जयपुर, 18 नवंबर/ पूर्णिमा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के लाइब्रेरी डिपार्टमेंट की ओर से ‘लाइब्रेरीज एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजीज फॉर स्मार्ट नॉलेज इकोसिस्टम’ विषय पर दो दिवसीय इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई। अनुसंधान नेशनल रिसर्च फाउंडेशन (एएनआरएफ) द्वारा प्रायोजित यह कॉन्फ्रेंस राजस्थान यूनिवर्सिटी, मरियम अबाचा अमेरिकन यूनिवर्सिटी ऑफ नाइजीरिया तथा राजस्थान तकनीकी पुस्तकालय संघ के सहयोग से आयोजित की गई।
कॉन्फ्रेंस का उद्देश्य पुस्तकालय और सूचना विज्ञान के क्षेत्र में अनुसंधान व नवाचार को बढ़ावा देना था, जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और आधुनिक पुस्तकालय सेवाओं को नया रूप देने वाली उभरती तकनीकों पर विशेष फोकस दिया गया। इस कॉन्फ्रेंस के दौरान लाइब्रेरीज में एआई, स्मार्ट नॉलेज इकोसिस्टम और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन सहित पांच विषयगत ट्रैक शामिल किए गए।
आईआईटी दिल्ली के चीफ लाइब्रेरियन डॉ. नबी हसन उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि रहे। अन्य अतिथियों में भारतीय सांख्यिकी संस्थान, कोलकाता के चीफ लाइब्रेरियन डॉ. किशोर चंद्र सत्पथी, एमएनआईटी जयपुर के चीफ लाइब्रेरियन डॉ. ऋषि तिवारी, मरियम अबाचा अमेरिकन यूनिवर्सिटी ऑफ नाइजीरिया की एकेडमिक लाइब्रेरियन इजदिहार अब्दुल वकील सालेह और राजस्थान यूनिवर्सिटी के पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विभाग की प्रमुख प्रो. उर्वशी शर्मा शामिल थे।
सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ हरियाणा के डॉ. दिनेश गुप्ता ने पैनल डिस्कशन की अध्यक्षता में एक विशेष पैनल चर्चा आयोजित की गई। इसमें तेजी से प्रौद्योगिकी-संचालित दुनिया में पुस्तकालयों की उभरती भूमिका पर बात की गई। एमआईसीए, गुजरात के डॉ. चिंतन पंड्या ने सत्र का संचालन किया। मेजबान पूर्णिमा कॉलेज के निदेशक एवं प्राचार्य डॉ. महेश बुंदेले और पूर्णिमा ग्रुप के डायरेक्टर आर्किटेक्ट राहुल सिंघी ने पुस्तकालयों को डिजिटल पीढ़ी की आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम बनाने और पुनर्परिभाषित करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
राजस्थान यूनिवर्सिटी के पुस्तकालय विज्ञान विभाग में सहायक प्रोफेसर और सम्मेलन संयोजक डॉ. संतोष गुप्ता ने कहा कि यह कॉन्फ्रेंस पुस्तकालय प्रथाओं और सेवाओं में नवाचार, समावेशिता और स्थिरता को बढ़ावा देने के सामूहिक प्रयास का प्रतिनिधित्व करती है। उन्होंने जानकारी दी कि कॉन्फ्रेंस में दिल्ली यूनिवर्सिटी, सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ राजस्थान, राजस्थान यूनिवर्सिटी, जम्मू यूनिवर्सिटी, जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) और सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ हरियाणा जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों से 120 रिसर्च पेपर प्राप्त हुए।
सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ राजस्थान के लाइब्रेरियन डॉ. के. बी. आगाड़ी समापन सत्र में मुख्य अतिथि और राजस्थान यूनिवर्सिटी के पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विभाग के पूर्व प्रोफेसर डॉ. पी. के. गुप्ता विशिष्ट अतिथि थे। पूर्णिमा कॉलेज की चीफ लाइब्रेरियन और आयोजन सचिव नीमा शुक्ला द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया।