
राजस्थान ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि जब नेतृत्व दृढ़ निश्चयी हो, नीयत साफ हो और लक्ष्य जनकल्याण हो, तो मरुभूमि भी स्वर्णभूमि बन जाती है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राजस्थान सरकार ने वर्ष 2024-25 में ऐसा इतिहास रचा है जिस पर हर राजस्थानवासी को गर्व है। राज्य ने पूरे देश के सामने अपनी योग्यता, प्रतिबद्धता और प्रशासनिक क्षमता का ऐसा उदाहरण प्रस्तुत किया है जो आने वाले वर्षों तक मिसाल रहेगा।मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की जनकेंद्रित नीतियों और सुशासन के परिणामस्वरूप राजस्थान ने 11 राष्ट्रीय कार्यक्रमों और योजनाओं में देशभर में प्रथम स्थान हासिल किया है। यह उपलब्धि किसी एक दिन का परिणाम नहीं, बल्कि महीनों की निरंतर मेहनत, निगरानी और उत्कृष्ट क्रियान्वयन का प्रमाण है। योग दिवस, मातृ वंदना योजना, फसल बीमा, अक्षय ऊर्जा, स्वच्छता, आंगनवाड़ी गतिविधियाँ, अंगदान-प्रत्यारोपण, टीबी मुक्त अभियान और प्रधानमंत्री कुसुम योजना जैसे क्षेत्रों में राजस्थान का प्रदर्शन पूरे भारत में सबसे ऊँचा रहा है।योग दिवस 2025 में राजस्थान ने पूरे देश को पीछे छोड़ते हुए 85 लाख से अधिक लोगों की भागीदारी दर्ज कराई, जो एक राष्ट्रीय रिकॉर्ड है। मातृ वंदना योजना के तहत राज्य ने 2.18 लाख से अधिक माताओं को लाभ पहुँचाकर गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य और पोषण में ऐतिहासिक सुधार किया। फसल बीमा योजना में 621 करोड़ रुपये की राशि सीधे किसानों के खातों में पहुँचना इस बात का प्रमाण है कि अब योजनाएँ केवल फाइलों में नहीं, बल्कि किसानों के खेतों और घरों तक पहुँच चुकी हैं।राजस्थान ने स्वच्छ भारत मिशन में 100 प्रतिशत ग्राम पंचायतों को स्वच्छ घोषित किया और ठोस कचरा प्रबंधन में अग्रणी बनकर केंद्र सरकार की सराहना प्राप्त की। ऊर्जा के क्षेत्र में “सूर्य नगरी अभियान” के माध्यम से राज्य ने सौर ऊर्जा उत्पादन में 15 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जिससे राजस्थान अक्षय ऊर्जा का केंद्र बन गया। स्वास्थ्य क्षेत्र में टीबी मुक्त राजस्थान अभियान ने नया इतिहास रचा, जहाँ 2.06 लाख रोगियों को निशुल्क उपचार और पोषण सहायता प्रदान की गई।भजनलाल शर्मा सरकार ने केवल योजनाएँ लागू नहीं कीं, बल्कि उन्हें जनआंदोलन में परिवर्तित कर दिया। गांव-गांव तक सरकारी सेवाएँ पहुँचाने की दिशा में डिजिटल गवर्नेंस का ऐसा मॉडल तैयार किया गया, जिसे पूरे देश में “राजस्थान मॉडल” के रूप में अपनाया जा रहा है। राज्य की 100 प्रतिशत पंचायतों को डिजिटल प्लेटफॉर्म से जोड़ना और ई-गवर्नेंस के माध्यम से पारदर्शी प्रशासन स्थापित करना मुख्यमंत्री की दूरदृष्टि और कार्यकुशलता का परिचायक है।मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की सोच स्पष्ट है — “सरकार जनता के दरवाज़े तक पहुँचे, जनता सरकार के दफ्तर तक नहीं।” यही सोच आज राजस्थान को देश का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाला राज्य बना रही है। केंद्र सरकार द्वारा घोषित “राष्ट्रीय उत्कृष्ट प्रदर्शनकर्ता राज्य 2024-25”का सम्मान इस बात का प्रमाण है कि राजस्थान अब केवल भौगोलिक दृष्टि से नहीं, बल्कि विकास और सुशासन की दृष्टि से भी भारत का अग्रणी राज्य है।आज पूरा भारत कह रहा है कि राजस्थान अब केवल रेत का राज्य नहीं, बल्कि विकास, नवाचार और सुशासन का प्रतीक बन चुका है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने यह दिखा दिया है कि जब शासन सेवा बन जाए, तो उपलब्धियाँ सीमाएँ नहीं देखतीं। राजस्थान ने अपने परिश्रम और संकल्प से यह प्रमाणित किया है कि मरुस्थल भी प्रगति की फसलों से लहलहा सकता है।