
“श्री परशुराम ज्ञानपीठ” नामक सेंटर फॉर एक्सीलेंस एंड रिसर्च में शोध, शिक्षा, संस्कार और स्वावलंबन हेतु वर्तमान में नौ प्रकल्प प्रस्तावित है जिन्हें क्रमश: आरंभ करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। सभी प्रकल्पों के संचालन में श्रेष्ठता को वरीयता देते हुए संस्था द्वारा उन्हें स्वयं एवं अनुभवी सहयोगियों के माध्यम से लाभ-हानि रहित चलाया जायेगा, जिससे सभी सेवाएँ व्यवस्थित रूप से एवं पीढ़ियों दर पीढ़ी चलती रहे। इसी क्रम में IAS/RAS प्रशिक्षण प्रकल्प हेतु शहर के प्रतिष्ठित सम्यक कोचिंग संस्थान को अकादमिक सहयोगी बनाया गया है। ज्ञानपीठ भवन के पैंतालीस (45) कक्षों में से मात्र दो (2) कक्ष इस निमित चिन्हित किये हैं व नवरात्रि उपरांत कक्षाएँ आरंभ की जायेंगी। इसी संदर्भ में 14 सितम्बर को एक उच्च स्तरीय सेमिनार आयोजित की गयी है जिसमें IAS/RAS की तैयारी के इच्छुक छात्रों को प्रेरित किया जायेगा। नवरात्रि से एक एक करके सभी नौ प्रकल्पों का संचालन आरंभ होगा। समाज के सहयोग से भवन निर्मित हो गया है, अब इसके सदुपयोग, सुसंचालन और सुखद परिणामों हेतु भी विप्र फाउंडेशन दृढ़ संकल्पित हैं।