
REC announces financial results for 4th and 12th quarter of FY24
मुंबई/दिव्यराष्ट्र। आरईसी लिमिटेड के निदेशक मंडल ने 31 मार्च 2024 को समाप्त तिमाही और वर्ष के लिए लेखापरीक्षित स्टैंडअलोन और समेकित वित्तीय परिणामों को आज मंजूरी दे दी है।
परिसंपत्ति की गुणवत्ता में सुधार और तनावग्रस्त परिसंपत्तियों के प्रभावी समाधान, उधार दरों को रीसेट करने और वित्त लागत के प्रभावी प्रबंधन के कारण, आरईसी ₹ 14,019 करोड़ के कर के बाद अपना अब तक का सबसे अधिक वार्षिक लाभ दर्ज करने में सफल है। परिणामस्वरूप, 31 मार्च 2024 को समाप्त वर्ष के लिए प्रति शेयर आय (ईपीएस) 27% बढ़कर ₹ 53.11 प्रति शेयर हो गई, जबकि 31 मार्च 2023 को यह ₹ 41.85 प्रति शेयर थी। मुनाफे में वृद्धि के कारण, 31 मार्च 2024 तक नेट वर्थ बढ़कर ₹ 68,783 करोड़ हो गई है, जिसमें साल-दर-साल 19% की वृद्धि दर्ज की गई है।
भविष्य के विकास को समर्थन देने के पर्याप्त अवसर का संकेत देते हुए, कंपनी का पूंजी पर्याप्तता अनुपात (सीआरएआर) 31 मार्च 2024 तक 25.82% पर है। अपने शेयरधारकों को पुरस्कृत करने की परंपरा को जारी रखते हुए, कंपनी के निदेशक मंडल ने ₹ 5 प्रति इक्विटी शेयर (प्रत्येक ₹ 10/- के अंकित मूल्य पर) का अंतिम लाभांश घोषित किया है और वित्त वर्ष 2023-24 के लिए कुल लाभांश ₹ 16 है।
लोन बुक में निरंतर वृद्धि हो रही है, और 31 मार्च 2023 के ₹ 4.35 लाख करोड़ की तुलना में यह 17% बढ़कर ₹ 5.09 लाख करोड़ हो गई है। एसेट्स की गुणवत्ता में सुधार के एक प्रमुख संकेत को दर्शाते हुए, निवल क्रेडिट-इंपेयर्ड एसेट्स 31 मार्च 2023 के 1.01% से घटकर 31 मार्च 2024 के अनुसार 0.86% पर है साथ ही, 31 मार्च 2024 को एनपीए एसेट्स पर प्रोविजनिंग कवरेज रेशियो 68.45% है ।
अपने शेयरधारकों को लाभ देने की परंपरा को जारी रखते हुए, कंपनी के निदेशक मंडल ने 5 रूपए प्रति इक्विटी शेयर (प्रत्येक ₹ 10/- के अंकित मूल्य पर) का अंतिम लाभांश घोषित किया है, और वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए कुल लाभांश 16 रूपए प्रति इक्विटी शेयर है।