ़ॉर्मर दिलबाग सिंह ने अपने ऊर्जावान स्टेज प्रेज़ेंस और पेप्पी गानों के साथ कॉन्क्लेव में आये सभी पार्टिसिपेंट्स को नाचने पर मजबूर कर दिया। उनकी परफॉरमेंस में उनके हिट ट्रैक “थोड़ी जिन्नी पीती है”, “बिल्लो तू अग्ग” और “चोपर” शामिल थे, जो युवाओं के बीच काफ़ी पसंद किए गए। दिलबाग सिंह न सिर्फ़ एक शानदार गायक हैं, बल्कि उन्होंने कई पंजाबी फिल्मों में अभिनय भी किया है। उनके गानों में देसी अंदाज़, आधुनिक बीट्स और दमदार लिरिक्स का अनूठा मेल देखने को मिलता है।